नारनौल में 74 लाख का साइबर फ्राड करने वाला गिरफ्तार: पुलिस ने लिया कानपुर से प्रोडक्शन वारंट पर, एमपी का रहने वाला – Narnaul News h3>
नारनौल पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
हरियाणा के नारनौल में साइबर थाना की पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए 74 लाख रुपए का फ्रॉड करने के मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को कानपुर से प्रोडक्शन वारंट पर लाकर गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान अक्षय निवासी पटेल मोहल्ला, व
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मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने फ्रॉड की सारी राशि को फ्रीज करा दिया था। पुलिस ने मामले में संबंधित कंपनियों से पत्राचार कर आरोपी का पता लगाया। पुलिस ने जांच में पता लगाया कि साइबर फ्रॉड के मामले में आरोपी की फर्म और खाते का प्रयोग हुआ था। जांच में पता लगाया कि फर्म के खाते के खिलाफ देशभर में करीब 236 शिकायतें हैं। पुलिस द्वारा फर्म के खाते से संबंधित रिकॉर्ड चेक किया जा रहा है। आरोपी को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस द्वारा आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
बातों में प्रभावित होकर लगाए पैसे
नारनौल के शिकायतकर्ता ने साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई कि वह भारतीय वायु सेवा से सेवानिवृत है। जनवरी 2024 में उसने यूट्यूब पर एक विज्ञापन (ऐड) देखी, जो शेयर मार्केट में निवेश के संबंध में जानकारी/ट्रेनिंग/सलाह देने के बारे में थी, जिसमें एक वेब लिंक दिया हुआ था। जो विज्ञापन देखकर उसने लिंक पर क्लिक किया तो वह एक ग्रुप से जुड़ गया। वहां पर एक व्यक्ति ने अपना परिचय शेयर मार्केट ट्रेडिंग इंस्टीट्यूट के डीन के रूप में दिया। जिनकी बातों से प्रभावित होकर उसने ग्रुप की क्लासों को अटेंड करना आरंभ कर दिया। उक्त ग्रुप के लोगों ने बातों से उसे प्रभावित कर लिया और अप्रैल 2024 में क्रिप्टो करेंसी के बारे में बताकर निवेश के बारे में सुझाव दिया गया।
बोनस की राशि से शुरू किया व्यापार
इसके बाद डीन ने सलाह दी की एक्सचेंज 120 डॉलर का बोनस नए सदस्यों को दे रहा है इसलिए बोनस राशि से ग्रुप में मौजूद नए सदस्य स्वयं की कोई धनराशि निवेश में लगाए बिना शिकायतकर्ता ने एक्सचेंज में खुद को रजिस्टर्ड कर दिया और बोनस की राशि 120 डॉलर हासिल करके क्रिप्टो करेंसी में व्यापार करना आरंभ कर दिया। जून 2024 में उसने लगभग 50 लाख रुपए जमा करवा दिए। जब क्रिप्टो करेंसी का ड्रा घोषित हुआ तो उसे 48645 कॉइंस प्राप्त हुए, जिनकी कीमत उस दिन के भाव के अनुसार 26 करोड रुपए से भी अधिक थी।
अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दी थी शिकायत
जब उसने रुपए विड्राल करने चाहे तो एक्सचेंज के अकाउंट मैनेजर ने कहा कि यूके एजेंसी एफसीए और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी द्वारा भारत के खातों की वित्तीय लेनदेन की जांच के निर्देशानुसार सभी भारतीय खाता धारकों को यह सिद्ध करना होगा कि वह मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल नहीं हैं। इसके लिए उन्हें अपने अकाउंट के द्वारा उनके अकाउंट में मौजूद धन राशि का एक परसेंट अकाउंट वेरिफिकेशन के लिए जमा करवाना होगा। इस पर शिकायतकर्ता को शक हुआ, उसने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर ठगी करने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।