नई लाइन से भोपाल पहुंचा पानी, तर होंगे कंठ | Water reaches Bhopal through new line, will be wet | Patrika News h3>
कोलार की नई लाइन की टेङ्क्षस्टग शुरू: 36 साल पुरानी कोलार लाइन को बंद करने की कवायद
भोपाल
Published: April 14, 2022 01:15:01 am
भोपाल. कोलार डैम से भोपाल नारियलखेड़ा तक 58 किमी लंबी नई पाइप लाइन में पानी पहुंचने लगा है। बुधवार को इसकी टेङ्क्षस्टग की गई। सनखेड़ी तक पानी पहुंचने पर लाइन के गेप से फव्वारे की तरह पानी ऊंचा उठा। इसकी पैङ्क्षकग का काम किया जा रहा है। निगम के संबंधित इंजीनियरों का दावा है कि अप्रेल आखिर तक टेङ्क्षस्टग का काम पूरा कर मई में नई लाइन से जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी। इसका सबसे बड़ा फायदा पुरानी लाइन के लीकेज से बेकार बहने वाले पानी पर रोक के तौर पर होगा।
नई लाइन से भोपाल पहुंचा पानी, तर होंगे कंठ
पुरानी लाइन पूरी टूटी हुई है और रोजाना लाखों लीटर पानी बह जाता है। नई लाइन से पानी आने पर ये पुराने लीकेज खुद बंद हो जाएंगे। पूरा पानी ओवरहेड टैंकों और यहां से लोगों तक पहुंचेगा। इस गर्मी में शहर के लिए यह सबसे बड़ी सौगात होग। निगमायुक्त केवीएस चौधरी ने लाइन का बचा हुआ काम पूरा करने 30 अप्रेल तक की समय सीमा तय की है। टाटा कंपनी को ये काम दिया है और मई में हर हाल में पुरानी लाइन बंद कर नई लाइन से जलापूर्ति शुरू करना है। गौरतलब है कि अमृत प्रोजेक्ट के तहत कोलार की नई पाइप लाइन बिछाई गई है। पुरानी लाइन के लीकेज रोकने पत्रिका नई लाइन चालू करने को लेकर लगातार खबरें प्रकाशित कर रहा है। निगम ने भी अब नई लाइन से जलापूर्ति शुरू करने लक्ष्य तय कर दिया है।
मई में नई लाइन से ही होगी जलापूर्ति
कोलार की नई लाइन से पानी भोपाल पहुंचा। हालांकि सनखेड़ी में इस तरह ज्वाइंट से पानी निकलने लगा तो निगम का अमला उसे ठीक करने की कोशिश करता रहा।
58 किमी लंबी नई पाइप लाइन हैकोलार डैम से भोपाल नारियलखेड़ा तक
36 साल पुरानी है कोलार की लाइन
2018 नवंबर में ही पूरा होना था काम
04 साल देरी से शुरू की जा रही है कोलार की लाइन
50 फीसदी से अधिक आबादी को कोलार से होती है जलापूर्ति
36 एमजीडी पानी लिया जा रहा है कोलार डैम से
150 करोड़ रुपए से अधिक पहुंची प्रोजेक्ट की लागत
चार साल देरी से आया पानी
अमृत योजना के तहत नई पाइप लाइन बिछाने के लिए 136 करोड़ रुपए की लागत से नवंबर-2018 में काम पूरा किया जाना था। निगम ने टाटा प्रोजेक्ट््स को इसका जिम्मा दिया। अब चार साल बाद पूरा हो पा रहा है।
कोलार की नई लाइन की टेङ्क्षस्टग की जा रही है। इसे जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश है। अप्रेल आखिर तक हर हाल में नई लाइन पर जलापूर्ति शिफ्ट करने की लक्ष्य तय किया है।
– जेडी खान, प्रभारी इंजीनियर, प्रोजेक्ट
टीलाजमालपुरा में पाइप लाइन फूटी तो कॉलोनी की सड़कों पर पानी भर गया। इस बीच लोगों में पानी भरने की होड़ मच गई।
टेङ्क्षस्टग पूरी तो नई लाइन में शिफ्ट होगी जलापूर्ति नई लाइन की टेङ्क्षस्टग होने के साथ ही पुरानी लाइन बंद कर कोलार डैम से नई लाइन में पानी छोडऩा शुरू कर दिया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि मई में लोगों को नई लाइन से पानी मिलेगा। कोलार फिल्टर प्लांट से शहर तक मौजूदा 36 साल पुरानी पाइप लाइन की जगह नई पाइप लाइन को बिछाने का काम लगातार पिछड़ता रहा है। इसलिए बनी थी योजना: कोलार लाइन 36 साल पुरानी हो चुकी है। पाइप लाइन की क्षमता रोज 34 एमजीडी के बजाय अब 36 एमजीडी पानी लिया जा रहा है। जगह-जगह लीकेज हो चुके हैं।
