पशुपति पारस को एक और झटका, चिराग के साथ गए RLJP सांसद महबूब अली कैसर, वीणा देवी पहले छोड़ चुकीं

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पशुपति पारस को एक और झटका, चिराग के साथ गए RLJP सांसद महबूब अली कैसर, वीणा देवी पहले छोड़ चुकीं

पशुपति पारस को एक और झटका, चिराग के साथ गए RLJP सांसद महबूब अली कैसर, वीणा देवी पहले छोड़ चुकीं

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बिहार  की राजनीति लगातार बदलाव के दौड़ से गुजर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के मंत्री  पशुपति कुमार पारस की पार्टी आरएलजेपी को भतीजा चिराग पासवान से बड़ा झटका लगने वाला है। पशुपति  खेमे के सांसद चौधरी महबूब अली कैसर चिराग पासवान से मिलने उनके घर पहुंचे।  दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक मुलाकात हुई। इससे पहले पारस गुट की सांसद वीणा देवी चिराग पासवान का हाथ थाम चुकी हैं।

मीटिंग के बाद महबूल अली कैसर ने कहा कि टिकट मिला तो चिराग की पार्टी लोजपा रामविलास से चुनाव लड़ूंगा। उन्होंने कहा कि खगड़िया से लड़ने का हमारा पूरा इरादा है।  आश्वासन नहीं मिला तो चिराग के पास एक सीट  है जहां से मैदान में उतरेंगे। वीणा देवी ने कहा कि एलजेपी से टिकट नहीं मिला तो नहीं लड़ेंगे। चुनाव

चौधरी महबूब अली कैसर दिल्ली में आरएलजेपी संसदीय बोर्ड के बैठक में शामिल होने गए थे। बिहार एनडीए में सीट बंटवारा को लेकर आरएलजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गयी थी।महबूब अली बिहार के खगड़िया से लोकसभा सदस्य है। गुरुवार  को अचानक उन्हें चिराग पासवान के आवास पर देखा गया। हालांकि किस मकसद से गए हैं इसका खुलासा शुरू में तो नहीं हुआ पर बाद में उन्होंने चिराग के पास जाने की योजना है। कहा जा रहा  है कि वैशाली सांसद वीणा देवी ने मैनेज किया है और खगरिया सांसद चिराग की आवास पर पहुंचे।

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जानकारों की मानें तो चिराग पासवान चाचा पशुपति को झटका पर झटका पर झटका दिये जा रहे हैं। बिहार एनडीए में सीट शेयरिंग का जो फार्मूला तय हुआ है उसमें पशुपति कुमार पारस को एक भी सीट नहीं मिली है जबकि चार एमपी उन्हीं के पास हैं। चिराग पासवान ने बताया कि उन्होंने 6 सीटों  की मांग की थी जिसमें से 5 पर सहमति मिली है। जानकारी के मुताबिक भतीजा चिराग ने चाचा पारस से हाजीपुर सीट भी छीन लिया है। महबूब अली कैसर के प्रेस कॉन्फ्रेंस का इंतजार किया जा रहा है। आशंका सच साबित हुई तो लोकसभा चुनाव से पहले पशुपति पारस के लिए जोरदार झटका साबित होगा।

उधर पशुपति कुमार पारस के दिल्ली आवास पर आयोजित संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद नवादा सांसद चंदन सिंह ने कहा कि राजनीति में कभी किसी का दरवाजा बंद नहीं होता। उन्होंने कहा कि तमाम संभावनाओं पर पार्टी विचार कर रही है। पत्रकारों ने इंडिया गठबंधन में जाने की बात पूछी तो कहा कि देखिए क्या होता है। शुक्रवार को आरएलजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक फिर होने वाली है। इससे पहले प्रिंस पासवान ने ट्वीट कर कहा था कि आरएलजेपी एनडीए का अभिन्न अंग है। पीएम मोदी का हर फैसला मंजूर है।

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