पराग अग्रवाल की लंबी-चौड़ी रिसर्च के जवाब में एलन मस्क का ‘पू’ इमोजी! खटाई में ट्विटर वाली डील? h3>
नई दिल्ली: दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी को 44 बिलियन डॉलर में ट्विटर का सौदा जंच नहीं रहा? एलन ने डील को फिलहाल ठंड बस्ते में डाल रखा है। वह जानना चाहते हैं कि ट्विटर पर कितने ‘फेक’ या ‘स्पैम’ या ‘बॉट’ अकाउंट्स हैं। ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल ने सोमवार को लंबा-चौड़ा थ्रेड पोस्ट किया। वह समझा रहे थे कि ट्विटर कैसे संभावित स्पैम का ‘ह्यूमन रिव्यू’ करता है। मस्क ने उस थ्रेड के जवाब में पूछा कि ‘क्या आपने उन्हें कॉल करने की कोशिश की?’ टेस्ला के सीईओ ने पराग के पूरे थ्रेड के जवाब में ‘पाइल ऑफ पू’ इमोजी भी ट्वीट किया। मस्क चाहते हैं कि ट्विटर से बॉट्स का खात्मा हो। उन्होंने हाल के दिनों में ट्विटर में कई बदलावों की बात की है। मस्क चाहते हैं कि कंपनी खरीदने के बाद माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट में उनके बताए बदलाव हों। फिलहाल तो सौदा खटाई में पड़ गया है क्योंकि स्पैम/बॉट्स को लेकर ट्विटर मैनेजमेंट का रुख एलन को रास आता नहीं दिख रहा।
पराग अग्रवाल ने क्या लिखा था?
ट्विटर के सीईओ ने दर्जन भर से ज्यादा ट्वीट्स में ‘डेटा, फैक्ट्स और कॉन्टेक्स्ट’ की मदद से स्पैम के बारे में समझाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि कंपनी रोज 5 लाख से ज्यायादा स्पैम अकाउंट्स को सस्पेंड करती है। हर हफ्ते करोड़ों अकाउंट्स लॉक किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि ‘हम स्पैम पकड़ने में परफेक्ट नहीं हैं।’ अग्रवाल के मुताबिक, पिछले चार तिमाहियों के आंतरिक अनुमान बताते हैं कि स्पैम अकाउंट्स की संख्या टोटल यूजरबेस के 5% से ज्यादा नहीं थी।
मस्क ने क्या जवाब दिया?
अग्रवाल ने एक ट्वीट में लिखा था कि किसी अकाउंट के ह्यूमन रिव्यू में पब्लिक और प्राइवेट, दोनों तरह के डेटा (आईपी, फोन नंबर, लोकेशन, ब्राउजर, ऑनलाइन एक्टिविटी) का इस्तेमाल होता है। इसपर मस्क ने पूछा, क्या आपने उन्हें (यूजर्स) को कॉल करने की कोशिश की है?’ अग्रवाल के यह कहने कि ट्विटर पर कितने स्पैम अकाउंट्स हैं, इसका अनुमान बाहर से नहीं लगाया जा सकता, पर मस्क ने ‘पाइल ऑफ पू’ इमोजी ट्वीट किया। मानो अग्रवाल से कहना चाहते हों कि आप गुड़गोबर कर रहे हैं।
खतरे में 44 बिलियन डॉलर का सौदा?
मस्क ने ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर में खरीदने की डील होल्ड पर डाल दी है। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में जानकारी चाहते हैं कि ‘स्पैम/फेक अकाउंट्स कुल यूजर्स के 5% से कम हैं, यह आंकड़ा कहां से आया।’ मस्क ने यह जरूर कहा है कि वह सौदा पूरा करेंगे लेकिन एनालिस्ट्स का मानना है कि अब पेच फंस गया है। मस्क ने अग्रवाल की सफाई पर जिस तरह से प्रतिक्रिया दी, उससे साफ है कि वह संतुष्ट नहीं हैं। एक एनालिस्ट ने लिखा है कि मस्क ट्विटर के स्पैम अकाउंट्स को इस सौदे से बाहर निकलने की वजह बताएंगे। मस्क के मूड का भरोसा नहीं, वह क्या करेंगे, यह तो आने वाले कुछ दिनों में ही पता चलेगा।
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पराग अग्रवाल ने क्या लिखा था?
ट्विटर के सीईओ ने दर्जन भर से ज्यादा ट्वीट्स में ‘डेटा, फैक्ट्स और कॉन्टेक्स्ट’ की मदद से स्पैम के बारे में समझाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि कंपनी रोज 5 लाख से ज्यायादा स्पैम अकाउंट्स को सस्पेंड करती है। हर हफ्ते करोड़ों अकाउंट्स लॉक किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि ‘हम स्पैम पकड़ने में परफेक्ट नहीं हैं।’ अग्रवाल के मुताबिक, पिछले चार तिमाहियों के आंतरिक अनुमान बताते हैं कि स्पैम अकाउंट्स की संख्या टोटल यूजरबेस के 5% से ज्यादा नहीं थी।
मस्क ने क्या जवाब दिया?
अग्रवाल ने एक ट्वीट में लिखा था कि किसी अकाउंट के ह्यूमन रिव्यू में पब्लिक और प्राइवेट, दोनों तरह के डेटा (आईपी, फोन नंबर, लोकेशन, ब्राउजर, ऑनलाइन एक्टिविटी) का इस्तेमाल होता है। इसपर मस्क ने पूछा, क्या आपने उन्हें (यूजर्स) को कॉल करने की कोशिश की है?’ अग्रवाल के यह कहने कि ट्विटर पर कितने स्पैम अकाउंट्स हैं, इसका अनुमान बाहर से नहीं लगाया जा सकता, पर मस्क ने ‘पाइल ऑफ पू’ इमोजी ट्वीट किया। मानो अग्रवाल से कहना चाहते हों कि आप गुड़गोबर कर रहे हैं।
खतरे में 44 बिलियन डॉलर का सौदा?
मस्क ने ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर में खरीदने की डील होल्ड पर डाल दी है। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में जानकारी चाहते हैं कि ‘स्पैम/फेक अकाउंट्स कुल यूजर्स के 5% से कम हैं, यह आंकड़ा कहां से आया।’ मस्क ने यह जरूर कहा है कि वह सौदा पूरा करेंगे लेकिन एनालिस्ट्स का मानना है कि अब पेच फंस गया है। मस्क ने अग्रवाल की सफाई पर जिस तरह से प्रतिक्रिया दी, उससे साफ है कि वह संतुष्ट नहीं हैं। एक एनालिस्ट ने लिखा है कि मस्क ट्विटर के स्पैम अकाउंट्स को इस सौदे से बाहर निकलने की वजह बताएंगे। मस्क के मूड का भरोसा नहीं, वह क्या करेंगे, यह तो आने वाले कुछ दिनों में ही पता चलेगा।
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