पत्नी जेल में, कौन करेगा तीन शवों का अंतिम संस्कार: सुल्तानुपर में भाई-पिता की हत्या कर युवक ने किया था सुसाइड, पुलिस पर लापरवाही का आरोप – Sultanpur News h3>
सुलतानपुर5 मिनट पहले
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अजय यादव (फाइल फोटो)।
सुल्तानपुर के कूरेभार थाना क्षेत्र के सहरी गांव में बीते तीन दिन में जो कुछ घटा, वह किसी डरावने सीन से कम नहीं। गांव की फिजा में अब सिर्फ मातम है, और आंखों में एक ही सवाल है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ?
रविवार की रात करीब 8 बजे गांव के पूर्व प्रधान सत्य प्रकाश यादव और उनके पिता की उनके ही छोटे भाई अजय यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी। और फिर दो दिन तक फरार रहने के बाद मंगलवार को वही अजय अपने ही घर में अवैध पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर लेता है।
सन्न है गांव, हर आंख में मातम गांव में अब जब कोई यादव परिवार के घर के सामने से गुजरता है, तो तीन लाशों की यादें उनकी आंखों के सामने तैर जाती हैं। लोगों का कहना है कि बरसों लग जाएंगे इस मंजर को भूलने में।
पुलिस की चूक या अजय की चालाकी? सबसे बड़ा सवाल पुलिस की भूमिका पर खड़ा होता है। जिस दिन अजय ने आत्महत्या की, उसी सुबह उसकी बुलेट बाइक रेलवे ट्रैक पर लावारिस हालत में मिली थी, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया था। माना जा रहा था कि अजय ने आत्महत्या कर ली है, लेकिन शाम होते-होते वह अपने ही घर में छुपा मिला और पुलिस की मौजूदगी में खुद को गोली मार ली।
गांववालों का आरोप है कि पुलिस ने न तो सर्चिंग में गंभीरता दिखाई, और न ही आत्महत्या रोकने की कोई कोशिश की।
पिस्टल कहां से आई? कौन थे पीछे? मृतक अजय के छोटे भाई विजय यादव ने थाने में जो बयान दिया, वह जांच की दिशा ही बदल सकता है। विजय ने कहा- “वो हमसे गले लग कर फूट-फूट कर रोया, बोला मुझे बहुत पछतावा है।”
विजय के मुताबिक अजय ने मरने से पहले जिन संत राम शुक्ला, श्याम सिंह, राजदेव और अशोक सिंह के नाम लिए, उन्होंने ही उसे चढ़ाया, पिलाया और हत्या के लिए उकसाया। यही लोग उसे हथियार भी उपलब्ध कराए थे। फिलहाल दैनिक NEWS4SOCIALइस बयान की स्वतंत्र पुष्टि नहीं करता है।
वीडियो फुटेज भी डिलीट कराए गए? स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटना से जुड़े कुछ वीडियो गांव के लोगों और मृतक परिवार के पास थे, जिसे पुलिस ने दबाव डालकर डिलीट करवा दिया। सवाल ये है कि आखिर उन वीडियो में ऐसा क्या था जिससे पुलिस घबरा गई?
पत्नी जेल में, बच्चे ननिहाल में, अंतिम संस्कार पर सस्पेंस अजय यादव की पत्नी पहले ही दिन गिरफ्तार हो चुकी है और जेल में है। दो छोटे बच्चे फिलहाल ननिहाल में हैं। ऐसे में अब पूरा गांव इसी बात को लेकर चर्चा में है कि अजय का अंतिम संस्कार कब, कैसे और कौन करेगा?
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सुलतानपुर5 मिनट पहले
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अजय यादव (फाइल फोटो)।
सुल्तानपुर के कूरेभार थाना क्षेत्र के सहरी गांव में बीते तीन दिन में जो कुछ घटा, वह किसी डरावने सीन से कम नहीं। गांव की फिजा में अब सिर्फ मातम है, और आंखों में एक ही सवाल है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ?
रविवार की रात करीब 8 बजे गांव के पूर्व प्रधान सत्य प्रकाश यादव और उनके पिता की उनके ही छोटे भाई अजय यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी। और फिर दो दिन तक फरार रहने के बाद मंगलवार को वही अजय अपने ही घर में अवैध पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर लेता है।
सन्न है गांव, हर आंख में मातम गांव में अब जब कोई यादव परिवार के घर के सामने से गुजरता है, तो तीन लाशों की यादें उनकी आंखों के सामने तैर जाती हैं। लोगों का कहना है कि बरसों लग जाएंगे इस मंजर को भूलने में।
पुलिस की चूक या अजय की चालाकी? सबसे बड़ा सवाल पुलिस की भूमिका पर खड़ा होता है। जिस दिन अजय ने आत्महत्या की, उसी सुबह उसकी बुलेट बाइक रेलवे ट्रैक पर लावारिस हालत में मिली थी, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया था। माना जा रहा था कि अजय ने आत्महत्या कर ली है, लेकिन शाम होते-होते वह अपने ही घर में छुपा मिला और पुलिस की मौजूदगी में खुद को गोली मार ली।
गांववालों का आरोप है कि पुलिस ने न तो सर्चिंग में गंभीरता दिखाई, और न ही आत्महत्या रोकने की कोई कोशिश की।
पिस्टल कहां से आई? कौन थे पीछे? मृतक अजय के छोटे भाई विजय यादव ने थाने में जो बयान दिया, वह जांच की दिशा ही बदल सकता है। विजय ने कहा- “वो हमसे गले लग कर फूट-फूट कर रोया, बोला मुझे बहुत पछतावा है।”
विजय के मुताबिक अजय ने मरने से पहले जिन संत राम शुक्ला, श्याम सिंह, राजदेव और अशोक सिंह के नाम लिए, उन्होंने ही उसे चढ़ाया, पिलाया और हत्या के लिए उकसाया। यही लोग उसे हथियार भी उपलब्ध कराए थे। फिलहाल दैनिक NEWS4SOCIALइस बयान की स्वतंत्र पुष्टि नहीं करता है।
वीडियो फुटेज भी डिलीट कराए गए? स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटना से जुड़े कुछ वीडियो गांव के लोगों और मृतक परिवार के पास थे, जिसे पुलिस ने दबाव डालकर डिलीट करवा दिया। सवाल ये है कि आखिर उन वीडियो में ऐसा क्या था जिससे पुलिस घबरा गई?
पत्नी जेल में, बच्चे ननिहाल में, अंतिम संस्कार पर सस्पेंस अजय यादव की पत्नी पहले ही दिन गिरफ्तार हो चुकी है और जेल में है। दो छोटे बच्चे फिलहाल ननिहाल में हैं। ऐसे में अब पूरा गांव इसी बात को लेकर चर्चा में है कि अजय का अंतिम संस्कार कब, कैसे और कौन करेगा?