पशियां का खौफ, बात तो दूर घर की ओर जाने से डरते हैं गांववासी – Amritsar News h3>
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पशियां का गांव में खौफ इस कद्र है कि उसके घर के सामने से कोई गुजरता भी नहीं। अमेरिका में गिरफ्तारी के बाद जब शुक्रवार को दैनिक NEWS4SOCIALकी टीम पशियां के गांव पहुंची तो लोगों में उसका डर साफ देखने को मिला। कोई भी पशियां और उसके परिवार के बारे में बताने के लिए राजी नहीं हुआ, बल्कि उसके घर की तरफ जाने से भी डरते रहे। पशियां के पिता गुरविंदरपाल सिंह की करीब 7 साल पहले और नानी की पशियां के बचपन में ही मौत हो गई थी। नाना जिंदा हैं, जो मां भूपिंदर कौर और बहन किरनदीप कौर के पकड़े जाने से पहले भी कभी घर पर नहीं आते थे, वह रमदास के एक गुरुद्वारा साहिब में सेवा करते हैं और वहीं पर रहते हैं। पशियां के परिवार की जमीन रावी दरिया के पार कस्सोवाल गांव में है। अभी पशियां की मां और बहन जेल में बंद है। 24 नवंबर 2024 को अजनाला थाने के बाहर आईईडी बरामद हुई थी। जिसकी जिम्मेदारी पशियां ने ली थी।
अजनाला पुलिस ने 27 नवंबर को पशियां की मां और बहन को काबू किया था। हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पशियां रमदास के पशियां गांव में अपने नाना के घर में पला-बढ़ा है। उसकी मां की शादी बटाला में 30 साल पहले हुई थी। शादी के कुछ माह बाद ही उसके पिता और मां पशियां गांव में नाना के घर में रहने लगे थे। सूत्रों के अनुसार पशियां ने 12वीं तक की पढ़ाई अपने गांव के पास ही के कान्वेंट स्कूल में की थी। बता दें 6 माह में पंजाब में 13 धमाकों की जिम्मेदारी हैप्पी पशियां ने ली है। 25 साल की उम्र में पशियां दुबई लेबर का काम करने के लिए चला गया था। फिर करीब 2 साल वहां जो पैसा कमाया उससे लौटकर गांव में घर बनाया था। वह गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के संपर्क में आ गया था।
फिर यूके चला गया, जहां उर्मन काहलों और अमरीत बल के संपर्क में आ गया और फिरौतियों मांगने जैसे अपराध करने लग गया। 2021 में यूके से मैक्सिको के रास्ते अमेरिका में घुसा और वहां बब्बर खालसा इंटरनेशनल आतंकियों के संपर्क में आ गया। 2021 में ही उस पर भारत में पहला केस दर्ज हुआ। अमेरिका जाने तक उसने अपने केश भी कटवा रखे थे। इसी दौरान बब्बर खालसा के सदस्यों से भी जुड़ा। 2 साल पहले पशियां ने रमदास और अजनाला में फिरौती मांगने का नेटवर्क बनाना शुरू किया। फिरौती के लिए उसने दहशत फैलाने के इरादे से चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में ग्रेनेड हमला कराया। इसके बाद उसके नाम पर फिरौती मांगने के मामले में बढ़ गए। फिर उसने युवाओं को पैसों का लालच देकर लगातार ग्रेनेड हमले करवाने शुरू कर दिए। इसी दौरान करीब अमृतसर में पशियां के खिलाफ देहाती और शहरी पुलिस ने 15 केस दर्ज किए। दूसरी ओर एनआईए ने रेड कॉर्नर नोटिस के अलावा उसे 5 लाख का इनामी अपराधी घोषित किया।
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पशियां का गांव में खौफ इस कद्र है कि उसके घर के सामने से कोई गुजरता भी नहीं। अमेरिका में गिरफ्तारी के बाद जब शुक्रवार को दैनिक NEWS4SOCIALकी टीम पशियां के गांव पहुंची तो लोगों में उसका डर साफ देखने को मिला। कोई भी पशियां और उसके परिवार के बारे में बताने के लिए राजी नहीं हुआ, बल्कि उसके घर की तरफ जाने से भी डरते रहे। पशियां के पिता गुरविंदरपाल सिंह की करीब 7 साल पहले और नानी की पशियां के बचपन में ही मौत हो गई थी। नाना जिंदा हैं, जो मां भूपिंदर कौर और बहन किरनदीप कौर के पकड़े जाने से पहले भी कभी घर पर नहीं आते थे, वह रमदास के एक गुरुद्वारा साहिब में सेवा करते हैं और वहीं पर रहते हैं। पशियां के परिवार की जमीन रावी दरिया के पार कस्सोवाल गांव में है। अभी पशियां की मां और बहन जेल में बंद है। 24 नवंबर 2024 को अजनाला थाने के बाहर आईईडी बरामद हुई थी। जिसकी जिम्मेदारी पशियां ने ली थी।
अजनाला पुलिस ने 27 नवंबर को पशियां की मां और बहन को काबू किया था। हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पशियां रमदास के पशियां गांव में अपने नाना के घर में पला-बढ़ा है। उसकी मां की शादी बटाला में 30 साल पहले हुई थी। शादी के कुछ माह बाद ही उसके पिता और मां पशियां गांव में नाना के घर में रहने लगे थे। सूत्रों के अनुसार पशियां ने 12वीं तक की पढ़ाई अपने गांव के पास ही के कान्वेंट स्कूल में की थी। बता दें 6 माह में पंजाब में 13 धमाकों की जिम्मेदारी हैप्पी पशियां ने ली है। 25 साल की उम्र में पशियां दुबई लेबर का काम करने के लिए चला गया था। फिर करीब 2 साल वहां जो पैसा कमाया उससे लौटकर गांव में घर बनाया था। वह गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के संपर्क में आ गया था।
फिर यूके चला गया, जहां उर्मन काहलों और अमरीत बल के संपर्क में आ गया और फिरौतियों मांगने जैसे अपराध करने लग गया। 2021 में यूके से मैक्सिको के रास्ते अमेरिका में घुसा और वहां बब्बर खालसा इंटरनेशनल आतंकियों के संपर्क में आ गया। 2021 में ही उस पर भारत में पहला केस दर्ज हुआ। अमेरिका जाने तक उसने अपने केश भी कटवा रखे थे। इसी दौरान बब्बर खालसा के सदस्यों से भी जुड़ा। 2 साल पहले पशियां ने रमदास और अजनाला में फिरौती मांगने का नेटवर्क बनाना शुरू किया। फिरौती के लिए उसने दहशत फैलाने के इरादे से चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में ग्रेनेड हमला कराया। इसके बाद उसके नाम पर फिरौती मांगने के मामले में बढ़ गए। फिर उसने युवाओं को पैसों का लालच देकर लगातार ग्रेनेड हमले करवाने शुरू कर दिए। इसी दौरान करीब अमृतसर में पशियां के खिलाफ देहाती और शहरी पुलिस ने 15 केस दर्ज किए। दूसरी ओर एनआईए ने रेड कॉर्नर नोटिस के अलावा उसे 5 लाख का इनामी अपराधी घोषित किया।