नालंदा के रहुई में बनेगा नया पावर सब स्टेशन: ओवरलोडिंग की समस्या से मिलेगी राहत, अगले महीने निर्माण का काम होगा शुरू – Nalanda News h3>
बिजली आपूर्ति व्यवस्था को लेकर नालन्दा के रहुई क्षेत्र के निवासियों के लिए खुशखबरी है। सालों से बिजली की अनियमित आपूर्ति से जूझ रहे क्षेत्र में अब नया पावर सब स्टेशन (पीएसएस) बनने जा रहा है। रहुई के ढिबरापर के पास जिले का 52वां पावर सब स्टेशन स्थापित
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बिजली विभाग ने जानकारी दी कि इस नए पीएसएस के लिए जमीन चिह्नित करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। संबंधित अधिकारियों का कहना है कि अगले महीने तक निर्माण काम शुरू हो जाएगा। इस परियोजना पर लगभग नौ करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है।
नए पावर सब स्टेशन की क्षमता 20 एमवीए
नए पावर सब स्टेशन की क्षमता 20 एमवीए होगी, जिसमें 10-10 एमवीए के दो पावर ट्रांसफॉर्मर स्थापित किए जाएंगे। इस पीएसएस में घरेलू उपभोक्ताओं, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और कृषि कार्यों के लिए अलग-अलग विशेष फीडर का निर्माण किया जाएगा।
वर्तमान में रहुई प्रखंड में रहुई बाजार और धमौली में ही पीएसएस हैं, जिनसे पूरे प्रखंड क्षेत्र के उपभोक्ताओं को बिजली प्रदान की जाती है। ढिबरापर में तीसरा पीएसएस स्थापित होने से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था में बदलाव आएगा।
सोसंदी में भी बनेगा पावर सब स्टेशन
क्षेत्र के लिए एक और अच्छी खबर यह है कि नूरसराय के रतनपुरा और रहुई के सोसंदी में भी पावर सब स्टेशन बनाने की योजना प्रस्तावित है। इस संबंध में मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा जा चुका है, हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक स्वीकृति नहीं मिली है। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि जल्द ही इन प्रस्तावों पर भी सकारात्मक फैसला आएगा।
20 एमवीए की क्षमता होगी।
बिजली की मांग के अनुसार कई नए फीडर
ढिबरापर में नए पीएसएस के निर्माण से रहुई के साथ-साथ बिहारशरीफ के सोहसराय पीएसएस पर भी लोड कम होगा। यह संभव होगा क्योंकि ढिबरापर पीएसएस पर न्यूनार्थ फीडर के साथ-साथ रहुई फीडर को भी स्थानांतरित किया जाएगा। इसके अलावा, बिजली की मांग के अनुसार कई नए फीडर भी स्थापित किए जाएंगे।
अलग-अलग स्रोतों से बिजली की आपूर्ति
इस नई परियोजना की एक विशेष बात यह है कि पुराने और नए सभी पावर सब स्टेशनों को रिंग सिस्टम से जोड़ा जाएगा। 33 केवी लाइन का जाल इस प्रकार बिछाया जाएगा कि प्रत्येक पीएसएस को एक नहीं बल्कि दो अलग-अलग स्रोतों से बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। इससे आपातकालीन स्थिति में भी बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होगी।
बड़ी पहाड़ी ग्रिड के अलावा, आवश्यकता पड़ने पर हरनौत के चेरन ग्रिड से भी रहुई प्रखंड के सभी पीएसएस को बिजली दी जा सकेगी। इस व्यवस्था से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की निरंतरता सुनिश्चित होगी।
विभागीय अधिकारियों की प्रतिक्रिया
इस संबंध में बिहारशरीफ (ग्रामीण) के कार्यपालक अभियंता रूपक कुमार ने बताया कि रहुई के ढिबरापर में नए पावर सब स्टेशन बनाने की स्वीकृति मिल गई है। सर्किल ऑफिसर के स्तर से जमीन चिह्नित करने की प्रक्रिया चल रही है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही निर्माण काम शुरू हो जाएगा। नए पीएसएस के बनने से रहुई इलाके में बिजली की आपूर्ति व्यवस्था में महत्वपूर्ण सुधार आएगा।