निषादराज जयंती के बहाने निषाद समाज को साध गए सीएम: प्रयागराज से सीएम योगी ने 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की शुरू कर दी तैयारी – Prayagraj (Allahabad) News

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निषादराज जयंती के बहाने निषाद समाज को साध गए सीएम:  प्रयागराज से सीएम योगी ने 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की शुरू कर दी तैयारी – Prayagraj (Allahabad) News

निषादराज जयंती के बहाने निषाद समाज को साध गए सीएम: प्रयागराज से सीएम योगी ने 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की शुरू कर दी तैयारी – Prayagraj (Allahabad) News

निषादराज पार्क में भगवान श्रीराम और निषाद राज के गले लगती प्रतिमा के साथ फोटो कराते सीएम योगी आदित्यनाथ।

प्रयागराज के श्रृंग्वेरपुर में बने निषादराज गुहा पार्क में पूजन व निषाद समाज के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगवान श्रीराम और निषादराज की मित्रता की चर्चा करते हुए भाजपा सरकार की तरफ से निषाद समाज के लिए चलाई जा रही योजनाओं

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प्रदेश में ओबीसी वर्ग में 17 से 18 प्रतिशत है निषाद समाज का हिस्सा उत्तर प्रदेश में अगर जाति के हिसाब से देखा जाएं तो ओबीसी वर्ग 36.77 फिसदी हैं। इनमें 17 से 18प्रतिशत निषाद समाज से लोग आते हैं। ऐसे में निषाद समाज उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव की कई सीटों पर निर्णायक भूमिका में रहता है। यही कारण है कि 2022 के विधान सभा चुनाव में सभी पार्टियां निषाद समाज को अपने साथ मिलाने के लिए हर संभव प्रयास में जुटी रही। हालांकि इसमें भाजपा ने बाजी मारते हुए निषाद पार्टी को अपने साथ रखा। उसका परिणाम रहा कि भाजपा फिर से सत्ता पर काबिज हो सकी। ऐसे में निषाद पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने से लेकर निषादराज की जयंती पर सीएम का आना और उनकी पूजा करना समाज को एक बड़ा संदेश दे गया। जो 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपना असर दिखाएगा।

निषाद समाज की यूपी में 140 सीटों पर परिणाम बदलने की है भूमिका निषाद समाज की बात करें तो प्रदेश में विधान सभा चुनाव के दौरान करीब 140 सीटों पर परिणाम बदलने की भूमिका में यह समाज है। निषाद समाज के अन्तर्गत केवट, बिंद, मल्लाह, कश्यप, नोनिया, मांझी और गोंड जैसी जातियां आती है। इसी कारण भारतीय जनता पार्टी इनको साधने में जुटी है। प्रदेश में गोरखपुर, गाजीपुर, बलिया, संत कबीर नगर, मऊ, मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, प्रयागराज, फतेहपुर, सहारनपुर और हमीरपुर जैसे जिलों में निषाद मतदाताओं की संख्या बहुत अधिक है। प्रयागराज में ही विधानसभा की तीन सीटों पर निषाद समाज का दबदबा है। इसमें यमुनापार में करछना, बारा और गंगापार में हंडिया विधानसभा सीट पर निषाद वोटर निर्णायक भूमिका में हैं। ऐसे में सीएम योगी आदित्यनात निषादराज गुहा की जयंती के बहाने 2027 के होने वाले चुनाव के दौरान निषाद समाज को साधने में कोई कसर छोड़ने को तैयार नहीं हैं।

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