पटना जिले के 3543 स्कूलों के प्राचार्य रोज जुड़ते हैं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से h3>
सरकारी स्कूलों में हर दिन की गतिविधि जानने, छात्रों की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन रिपोर्ट लेने के लिए प्राचार्यों को हर दिन ऑनलाइन जुड़ना अनिवार्य है। पटना जिले की बात करें तो 3543 स्कूलों के प्राचार्य हर दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ते हैं। इस दौरान प्राचार्य को स्कूल की पूरी रिपोर्ट देनी होती है। कितने छात्र स्कूल आए, कितने ने मध्याह्न भोजन किया, खेलकूद पीरियड हुआ या नहीं। नहीं हुआ तो उसका कारण बताना होता है।
बता दें कि पटना जिला शिक्षा कार्यालय भवन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल बनाया गया है। इसमें प्रोजेक्टर लगाया गया है। इससे हर दिन शाम चार से पांच बजे तक डीईओ के साथ तमाम डीपीओ और जिलेभर के सभी स्कूलों के प्राचार्य एक साथ ऑनलाइन जुड़ते हैं। इस दौरान डीईओ स्कूल संबंधित कई चीजों की जानकारी प्राचार्य से लेते हैं। यह प्रक्रिया जुलाई से शुरू की गयी है। शुरुआती दौर में 20 से 22 फीसदी ही प्राचार्य जुड़ पाते थे, लेकिन अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से 90 फीसदी तक प्राचार्य जुड़ते हैं। निरीक्षण में अगर किसी स्कूल के खिलाफ कोई शिकायत होती है तो इस पर भी संबंधित स्कूल से डीईओ पूछताछ करते हैं। डीईओ हर प्राचार्य से स्कूल की गतिविधि की जानकारी लेते हैं।
स्कूलों में बढ़ी उपस्थिति
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सही डेटा और जानकारी देने के लिए स्कूल प्रशासन लगातार उपस्थिति पर बल दे रहे हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग शुरू होने के पहले जहां स्कूल में 20 फीसदी के लगभग ही उपस्थिति होती थी, वहीं अब 60 से 70 फीसदी तक उपस्थिति चली गई है। डीईओ के साथ तमाम डीपीओ की ओर से उपस्थिति को लेकर स्कूल पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। स्कूल में 50 फीसदी से कम उपस्थिति होने पर प्राचार्य पर कार्रवाई होगी, इसकी जानकारी दी जा रही है। इन निर्देश का असर है कि स्कूल में लगातार उपस्थिति बढ़ी है।
इन बिंदुओं पर ली जाती है जानकारी
– विद्यालय का नाम
– शिक्षकों की संख्या, उपस्थित शिक्षकों की संख्या
– अवकाश में रहने वाले शिक्षकों की संख्या
– नामांकित छात्रों की संख्या, उपस्थिति छात्रों की संख्या
– विद्यालय में शौचालय की सुविधा
– एफएलएन किट का उपयोग हो रहा है या नहीं
– खेलकूद की सामग्री का उपयोग हो रहा है या नहीं
– प्रयोगशाला का उपयोग किया जा रहा है या नहीं
– विद्यालय में कबाड़ की सामग्री है या हटा दी गयी
– विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक कब हुई
– अभिभावक शिक्षक बैठक आखिरी बार कब हुई
शुरुआत में कुछ दिन दिक्कतें आई थीं, लेकिन अब हर दिन जुड़ जाते हैं। स्कूल में कक्षा समाप्त होने के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग होती है। स्कूल संबंधित सारी जानकारी ली जाती है।
एसबी सिंह, प्राचार्य, शास्त्रीनगर बालक हाई स्कूल
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन हर दिन होता है। प्रयोगशाला से लेकर विषयवार कक्षा की जानकारी मांगी जाती है। खेलकूद की पूरी रिपोर्ट ली जाती है।
पूनम सिन्हा, गर्दनीबाग बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन हर दिन होता है। इसमें जिले के हर प्राचार्य को जुड़ना अनिवार्य है। सभी प्राचार्य से उनके प्रतिदिन की रिपोर्ट ली जाती है।
अमित कुमार, डीईओ पटना
