नवविवाहिता हत्या मामले में निष्पक्ष जांच की मांग: डीआईजी और एसपी से मिला आरोपी पक्ष का परिवार, कहा- हमें फंसाया जा रहा – Purnia News

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नवविवाहिता हत्या मामले में निष्पक्ष जांच की मांग:  डीआईजी और एसपी से मिला आरोपी पक्ष का परिवार, कहा- हमें फंसाया जा रहा – Purnia News

नवविवाहिता हत्या मामले में निष्पक्ष जांच की मांग: डीआईजी और एसपी से मिला आरोपी पक्ष का परिवार, कहा- हमें फंसाया जा रहा – Purnia News

पूर्णिया के मरंगा थाना क्षेत्र के लालगंज में नवविवाहिता की हत्या हुई थी। जिसमें नया मोड आया है। घटना को लेकर आरोपी पक्ष के परिवार वालों और ग्रामीणों का दावा है कि ये मर्डर नहीं बल्कि सुसाइड का मामला है। मामले में कई ऐसे लोगों के ऊपर मामला दर्ज कराया

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मंगलवार को इसे लेकर परिजनों और ग्रामीणों ने डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल और एसपी कार्तिकेय शर्मा से मुलाकात की। आवेदन सौंप मामले की निष्पक्ष जांच कर न्याय की गुहार लगाई।

5 मार्च का मामला

बता दें कि बीते 5 मार्च को शहर के मरंगा थाना क्षेत्र के लालगंज से सादीया खातून 20 की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया था। शव ससुराल के कमरे में फंदे के सहारे झूलता हुआ मिला था। घटना के बाद ससुराल पक्ष के लोग उसे लेकर GMCH पूर्णिया पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

घटना को लेकर मृतका के पिता अबुल कलाम आजाद ने लालगंज निवासी दामाद मो. हसन के बेटे मो. सैफ (22) समेत आठ लोगों पर हत्या और 9 लोगों पर मारपीट आरोप लगाते हुए मरंगा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

आरोपी पक्ष के परिजनों ने डीआईजी और एसपी को आवेदन सौंप निष्पक्ष जांच की मांग की।

दूसरे लड़के से बात करती थी

घटना को लेकर लड़के की दादी बीबी फातिमा खातून और ग्रामीण अफसाना खातून ने कहा कि लड़की ने प्रेम-प्रसंग में अप्रैल 2023 में मो. सैफ से शादी की थी। शादी के बाद उन्हें मालूम चला कि लड़की का लागगंज के ही रहने वाले विक्रमपट्टी से अफेयर चल रहा था।

वो उससे फोन पर घंटों बात किया करती थी। लड़की के नंबर का सीडीआर निकालने पर सच सामने आ जाएगा। पति ने उसे एक दिन लड़के से बात करते हुए पकड़ लिया और डांट भी लगाई थी। परिजनों को भी इसकी जानकारी थी। लड़की अपने प्रेमी के साथ ही रहना चाहती थी। इसी के बाद उसने बीते 5 मार्च को उसे वक्त फंदे से झूलकर खुदकुशी कर ली।

इसके बाद लड़की के पिता और उसके रिश्तेदार लालगंज स्थित ससुराल पहुंच गए और मारपीट शुरू कर दी। बीच बचाव में हाथापाई हुई। गुस्साए परिवार वालों ने घर में आग लगा दी। घर में सिलेंडर था अगर ये ब्लास्ट होता तो कई लोगों की जान चली जाती। हालांकि किसी तरह उन्होंने आग पर काबू पाया। इतने में ही पुलिस पहुंच गई। इसके बाद मामला शांत हुआ।

दोषी को सख्त सजा होनी चाहिए

परिजनों ने आगे कहा कि इसमें जो भी दोषी हों उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। दोषी को सख्त सजा होनी चाहिए। मगर उनकी मांग है कि निर्दोष को न फंसाया जाए। इस मामले में कुछ निर्दोष लोगों को फंसाया गया है। वे घटना के वक्त जिस जगह पर थे, इसका उनके पास सबूत है। लड़के के चाचा जाबिर हुसैन 4 मार्च की रात 8 बजे रात पटना के लिए निकले थे। 5 को घटना की जानकारी मिलते ही ट्रेन से रात गए करीब 11 बजे पूर्णिया कोर्ट पहुंचे। ट्रेन का टिकट उनके पास है।

लड़के के पिता हसन इमाम रजिस्ट्री ऑफिस में थे। मां मजहबी खातून प्राथमिक विद्यालय पीरगंज में थी। उनके पास अटेंडेंस शीट का प्रमाण है। इस मामले में 16 साल की नाबालिग का नाम भी डाल दिया गया है। जबकि वो उस वक्त नेवलाल चौक स्थित महर्षि मेही लाइब्रेरी में पढ़ रही थी। इसी तरह जाफर इमाम बरेटा गांव जबकि मंजूर आलम और अफसर आलम घर से बाहर थे। परिजनों का कहना है कि अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच हो तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

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