नीतीश का बिहार मॉडल, पढ़ोगे तो नौकरी, खेलोगे तो नौकरी: तेजस्वी यादव h3>
ऐप पर पढ़ें
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पटना में गांधी मैंदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों नियुक्ति पत्र लेने पहुंचे नवनियुक्त शिक्षकों से कहा कि उनके ऊपर बिहार का भविष्य संवारने की जिम्मेवारी है। उन्हें बेहद गंभीरता से अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन करना है। उन्हें बिहार के हित में काम करना है। सरकारी विद्यालयों में जो बच्चे पढ़ रहे हैं, वे बिहार के भविष्य हैं। उन्हें बेहतर शिक्षा देना उनकी ही जिम्मेवारी है। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार का बिहार मॉडल है पढ़ोगे तो नौकरी मिलेगी, खेलोगे तो नौकरी मिलेगी। पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पदक विजेताओं को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपा। उन्हें अधिकारी बनाया गया है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि मजह 70 दिनों में 2 लाख से अधिक शिक्षकों की बहाली करके हमने विश्व रिकार्ड बनाया है। पूरी दुनिया में ऐसा कोई उदाहरण नहीं। समय पर विज्ञापन, समय पर परीक्षा, समय पर नियुक्ति हुई। यही नहीं समय पर वेतन भी मिल रहा है। उन्होंने अन्य राज्यों को बिहार से सीखने की नसीहत दी। कहा कि बिहार सरकार जो कहती है वह करती है। हम तो जनता के मुद्दे पर काम करने वाले लोग हैं। बेरोजगारी सबसे बुरी चीज है। हम इसे खत्म करने के लिए गंभीरता से पहल कर रहे हैं। उपमुख्यमंत्री ने विरोधियों पर निशाना साधा और कहा कि इतनी बड़ी नियुक्ति पत्र वितरण समारोह से ठंड के मौसम में भी कई लोगों का धुंआ निकल रहा है। हम नौकरी व रोजगार देने के अपने वायदे को हर हाल में पूरा करेंगे।
नीतीश कुमार ने पूछा- बच्चों को ठीक से पढ़ाएंगे न… 26 हजार शिक्षकों ने एक स्वर में कहा- जी सर…..
बिहार ने इतिहास रचा: बिजेन्द्र यादव
ऊर्जा और योजना एवं विकास मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि एक लाख शिक्षकों की नियुक्ति करके बिहार ने इतिहास रच दिया है। इतने कम समय में इतनी बड़ी नियुक्ति की कल्पना भी नहीं की जा सकती। लेकिन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस कल्पना को हकीकत बना दिया। मंत्री ने कहा कि शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए यह बड़ा और प्रभावी कदम है। यह नियुक्ति इसलिए भी ऐतिहासिक है, क्योंकि यह नयी पीढ़ी को संवारेगी। उनका भविष्य बेहतर होगा। बच्चे पढ़ेंगे तो हमारा समाज, राज्य और अंतत: देश सशक्त होगा। हमारा आने वाला कल सुनहला होगा।
हम नौकरी, कुछ नफरत बांट रहे: चन्द्रशेखर
शिक्षा मंत्री डॉ. चन्द्रशेखर ने कहा कि हमारी सरकार नौकरी बांट रही है और कुछ लोग नफरत बांट रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काम में विश्वास करते हैं। उनके नेतृत्व में हर सेक्टर में बिहार विकास कर रहा है। चाहे सड़क निर्माण हो या फिर उनका मेन्टेनेंस, बिहार ने अपने बूते काफी काम किया है। मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार बिहार को मदद नहीं कर रही है। योजनाओं की राशि में भारी कटौती की जा रही है। यदि केन्द्र सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देती या फिर विशेष पैकेज, तो बिहार देश का अव्वल राज्य होता।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
ऐप पर पढ़ें
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पटना में गांधी मैंदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों नियुक्ति पत्र लेने पहुंचे नवनियुक्त शिक्षकों से कहा कि उनके ऊपर बिहार का भविष्य संवारने की जिम्मेवारी है। उन्हें बेहद गंभीरता से अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन करना है। उन्हें बिहार के हित में काम करना है। सरकारी विद्यालयों में जो बच्चे पढ़ रहे हैं, वे बिहार के भविष्य हैं। उन्हें बेहतर शिक्षा देना उनकी ही जिम्मेवारी है। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार का बिहार मॉडल है पढ़ोगे तो नौकरी मिलेगी, खेलोगे तो नौकरी मिलेगी। पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पदक विजेताओं को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपा। उन्हें अधिकारी बनाया गया है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि मजह 70 दिनों में 2 लाख से अधिक शिक्षकों की बहाली करके हमने विश्व रिकार्ड बनाया है। पूरी दुनिया में ऐसा कोई उदाहरण नहीं। समय पर विज्ञापन, समय पर परीक्षा, समय पर नियुक्ति हुई। यही नहीं समय पर वेतन भी मिल रहा है। उन्होंने अन्य राज्यों को बिहार से सीखने की नसीहत दी। कहा कि बिहार सरकार जो कहती है वह करती है। हम तो जनता के मुद्दे पर काम करने वाले लोग हैं। बेरोजगारी सबसे बुरी चीज है। हम इसे खत्म करने के लिए गंभीरता से पहल कर रहे हैं। उपमुख्यमंत्री ने विरोधियों पर निशाना साधा और कहा कि इतनी बड़ी नियुक्ति पत्र वितरण समारोह से ठंड के मौसम में भी कई लोगों का धुंआ निकल रहा है। हम नौकरी व रोजगार देने के अपने वायदे को हर हाल में पूरा करेंगे।
नीतीश कुमार ने पूछा- बच्चों को ठीक से पढ़ाएंगे न… 26 हजार शिक्षकों ने एक स्वर में कहा- जी सर…..
बिहार ने इतिहास रचा: बिजेन्द्र यादव
ऊर्जा और योजना एवं विकास मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि एक लाख शिक्षकों की नियुक्ति करके बिहार ने इतिहास रच दिया है। इतने कम समय में इतनी बड़ी नियुक्ति की कल्पना भी नहीं की जा सकती। लेकिन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस कल्पना को हकीकत बना दिया। मंत्री ने कहा कि शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए यह बड़ा और प्रभावी कदम है। यह नियुक्ति इसलिए भी ऐतिहासिक है, क्योंकि यह नयी पीढ़ी को संवारेगी। उनका भविष्य बेहतर होगा। बच्चे पढ़ेंगे तो हमारा समाज, राज्य और अंतत: देश सशक्त होगा। हमारा आने वाला कल सुनहला होगा।
हम नौकरी, कुछ नफरत बांट रहे: चन्द्रशेखर
शिक्षा मंत्री डॉ. चन्द्रशेखर ने कहा कि हमारी सरकार नौकरी बांट रही है और कुछ लोग नफरत बांट रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काम में विश्वास करते हैं। उनके नेतृत्व में हर सेक्टर में बिहार विकास कर रहा है। चाहे सड़क निर्माण हो या फिर उनका मेन्टेनेंस, बिहार ने अपने बूते काफी काम किया है। मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार बिहार को मदद नहीं कर रही है। योजनाओं की राशि में भारी कटौती की जा रही है। यदि केन्द्र सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देती या फिर विशेष पैकेज, तो बिहार देश का अव्वल राज्य होता।