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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सरकारी स्कूलों में हर दिन की गतिविधि जानने, छात्रों की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन रिपोर्ट लेने के लिए प्राचार्यों को हर दिन ऑनलाइन जुड़ना अनिवार्य है। पटना जिले की बात करें तो 3543 स्कूलों के प्राचार्य हर दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ते हैं। इस दौरान प्राचार्य को स्कूल की पूरी रिपोर्ट देनी होती है। कितने छात्र स्कूल आए, कितने ने मध्याह्न भोजन किया, खेलकूद पीरियड हुआ या नहीं। नहीं हुआ तो उसका कारण बताना होता है।
बता दें कि पटना जिला शिक्षा कार्यालय भवन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल बनाया गया है। इसमें प्रोजेक्टर लगाया गया है। इससे हर दिन शाम चार से पांच बजे तक डीईओ के साथ तमाम डीपीओ और जिलेभर के सभी स्कूलों के प्राचार्य एक साथ ऑनलाइन जुड़ते हैं। इस दौरान डीईओ स्कूल संबंधित कई चीजों की जानकारी प्राचार्य से लेते हैं। यह प्रक्रिया जुलाई से शुरू की गयी है। शुरुआती दौर में 20 से 22 फीसदी ही प्राचार्य जुड़ पाते थे, लेकिन अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से 90 फीसदी तक प्राचार्य जुड़ते हैं। निरीक्षण में अगर किसी स्कूल के खिलाफ कोई शिकायत होती है तो इस पर भी संबंधित स्कूल से डीईओ पूछताछ करते हैं। डीईओ हर प्राचार्य से स्कूल की गतिविधि की जानकारी लेते हैं।
स्कूलों में बढ़ी उपस्थिति
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सही डेटा और जानकारी देने के लिए स्कूल प्रशासन लगातार उपस्थिति पर बल दे रहे हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग शुरू होने के पहले जहां स्कूल में 20 फीसदी के लगभग ही उपस्थिति होती थी, वहीं अब 60 से 70 फीसदी तक उपस्थिति चली गई है। डीईओ के साथ तमाम डीपीओ की ओर से उपस्थिति को लेकर स्कूल पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। स्कूल में 50 फीसदी से कम उपस्थिति होने पर प्राचार्य पर कार्रवाई होगी, इसकी जानकारी दी जा रही है। इन निर्देश का असर है कि स्कूल में लगातार उपस्थिति बढ़ी है।
इन बिंदुओं पर ली जाती है जानकारी
– विद्यालय का नाम
– शिक्षकों की संख्या, उपस्थित शिक्षकों की संख्या
– अवकाश में रहने वाले शिक्षकों की संख्या
– नामांकित छात्रों की संख्या, उपस्थिति छात्रों की संख्या
– विद्यालय में शौचालय की सुविधा
– एफएलएन किट का उपयोग हो रहा है या नहीं
– खेलकूद की सामग्री का उपयोग हो रहा है या नहीं
– प्रयोगशाला का उपयोग किया जा रहा है या नहीं
– विद्यालय में कबाड़ की सामग्री है या हटा दी गयी
– विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक कब हुई
– अभिभावक शिक्षक बैठक आखिरी बार कब हुई
शुरुआत में कुछ दिन दिक्कतें आई थीं, लेकिन अब हर दिन जुड़ जाते हैं। स्कूल में कक्षा समाप्त होने के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग होती है। स्कूल संबंधित सारी जानकारी ली जाती है।
एसबी सिंह, प्राचार्य, शास्त्रीनगर बालक हाई स्कूल
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन हर दिन होता है। प्रयोगशाला से लेकर विषयवार कक्षा की जानकारी मांगी जाती है। खेलकूद की पूरी रिपोर्ट ली जाती है।
पूनम सिन्हा, गर्दनीबाग बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन हर दिन होता है। इसमें जिले के हर प्राचार्य को जुड़ना अनिवार्य है। सभी प्राचार्य से उनके प्रतिदिन की रिपोर्ट ली जाती है।
अमित कुमार, डीईओ पटना
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