पंजाब-हरियाणा जल विवाद के बीच कैप्टन नड्डा से मिले: राष्ट्रीय सुरक्षा और पंजाब के विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा; पत्नी बोलीं थी- एक बूंद भी नहीं देंगे – Punjab News h3>
पंजाब भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा के राष्ट्रीय प्रधान से मुलाकात की।
पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे पानी विवाद के बीच पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। उन्होंने खुद इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर दी। इसमें उन्होंने लिखा है कि नड्डा से मु
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कैप्टन और जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय सुरक्षा और पंजाब के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इससे पहले उन्होंने कल कहा था कि पंजाब में रह रहा प्रत्येक कश्मीरी उनके अपने बच्चों जैसा है। वहीं, उनकी पत्नी पूर्व मंत्री परनीत कौर ने आज सुबह प्रेस कांफ्रेंस की थी। उन्होंने कहा था कि पंजाब से पानी की एक बूंद दूसरे राज्य से बाहर नहीं जाने देंगे।
उन्होंने इस दिक्कत के लिए पंजाब के सीएम भगवंत मान को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना था कि वह मीटिंग में उचित तरीके से अपना पक्ष रख नहीं पाए। इसके चलते यह हालात बने हुए है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा पोस्ट डालकर मीटिंग के बारे में जानकारी दी गई।
माना जा रहा है कि पानी के मुद्दे पर हुई होगी चर्चा
इसी बीच कैप्टन ने नड्डा से मुलाकात की है। हालांकि पंजाब के किन मुद्दों पर चर्चा हुई, इसके बारे में तो उन्होंने कुछ नहीं लिखा है। हालांकि माना जा रहा है कि मीटिंग में पानी का मुद्दा जरूर उठा होगा। क्योंकि इस समय हरियाणा और पंजाब दोनों आमने सामने है। वहीं, विरोधी दल इस मुद्दे पर बीजेपी को विरोधी घेर रहे है।
दूसरी तरफ कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब के पानी का रखवाला कहा जाता है। वह भाजपा में शामिल होने से पहले कांग्रेस में थे। उनकी अगुवाई में 2017 कांग्रेस की सरकार बनी थी। लेकिन चुनाव से तीन महीने कांग्रेस ने उन्हें हटाकर चरनजीत सिंह चन्नी को का पंजाब का सीएम बना दिया था। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी। साथ ही अपनी एक अलग पार्टी बनाई थी। बाद में उन्होंने अपनी पार्टी बीजेपी में शामिल कर दी थी।
खुद मंडी पहुंचकर धान का लिया था जायजा कैप्टन अमरिंदर सिंह काफी समय से एक्टिव राजनीति से दूरी बनाकर चल रहे हैं। हालांकि जब गत वर्ष पंजाब की मंडियों में धान की उचित तरीके से लिफ्टिंग न होने के मामले पर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने उठाया था, तो वह अचानक एक्टिव हो गए थे। उन्होंने खन्ना मंडी में जाकर धान की खरीद व लिफ्टिंग का जायजा लिया था। इसके बाद इस मामले में बैकफुट पर चली बीजेपी हमलावर हुई थी। बीजेपी नेताओं ने गवर्नर से मुलाकात की थी। साथ ही इस मामले को निपटाने में सहयोग किया था।