नीतीश की नैया डुबोने के लिए चिराग पासवान ने बनाया प्लान, 2024 और 2025 के चुनाव में ऐसे बढ़ाएंगे मुसीबत
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Bihar Politics: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुश्किलें बढ़ाने के लिए पूरी प्लानिंग कर दी है। लोकसभा चुनाव 2024 के साथ ही 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए लोजपा रामविलास ने कमर कस ली है। चिराग पासवान ने ऐलान किया है कि इन दोनों ही चुनावों में उनकी पार्टी सभी सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रही है। चिराग के इस बयान के बाद महागठबंधन के खेमे में खलबली मच सकती है। कयास लगाए जा रहे हैं कि लोजपा रामविलास 2020 के विधानसभा चुनाव की तरह 2024 और 2025 में भी नीतीश की पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है।
लोजपा (रामविलास) के राज्य कार्यकारिणी की हाल ही में बैठक आयोजित की गई। इसमें यह फैसला लिया गया कि पार्टी राज्य के सभी लोकसभा और विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करेगी। इसके अलावा दोनों चुनावों में पार्टी की क्या रणनीति रहेगी, इस पर भी बात हुई। पार्टी के मुखिया चिराग पासवान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कहा कि बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
एनडीए में वापसी पर क्या बोले चिराग?
चिराग पासवान ने पटना में मीडिया से बातचीत के बारे में गठबंधन को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि जिस भी गठबंधन के पास जनाधार होगा, आगामी चुनावों में वे उसके साथ गठबंधन करेंगे। हालांकि, इशारों ही इशारों में उन्होंने साफ कर दिया कि वे एनडीए में शामिल होंगे।
चिराग ने कहा कि उनकी पार्टी लोजपा (रामविलास) सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। इसका यह मतलब नहीं कि वे आगामी चुनाव में अकेले रहकर ताल ठोकेंगे। वे सभी सीटों पर तैयारी कर रहे हैं। भले ही सभी सीटों पर चुनाव लड़ें या न लड़ें, लेकिन वे गठबंधन में शामिल दूसरी पार्टियों को इसका लाभ दे सकते हैं।
लोजपा में टूट होने पर अपने चाचा पशुपति पारस से हुए विवाद के बाद चिराग ने एनडीए छोड़ दिया था। चिराग पासवान की बीजेपी से नजदीकियां जगजाहिर हैं। उनके चाचा पशुपति पारस का गुट एनडीए में ही है, इसलिए वे अभी तक गठबंधन में नहीं आए हैं। हालांकि, माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उनकी एनडीए में वापसी हो सकती है।
नीतीश की मुश्किल बढ़ाएंगे चिराग पासवान?
लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने आगामी चुनावों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और महागठबंधन में शामिल पार्टियों की मुश्किलें बढ़ाने की तैयारी कर ली है। लोजपा की दलित वोटबैंक पर अच्छी पकड़ है। बिहार की राजनीति जातिगत समीकरणों पर आधारित है और दलित वोटर्स किसी भी गठबंधन की जीत-हार के लिए बहुत मायने रखते हैं। चिराग पासवान ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करके महागठबंधन के वोटबैंक में सेंध लगाने की प्लानिंग की है।
2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भी चिराग पासवान ने नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के सामने अपने प्रत्याशी उतारे थे। भले ही लोजपा रामविलास का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। मगर उसने कई सीटों पर नीतीश के वोटबैंक में सेंधमारी की और इस वजह से जेडीयू को वहां हार का सामना करना पड़ा था। इस बार भी चिराग पासवान, सीएम नीतीश की नैया डुबोने के लिए कुछ इसी तरह की रणनीति पर काम कर रहे हैं। हालांकि, उनका अगला कदम क्या होगा और वे किस गठबंधन में जाएंगे, यह तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा।