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Newswrap हिन्दुस्तान, बिहारशरीफTue, 8 Oct 2024 04:22 PM
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न आएं किसी के बहकावे में, ‘स्मार्ट मीटर है बहुत ही स्मार्ट बिजली बिल की त्रुटियों से देता है छुटकारा, करता है सही रीडिंग समय पर रिचार्ज करने पर मिलता बिजली बिल में 3 फीसद की छूट फोटो स्मार्ट मीटर : कलेक्ट्रेट में स्मार्ट मीटर के फायदे और खूबियां बतातें डीएम शशांक शुभंकर। साथ में हैं डीडीसी श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर, बिजली विभाग केअधीक्षण अभियंता सुशील कुमार व अन्य। बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि। कलेक्ट्रेट में मंगलवार को डीएम शशांक शुभंकर ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबंधित भ्रांतियां दूर की। कहा कि स्मार्ट मीटर बहुत ही ‘स्मार्ट है। इसके एक नहीं अनगिनत फायदे हैं। यह बिजली बिल की त्रुटियों से उपभोक्ताओं को छुटकारा दिलाता है। खपत के अनुसार बिल की रीडिंग सही तरीके से करता है। खास यह भी कि समय से रिचार्ज करने पर स्मार्ट मीटर में तीन फीसद छूट दी जाती है। मीटर की खासियत यह भी कि इसे घर बैठे मोबाइल की तरह रिचार्ज कर सकते हैं। बिजली की बचत करने में यह बहुत ही कारगर है। हर दिन और हर घंटे बिजली खपत की पूरी जानकारी उपभोक्ताओं को देता है। इससे बिजली बचत करने की आदत लोगों में आती है। उन्होंने कहा कि सभी पुराने मीटरों को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया तेज गति से चल रही है। राहत यह भी कि मीटर लगाने के लिए उपभोक्ता से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। स्मार्ट मीटर लगाने से पूर्व अगर बकाया राशि है तो उसे किस्तों में भुगतान करने की सहूलियत दी जाती है। इससे उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ता है। उपभोक्ता को पोस्टपेड से प्रीपेड में परिवर्तित करते समय बकाये की राशि की वसूली प्रतिमाह पिछले तीन माह की औसत खपत के 25 प्रतिशत से ज्यादा की जा सकती है। सुकून देने वाली बात यह भी कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद यदि अधिकतम डिमांड स्वीकृत भार से बढ़ जाता है तो उपभोक्ता को छह माह तक अधिक डिमांड शुल्क से राहत दी जाती है। मौके पर डीडीसी श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर, बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर विकास कुमार, रूपक कुमार, मीटर लगाने वाली कंपनी के कर्मी व अन्य मौजूद थे। अग्रिम जमा राशि पर ब्याज भी: उपभोक्ता यदि दो हजार या इससे अधिक राशि अपने खाते में रखते हैं तो बैंक से अधिक ब्याज देने का प्रावधान किया गया है। खाते में तीन माह राशि रखने पर बैंक दर 6.75%, तीन से छह माह तक रखने पर बैंक दर से 0.25 प्रतिशत अधिक यानी 7%, छह माह से अधिक समय तक राशि रखने पर बैंक दर से 0.50 प्रतिशत अधिक यानी 7.25% ब्याज देय है। 15 तक सभी कार्यालय में स्मार्ट मीटर: उन्होंने बताया कि जिलेभर के सभी 875 सरकारी कार्यालयों में युद्धस्तर पर स्मार्ट मीटर लगाये जा रहे हैं। 653 कार्यालयों मीटर लगाने का काम पूरा भी कर लिया गया है। शेष 15 अक्टूबर तक लगाने का लक्ष्य रखा गया है। संदेह मिटाने का मौका भी : विभाग द्वारा खपत संबंधित भ्रांति को दूर करने लिए चेक मीटर विभिन्न जगहों पर लगाने की सहूलियत दी गयी है। इसके तहत स्मार्ट मीटर के साथ पुराने मीटर को भी लगा दिया जाता है। ताकि, उपभोक्ता यह परख सकें कि मीटर रीडिंग में कोई अंतर है या नहीं। स्मार्ट मीटर की ये सारीं खासियतें : 1. पुश बटन से पुन: बिजली बहाल : रिचार्ज न करने के कारण अगर बिजली कट जाती है तो मीटर लगे पुश बटन की मदद से बिजली चालू की जा सकती है। 72 घंटे तक बिजली बाधित नहीं होगी। यह सुविधा माह में एक बार दी जाती है। 2. नेट मीटर का बेहतर बिकल्प: स्मार्ट मीटर लगा लेने पर अगर उपभोक्ता सोलर पैनल लगाते हैं तो स्मार्ट मीटर को ही नेट मीटर में बदल दिया जाता है। अलग से नेट मीटर खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती है। 3. रिचार्ज पर विशेष छूट: स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को छूट भी देता है। समय से पहले भुगतान पर 1.5 प्रतिशत, ऑनलाइन भुगतान पर एक प्रतिशत तथा 0.5 प्रतिशत स्मार्ट मीटर यानी कुल तीन फीसद छूट का प्रावधान है। 4.अधिक खपत पर शुल्क नहीं: स्मार्ट मीटर लगाने के बाद यदि अधिक खपत स्वीकृत भार से बढ़ जाता है तो उपभोक्ता को छह माह तक अधिक खपत पर कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा।
