नालंदा में बिजली विभाग दल पर हमला: विद्युत चोरी की जांच के लिए पहुंची थी टीम, सोने की चेन और अंगूठी भी छीन ली – Nalanda News h3>
बिजली कर्मचारी से हाथापाई करते लोग।
नालंदा जिले के नूरसराय क्षेत्र में बिजली चोरी की जांच के दौरान एक सरकारी दल पर हमला किया गया। गुरुवार शाम को हुई इस घटना में कई सरकारी कर्मचारी घायल हुए और महत्वपूर्ण साक्ष्य नष्ट कर दिए गए।
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विद्युत आपूर्ति प्रशाखा-नूरसराय के कनीय विद्युत अभियंता मोहम्मद असगर अली के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया गया था। इस दल में सहायक विद्युत अभियंता अरविंद कुमार, तकनीकी कोटी-1 राकेश कुमार और अन्य कर्मचारी शामिल थे।
जांच दल शाम 4:00 बजे नुरसराय थाना क्षेत्र के सैदी पहुंचा। वहां पहुंचने पर दल ने देखा कि छोटे पासवान के आवासीय परिसर में विद्युत मीटर के अतिरिक्त एक अन्य तार लगा हुआ था, जिसे एक लड़की के सहारे छत से खींचकर उतारने का प्रयास किया जा रहा था।
जब जांच दल ने परिसर की जांच शुरू की, तभी छोटे पासवान का भाई राकेश पासवान लाठी लेकर आया और कर्मचारियों को गाली देने लगा। पासवान ने कथित तौर पर शराब के नशे में धुत्त होकर सरकारी कर्मचारियों राकेश कुमार और लक्ष्मी रजक पर लाठी से हमला कर दिया।
जब असगर अली ने इस घटना का वीडियो बनाना शुरू किया, तो राकेश पासवान ने उन पर भी ईंट फेंका। बाद में छोटे पासवान के अन्य परिजन भी आ गए और पूरे जांच दल के साथ मारपीट करने लगे।
घर मे रेड करते बिजली कर्मचारी
साक्ष्य नष्ट किए गए
घटना के दौरान स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई, जिसने जांच दल से जब्त किए गए उपकरणों को छीनकर नष्ट कर दिया। असगर अली का मोबाइल फोन भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया, जिसमें वीडियो साक्ष्य था।
आरोपियों ने कथित तौर पर जांच दल को धमकी दी कि यदि वे फिर से गांव में या आसपास के क्षेत्रों में जांच करने आए, तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा।
घायल कर्मचारियों का हाल
इस हमले में कई सरकारी कर्मचारी घायल हुए। असगर अली को सिर और पैरों में, राकेश कुमार को सिर, आंख, पीठ और पैरों और लक्ष्मी रजक को सीने और पैर में गंभीर चोटें आईं।
हमले के दौरान राकेश कुमार की सोने की चेन और अंगूठी भी छीन ली। घटना के बाद सभी घायलों का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नूरसराय में इलाज हुआ।
आवेदन मिला है, जांच की जा रही है
असगर अली ने नूरसराय थाने में एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोपियों के खिलाफ राजपत्रित पदाधिकारी और सरकारी कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज, मारपीट, जान से मारने का प्रयास, धमकी, सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने और साक्ष्य नष्ट करने के आरोप लगाए गए हैं।
वहीं इस मामले में नुरसराय थानाध्यक्ष रजनीश कुमार ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।