नई पीढ़ी की मुश्किल: बढ़ रही हैं नई स्थायी नौकरियां, फिर भी घटी 18-21 साल के युवाओं की हिस्सेदारी, नए EPFO खातों से खुलासा | Difficulties of new generation: New permanent jobs are increasing | Patrika News h3>
शुद्ध रोजगार सृजन में नहीं आई कमी हालांकि 18 से 21 साल आयु वर्ग के कुल शुद्ध रोजगार सृजन में कमी नहीं आई है। इस आयु वर्ग के नए ईपीएफ खातों में 2020-19 से 2021-22 के दौरान करीब 26 फीसदी की वृद्धि हुई, लेकिन इस दौरान सभी आयु वर्ग के लिए कुल शुद्ध रोजगार सृजन करीब 98 फीसदी की दर से बढ़ा। इसके आंकड़े करीब दोगुने हुए हैं। इस लिहाज से 18 से 21 साल का आयु वर्ग पीछे रह गया। यानी नई नौकरियां तो बढ़ी हैं, लेकिन इस आयु वर्ग के अवसर सीमित हो गए। विनिर्माण, निर्माण और रिटेल क्षेत्र की वृद्धि दर में जब भी गिरावट आती है तो नए रोजगार के अवसर सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।
- एनपीएस आंकड़े उपलब्ध नहीं… ईपीएफ के अलावा एनपीएस के खाते भी रोजगार के संकेतक हैं, लेकिन उनमें 18 से 21 साल आयु वर्ग का अलग से आंकड़ा उपलब्ध नहीं है।
गिग जॉब भी कारण
अर्थशास्त्री-प्रोफेसर डॉ. प्रवीण झा का कहना है कि, कोरोना महामारी के दौरान औपचारिक क्षेत्र में जितने युवाओं, खासकर फ्रेशर्स को नौकरी से निकाला गया, उतने युवाओं को अब तक नौकरी नहीं मिल पाई है। फॉर्मल सेक्टर में नौकरी गंवाने वाले युवाओं का रुझान गिग जॉब (निश्चित अवधि का कॉन्ट्रैक्ट ) की तरफ भी बढ़ा है। इससे भी कुल ईपीएफओ रजिस्ट्रेशन में उनकी हिस्सेदारी कम हुई है।
वरिष्ठ, अनुभवी लोगों को तरजीह
अर्थशास्त्री शमिका रवि का कहना है कि फॉर्मल सेक्टर की अधिकतर कंपनियां वरिष्ठ और अनुभवी लोगों को नौकरियों में तरजीह दे रही हैं। युवाओं को नए रोजगार मिल रहे हैं, लेकिन अनुभवी लोगों को मिलने वाली नौकरियों की रफ्तार फ्रेशर्स को मिलने वाली नौकरी से दोगुनी है।
अग्निपथ: 2 लाख 72 हजार आवेदनों में से महिलाओं के 10 हजार आवेदन अग्निपथ योजना के जरिए सरकार का लक्ष्य सशस्त्र बलों में चार साल के लिए हर साल 17.5 से 21 साल आयु वर्ग के 46,000 युवाओं को भर्ती करने का है। सिर्फ इस साल के लिए अग्निपथ के तहत भर्तियों में आयु सीमा बढ़ाकर 23 साल की गई है। भारतीय वायुसेना ने अग्निपथ के तहत 24 जून से भर्तियां शुरू करने का ऐलान किया था।
पहले सात दिन में ही उसे करीब 2.72 लाख आवेदन मिल चुके थे। इस योजना को लेकर युवाओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। इसमें महिलाएं भी पीछे नहीं हैं। नौसेना के पास करीब 10 हजार महिलाओं के आवेदन आ चुके हैं। नौसेना में पहली बार सेलर्स के रूप में महिलाओं की भर्ती होने जा रही है।
कोरोना काल में पुरुष ज्यादा हुए बेरोजगार कोविड-19 के बाद 2021-22 में देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आने पर पहले बाहर किए गए लोगों की तुलना में ज्यादा लोग श्रमबल में शामिल हुए हैं। हालांकि 18-21 साल व इससे नीचे के लोगों में नौकरी गंवाने वालों की संख्या दोबारा नौकरी पाने वालों के मुकाबले ज्यादा है। नौकरी गंवाने वाले युवाओं में पुरुष ज्यादा हैं।