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कोलार की नई लाइन की टेङ्क्षस्टग शुरू: 36 साल पुरानी कोलार लाइन को बंद करने की कवायद
भोपाल
Published: April 14, 2022 01:15:01 am
भोपाल. कोलार डैम से भोपाल नारियलखेड़ा तक 58 किमी लंबी नई पाइप लाइन में पानी पहुंचने लगा है। बुधवार को इसकी टेङ्क्षस्टग की गई। सनखेड़ी तक पानी पहुंचने पर लाइन के गेप से फव्वारे की तरह पानी ऊंचा उठा। इसकी पैङ्क्षकग का काम किया जा रहा है। निगम के संबंधित इंजीनियरों का दावा है कि अप्रेल आखिर तक टेङ्क्षस्टग का काम पूरा कर मई में नई लाइन से जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी। इसका सबसे बड़ा फायदा पुरानी लाइन के लीकेज से बेकार बहने वाले पानी पर रोक के तौर पर होगा।
नई लाइन से भोपाल पहुंचा पानी, तर होंगे कंठ
पुरानी लाइन पूरी टूटी हुई है और रोजाना लाखों लीटर पानी बह जाता है। नई लाइन से पानी आने पर ये पुराने लीकेज खुद बंद हो जाएंगे। पूरा पानी ओवरहेड टैंकों और यहां से लोगों तक पहुंचेगा। इस गर्मी में शहर के लिए यह सबसे बड़ी सौगात होग। निगमायुक्त केवीएस चौधरी ने लाइन का बचा हुआ काम पूरा करने 30 अप्रेल तक की समय सीमा तय की है। टाटा कंपनी को ये काम दिया है और मई में हर हाल में पुरानी लाइन बंद कर नई लाइन से जलापूर्ति शुरू करना है। गौरतलब है कि अमृत प्रोजेक्ट के तहत कोलार की नई पाइप लाइन बिछाई गई है। पुरानी लाइन के लीकेज रोकने पत्रिका नई लाइन चालू करने को लेकर लगातार खबरें प्रकाशित कर रहा है। निगम ने भी अब नई लाइन से जलापूर्ति शुरू करने लक्ष्य तय कर दिया है।
मई में नई लाइन से ही होगी जलापूर्ति
कोलार की नई लाइन से पानी भोपाल पहुंचा। हालांकि सनखेड़ी में इस तरह ज्वाइंट से पानी निकलने लगा तो निगम का अमला उसे ठीक करने की कोशिश करता रहा।
58 किमी लंबी नई पाइप लाइन हैकोलार डैम से भोपाल नारियलखेड़ा तक
36 साल पुरानी है कोलार की लाइन
2018 नवंबर में ही पूरा होना था काम
04 साल देरी से शुरू की जा रही है कोलार की लाइन
50 फीसदी से अधिक आबादी को कोलार से होती है जलापूर्ति
36 एमजीडी पानी लिया जा रहा है कोलार डैम से
150 करोड़ रुपए से अधिक पहुंची प्रोजेक्ट की लागत
चार साल देरी से आया पानी
अमृत योजना के तहत नई पाइप लाइन बिछाने के लिए 136 करोड़ रुपए की लागत से नवंबर-2018 में काम पूरा किया जाना था। निगम ने टाटा प्रोजेक्ट््स को इसका जिम्मा दिया। अब चार साल बाद पूरा हो पा रहा है।
कोलार की नई लाइन की टेङ्क्षस्टग की जा रही है। इसे जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश है। अप्रेल आखिर तक हर हाल में नई लाइन पर जलापूर्ति शिफ्ट करने की लक्ष्य तय किया है।
– जेडी खान, प्रभारी इंजीनियर, प्रोजेक्ट
टीलाजमालपुरा में पाइप लाइन फूटी तो कॉलोनी की सड़कों पर पानी भर गया। इस बीच लोगों में पानी भरने की होड़ मच गई।
टेङ्क्षस्टग पूरी तो नई लाइन में शिफ्ट होगी जलापूर्ति नई लाइन की टेङ्क्षस्टग होने के साथ ही पुरानी लाइन बंद कर कोलार डैम से नई लाइन में पानी छोडऩा शुरू कर दिया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि मई में लोगों को नई लाइन से पानी मिलेगा। कोलार फिल्टर प्लांट से शहर तक मौजूदा 36 साल पुरानी पाइप लाइन की जगह नई पाइप लाइन को बिछाने का काम लगातार पिछड़ता रहा है। इसलिए बनी थी योजना: कोलार लाइन 36 साल पुरानी हो चुकी है। पाइप लाइन की क्षमता रोज 34 एमजीडी के बजाय अब 36 एमजीडी पानी लिया जा रहा है। जगह-जगह लीकेज हो चुके हैं।
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