नए स्कूल परिसर न उद्घाटन: NPCIL की मदद से बना नया स्कूल, हाइटेक लेब और इंफ्रास्ट्रक्चर से सुसज्जित स्कूल – Banswara News h3>
स्कूल का उद्घाटन करते कलेक्टर।
एनपीसीआईएल पावर प्लाट द्वारा निर्मित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कटुम्बी के नवीन भवन का उद्घाटन बुधवार को कलेक्टर डॉ इन्द्रजीत यादव, एनपीसीआईएल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एस . बी.जोशी, छोटी सरवन उपखण्ड अधिकारी, डीईओ शफब अंजुम मैडम तथा सीबीईओ गायत्री
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प्रारंभ में अतिथियों के द्वारा फिता काटकर व मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर पूजा की गई एवं इसके पश्चात शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया गया।
सर्वप्रथम विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर दीपिका राव द्वारा अतिथियों का शब्द सुमन द्वारा स्वागत किया गया एवं विद्यालय के बारे में अतिथियों को जानकारी दी गई तथा एनपीसीआईएल को विद्यालय भवन निर्माण के लिए धन्यवाद प्रेषित किया। अतिथियों के द्वारा नवीन भवन का अवलोकन किया और नवीन भवन में दी गई सुविधाओं की सराहना भी की गई।
इस अवसर पर एनपीसीआईएल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर जोशी ने कहा कि हम केवल भवन निर्माण करके दे रहे हैं इसे विद्यालय एवं शिक्षा का केंद्र आप लोग बनाएंगे एवं विद्यार्थियों को इसका फायदा अवश्य मिलेगा। उन्होंने ने आश्वासन भी दिया कि जहां शिक्षा के क्षेत्र में इस प्रकार की आवश्यकता होगी जरूर आगे आएगा।
कार्यक्रम मेंकलेक्टर डॉ इन्द्रजीत ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत ही सुनहरा और सौभाग्य का विषय है कि हमारे जीवन जिले में एनपीसीआईएल जैसा पावर प्लांट है जो भी हमें इतनी सुविधा प्रदान करता है और इसके आने से हमारे क्षेत्र में कोई भी बेरोजगार नहीं रहेगा और जो शिक्षा के क्षेत्र में आपका जो सहयोग है सराहनीय है।उन्होंने एनपीसीआईएल को धन्यवाद ज्ञापित किया।
आभार के रूप में अंजुम मैडम द्वारा एनपीसीआईएल से निवेदन भी किया गया कि अन्य ब्लॉक में भी आपके पावर प्लांट द्वारा विद्यालय में जो विद्यालय भवन विहीन है उनके लिए कार्य किया जाए तथा एनपीसीआईएल को उनके द्वारा कटुंबी में नवीन भवन निर्माण के लिए धन्यवाद भी प्रेषित किया गया। और आश्वासन भी दिया गया कि आपके द्वारा भवन बनाया गया है उसे शिक्षा का केंद्र हमारा शिक्षा विभाग बनाएगा। इस अवसर पर जिला कलेक्टर का राज्य स्तर पर जयपुर में सम्मानित होने पर विद्यालय प्रशासन की ओर से पगड़ी पहनाकर सम्मानित भी किया गया। साथ ही अतिथियों को विद्यालय की ओर से स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए एवं डॉक्टर दीपिका राव प्रधानाचार्य द्वारा लिखित काव्य संग्रह सपनों के पंखा भी भेंट किया।