शुद्ध रोजगार सृजन में नहीं आई कमी हालांकि 18 से 21 साल आयु वर्ग के कुल शुद्ध रोजगार सृजन में कमी नहीं आई है। इस आयु वर्ग के नए ईपीएफ खातों में 2020-19 से 2021-22 के दौरान करीब 26 फीसदी की वृद्धि हुई, लेकिन इस दौरान सभी आयु वर्ग के लिए कुल शुद्ध रोजगार सृजन करीब 98 फीसदी की दर से बढ़ा। इसके आंकड़े करीब दोगुने हुए हैं। इस लिहाज से 18 से 21 साल का आयु वर्ग पीछे रह गया। यानी नई नौकरियां तो बढ़ी हैं, लेकिन इस आयु वर्ग के अवसर सीमित हो गए। विनिर्माण, निर्माण और रिटेल क्षेत्र की वृद्धि दर में जब भी गिरावट आती है तो नए रोजगार के अवसर सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।
- एनपीएस आंकड़े उपलब्ध नहीं… ईपीएफ के अलावा एनपीएस के खाते भी रोजगार के संकेतक हैं, लेकिन उनमें 18 से 21 साल आयु वर्ग का अलग से आंकड़ा उपलब्ध नहीं है।
गिग जॉब भी कारण
अर्थशास्त्री-प्रोफेसर डॉ. प्रवीण झा का कहना है कि, कोरोना महामारी के दौरान औपचारिक क्षेत्र में जितने युवाओं, खासकर फ्रेशर्स को नौकरी से निकाला गया, उतने युवाओं को अब तक नौकरी नहीं मिल पाई है। फॉर्मल सेक्टर में नौकरी गंवाने वाले युवाओं का रुझान गिग जॉब (निश्चित अवधि का कॉन्ट्रैक्ट ) की तरफ भी बढ़ा है। इससे भी कुल ईपीएफओ रजिस्ट्रेशन में उनकी हिस्सेदारी कम हुई है।
वरिष्ठ, अनुभवी लोगों को तरजीह
अर्थशास्त्री शमिका रवि का कहना है कि फॉर्मल सेक्टर की अधिकतर कंपनियां वरिष्ठ और अनुभवी लोगों को नौकरियों में तरजीह दे रही हैं। युवाओं को नए रोजगार मिल रहे हैं, लेकिन अनुभवी लोगों को मिलने वाली नौकरियों की रफ्तार फ्रेशर्स को मिलने वाली नौकरी से दोगुनी है।
अग्निपथ: 2 लाख 72 हजार आवेदनों में से महिलाओं के 10 हजार आवेदन अग्निपथ योजना के जरिए सरकार का लक्ष्य सशस्त्र बलों में चार साल के लिए हर साल 17.5 से 21 साल आयु वर्ग के 46,000 युवाओं को भर्ती करने का है। सिर्फ इस साल के लिए अग्निपथ के तहत भर्तियों में आयु सीमा बढ़ाकर 23 साल की गई है। भारतीय वायुसेना ने अग्निपथ के तहत 24 जून से भर्तियां शुरू करने का ऐलान किया था।
पहले सात दिन में ही उसे करीब 2.72 लाख आवेदन मिल चुके थे। इस योजना को लेकर युवाओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। इसमें महिलाएं भी पीछे नहीं हैं। नौसेना के पास करीब 10 हजार महिलाओं के आवेदन आ चुके हैं। नौसेना में पहली बार सेलर्स के रूप में महिलाओं की भर्ती होने जा रही है।
कोरोना काल में पुरुष ज्यादा हुए बेरोजगार कोविड-19 के बाद 2021-22 में देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आने पर पहले बाहर किए गए लोगों की तुलना में ज्यादा लोग श्रमबल में शामिल हुए हैं। हालांकि 18-21 साल व इससे नीचे के लोगों में नौकरी गंवाने वालों की संख्या दोबारा नौकरी पाने वालों के मुकाबले ज्यादा है। नौकरी गंवाने वाले युवाओं में पुरुष ज्यादा हैं।