नई कारों के सेफ्टी फीचर में सेंध लगा दुबई से कराते थे अनलॉक, अपनी गाड़ी को सेफ रखना हैं तो ये बातें जान लें h3>
फास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज से प्रभावित है गैंग
पुलिस अफसर के मुताबिक, ‘फास्ट एंड फ्यूरियस’ के अभी तक 10 पार्ट बन चुके हैं। यह सीरिज खास तौर पर स्ट्रीट रेसिंग, लूट व अन्य थीम पर आधारित होती है। इन्हीं से यह गैंग प्रभावित था। गाड़ियों की चोरी, रेसिंग भी करते थे। साथ ही एटीएम व लूट में भी शामिल रहते थे। 2 जुलाई 2023 को सराय रोहिल्ला के पीएनबी एटीएम में गैस कटर की मदद से 19 लाख 94 हजार कैश पार जब इस गैंग ने किया था। उसी समय एटीएम का अलर्ट बैंक के मुंबई स्थित हेडक्वॉर्टर को मिल गया था। अलर्ट मिलने पर जब तक पुलिस पहुंची, गैंग के लोग वारदात को अंजाम देकर फरार हो चुके थे।
दुबई से अनलॉक कराते थे कार
डीसीपी के मुताबिक, इस गैंग के पास ऐसे टूल्स हैं जिससे ये कार के जीपीएस को जाम करने और गाड़ी को अनलॉक करने में कामयाब हो जाते हैं। इनके पास दुबई से गाड़ी के अनलॉक होने का मेसेज आता है। उससे गाड़ी ऑटोमेटिक खुल जाती थी। इस पूरे गैंग का सरगना आजाद है। सराय रोहिल्ला में एटीएम क्रैक कर कैश चोरी के वक्त मौके पर पुलिस ने देखा कि सीसीटीवी कैमरों के साथ छेड़छाड़ नहीं की गई, डिजिटल विडियो रिकॉर्डर भी नहीं हटाए और न ही एटीएम मशीनों को हटाया गया। लेकिन, गिरोह के लोग नकली नंबर प्लेटों के साथ चोरी की एसयूवी चलाते थे और चोरी करते समय खुद को नकाब में रखते थे।
कैसे पकड़ा गया कार चोरों का गैंग
दिलचस्प यह है कि 2 जुलाई को सीसीटीवी फुटेज से यह मदद मिली कि आरोपी वारदात करने के लिए सफेद या काले रंग की क्रेटा कार में आए थे। हालांकि, फुटेज में न तो कार का रजिस्ट्रेशन नंबर और न ही आरोपियों के चेहरे साफ नजर आ रहे था। एक कैमरे में कार का नंबर दिखाई दिया, लेकिन संबंधित पोर्टल पर कार के रजिस्टर्ड मालिक की खोज करने पर वह फर्जी पाया गया। वहीं एक ब्रेजा के मालिक की पहचान पुलिस ने की। पूछताछ करने पर पता चला कि उनकी कार की नंबर प्लेट 1 और 2 जुलाई की रात चोरी हो गई थी और इस सिलसिले में आदर्श नगर पुलिस स्टेशन में केस भी दर्ज है।
दुबई कनेक्शन को खंगाल रही पुलिस
जहां से ब्रेजा चोरी हुई थी वहां के सीसीटीवी कैमरों को स्कैन करना शुरू किया गया। वहां पाया गया कि चोर क्रेटा गाड़ी में आए थे। यह क्रेटा भी 29 जून को रोहिणी इलाके से चोरी हुई थी। उस इलाके के सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया गया और पाया कि चोर लाल रंग की स्विफ्ट में आए थे, लेकिन उस पर बलेनो का रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट था। टीम ने स्विफ्ट के रूट पर फोकस किया। पता चला कि यह उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर निवासी फरमान के नाम पर है। तब फरमान से हुई पूछताछ में सारी मॉडस ऑपरेंडी खुल सकी। फिलहाल पुलिस टीम दुबई के कनेक्शन को खंगाल रही है।