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न आएं किसी के बहकावे में, ‘स्मार्ट मीटर है बहुत ही स्मार्ट बिजली बिल की त्रुटियों से देता है छुटकारा, करता है सही रीडिंग समय पर रिचार्ज करने पर मिलता बिजली बिल में 3 फीसद की छूट फोटो स्मार्ट मीटर : कलेक्ट्रेट में स्मार्ट मीटर के फायदे और खूबियां बतातें डीएम शशांक शुभंकर। साथ में हैं डीडीसी श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर, बिजली विभाग केअधीक्षण अभियंता सुशील कुमार व अन्य। बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि। कलेक्ट्रेट में मंगलवार को डीएम शशांक शुभंकर ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबंधित भ्रांतियां दूर की। कहा कि स्मार्ट मीटर बहुत ही ‘स्मार्ट है। इसके एक नहीं अनगिनत फायदे हैं। यह बिजली बिल की त्रुटियों से उपभोक्ताओं को छुटकारा दिलाता है। खपत के अनुसार बिल की रीडिंग सही तरीके से करता है। खास यह भी कि समय से रिचार्ज करने पर स्मार्ट मीटर में तीन फीसद छूट दी जाती है। मीटर की खासियत यह भी कि इसे घर बैठे मोबाइल की तरह रिचार्ज कर सकते हैं। बिजली की बचत करने में यह बहुत ही कारगर है। हर दिन और हर घंटे बिजली खपत की पूरी जानकारी उपभोक्ताओं को देता है। इससे बिजली बचत करने की आदत लोगों में आती है। उन्होंने कहा कि सभी पुराने मीटरों को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया तेज गति से चल रही है। राहत यह भी कि मीटर लगाने के लिए उपभोक्ता से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। स्मार्ट मीटर लगाने से पूर्व अगर बकाया राशि है तो उसे किस्तों में भुगतान करने की सहूलियत दी जाती है। इससे उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ता है। उपभोक्ता को पोस्टपेड से प्रीपेड में परिवर्तित करते समय बकाये की राशि की वसूली प्रतिमाह पिछले तीन माह की औसत खपत के 25 प्रतिशत से ज्यादा की जा सकती है। सुकून देने वाली बात यह भी कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद यदि अधिकतम डिमांड स्वीकृत भार से बढ़ जाता है तो उपभोक्ता को छह माह तक अधिक डिमांड शुल्क से राहत दी जाती है। मौके पर डीडीसी श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर, बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर विकास कुमार, रूपक कुमार, मीटर लगाने वाली कंपनी के कर्मी व अन्य मौजूद थे। अग्रिम जमा राशि पर ब्याज भी: उपभोक्ता यदि दो हजार या इससे अधिक राशि अपने खाते में रखते हैं तो बैंक से अधिक ब्याज देने का प्रावधान किया गया है। खाते में तीन माह राशि रखने पर बैंक दर 6.75%, तीन से छह माह तक रखने पर बैंक दर से 0.25 प्रतिशत अधिक यानी 7%, छह माह से अधिक समय तक राशि रखने पर बैंक दर से 0.50 प्रतिशत अधिक यानी 7.25% ब्याज देय है। 15 तक सभी कार्यालय में स्मार्ट मीटर: उन्होंने बताया कि जिलेभर के सभी 875 सरकारी कार्यालयों में युद्धस्तर पर स्मार्ट मीटर लगाये जा रहे हैं। 653 कार्यालयों मीटर लगाने का काम पूरा भी कर लिया गया है। शेष 15 अक्टूबर तक लगाने का लक्ष्य रखा गया है। संदेह मिटाने का मौका भी : विभाग द्वारा खपत संबंधित भ्रांति को दूर करने लिए चेक मीटर विभिन्न जगहों पर लगाने की सहूलियत दी गयी है। इसके तहत स्मार्ट मीटर के साथ पुराने मीटर को भी लगा दिया जाता है। ताकि, उपभोक्ता यह परख सकें कि मीटर रीडिंग में कोई अंतर है या नहीं। स्मार्ट मीटर की ये सारीं खासियतें : 1. पुश बटन से पुन: बिजली बहाल : रिचार्ज न करने के कारण अगर बिजली कट जाती है तो मीटर लगे पुश बटन की मदद से बिजली चालू की जा सकती है। 72 घंटे तक बिजली बाधित नहीं होगी। यह सुविधा माह में एक बार दी जाती है। 2. नेट मीटर का बेहतर बिकल्प: स्मार्ट मीटर लगा लेने पर अगर उपभोक्ता सोलर पैनल लगाते हैं तो स्मार्ट मीटर को ही नेट मीटर में बदल दिया जाता है। अलग से नेट मीटर खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती है। 3. रिचार्ज पर विशेष छूट: स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को छूट भी देता है। समय से पहले भुगतान पर 1.5 प्रतिशत, ऑनलाइन भुगतान पर एक प्रतिशत तथा 0.5 प्रतिशत स्मार्ट मीटर यानी कुल तीन फीसद छूट का प्रावधान है। 4.अधिक खपत पर शुल्क नहीं: स्मार्ट मीटर लगाने के बाद यदि अधिक खपत स्वीकृत भार से बढ़ जाता है तो उपभोक्ता को छह माह तक अधिक खपत पर कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा।