पत्नी के चरित्र पर था शक, नाजायज समझ बेटे से करता था नफरत, पिता और दादा ने रची खौफनाक साजिश, लेकिन… h3>
श्रीगंगानगर : राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ में 17 मार्च को गंभीर घायल अवस्था में मिले बच्चे के मामले में इंसानी रिश्तों को शर्मसार करने वाली कहानी सामने आई है। सूरतगढ़ सिटी पुलिस की जांच में बालक की पहचान बिहार के दरभंगा निवासी माधव उर्फ विष्णु के रूप हुई है। वहीं इस मामले में बच्चे के पिता श्रवण चौधरी और दादा रामरसिक चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है।
सिटी थाना सीआई रामकुमार लेघा के अनुसार, माधव के पिता श्रवण को अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह था। इसी वजह से वह अपने पुत्र माधव को नाजायज औलाद समझ कर नफरत करता था। इसी के चलते श्रवण 13 मार्च को बच्चे और परिवार के दूसरे सदस्यों के साथ सूरतगढ़ पहुंचा। 4 दिन तक स्टेशन पर रहने के बाद आरोपी मौका पाकर 16 मार्च को अपने पिता रामरसिक चौधरी के साथ बच्चे को सुनसान जगह पर ले गया। जहां पर दोनों ने मिलकर बच्चे के साथ बुरी तरह से मारपीट की और उसे मरा हुआ समझकर छोड़ कर चले गए।
आरोपी पिता और दादा गिरफ्तार
सूचना मिलने पर पुलिस ने बच्चे को इलाज के लिए पहले श्रीगंगानगर और बाद में बीकानेर भिजवाया। बच्चे के स्वस्थ होने पर बताई गई जानकारी और मुखबिर की सूचना के आधार पर आज पुलिस ने किराए के मकान में रह रहे बच्चे के पिता और दादा को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।
बिहार के दरभंगा का रहने वाला है आरोपी
जानकारी के अनुसार, बच्चे के इशारों व संकेतों के आधार पर हनुमानगढ़, पीलीबंगा व मोहनगढ़ क्षेत्र में बच्चे की शिनाख्त के लिए प्रयास किए। पता चला बच्चा माधव उर्फ विष्णु चौधरी दरभंगा का रहने वाला है। कांस्टेबल हनुमानराम व ओमप्रकाश ने गोपनीय सूत्रों व स्टेशन पर खोजबीन की तो पता चला कि उक्त घटना से 3-4 दिन पूर्व एक औरत, 1 व्यक्ति, 1 बुजुर्ग व्यक्ति, एक बच्चा व एक बच्ची को 13 मार्च को रेलवे स्टेशन पर देखा गया था जो करीब 4 दिन तक रेलवे स्टेशन पर ही रुके थे।
16 मार्च शाम करीब साढ़े 6 बजे बच्चे माधव को उसके पिता और दादा लेकर गए थे, लेकिन दोनों वापस आए तो उनके साथ बच्चा नहीं था। श्रवण ने खटीक मोहल्ले में कमरा किराए पर लेकर रहने लगे थे। मां पूजा लोगों के घरों में काम और आरोपी पिता श्रवण चिनाई का कार्य करने लगा। श्रवण और पूजा की 10 वर्ष पूर्व शादी हुई थी।
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आरोपी पिता और दादा गिरफ्तार
सूचना मिलने पर पुलिस ने बच्चे को इलाज के लिए पहले श्रीगंगानगर और बाद में बीकानेर भिजवाया। बच्चे के स्वस्थ होने पर बताई गई जानकारी और मुखबिर की सूचना के आधार पर आज पुलिस ने किराए के मकान में रह रहे बच्चे के पिता और दादा को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।
बिहार के दरभंगा का रहने वाला है आरोपी
जानकारी के अनुसार, बच्चे के इशारों व संकेतों के आधार पर हनुमानगढ़, पीलीबंगा व मोहनगढ़ क्षेत्र में बच्चे की शिनाख्त के लिए प्रयास किए। पता चला बच्चा माधव उर्फ विष्णु चौधरी दरभंगा का रहने वाला है। कांस्टेबल हनुमानराम व ओमप्रकाश ने गोपनीय सूत्रों व स्टेशन पर खोजबीन की तो पता चला कि उक्त घटना से 3-4 दिन पूर्व एक औरत, 1 व्यक्ति, 1 बुजुर्ग व्यक्ति, एक बच्चा व एक बच्ची को 13 मार्च को रेलवे स्टेशन पर देखा गया था जो करीब 4 दिन तक रेलवे स्टेशन पर ही रुके थे।
16 मार्च शाम करीब साढ़े 6 बजे बच्चे माधव को उसके पिता और दादा लेकर गए थे, लेकिन दोनों वापस आए तो उनके साथ बच्चा नहीं था। श्रवण ने खटीक मोहल्ले में कमरा किराए पर लेकर रहने लगे थे। मां पूजा लोगों के घरों में काम और आरोपी पिता श्रवण चिनाई का कार्य करने लगा। श्रवण और पूजा की 10 वर्ष पूर्व शादी हुई थी।