धूम्रपान के कारण हॉस्पिटल में महिला मरीज का चेहरा झुलसा: लाइटर जलाते ही ऑक्सीजन पाइप में आग लगी; 5 दिन पहले करवाया था भर्ती – Bharatpur News h3>
भरतपुर के सरकारी हॉस्पिटल में एडमिट एक बुजुर्ग महिला शनिवार को धूम्रपान की लत के चलते आग की चपेट में आ गई। महिला का अस्थमा का इलाज चल रहा था और वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर थी। इस बीच बीड़ी जलाने के लिए लाइटर जलाने से ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाले पाइप में आग ल
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घटना आरबीएम हॉस्पिटल में शनिवार की रात 9 बजे हुई। हादसे में महिला मरीज बत्तन देवी (60) निवासी अघापुर को मुश्किल से बचाया जा सका। हालांकि महिला की हालत गंभीर होने पर रविवार की दोपहर महिला को जयपुर रेफर कर दिया गया।
हादसे के बाद हॉस्पिटल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गए है। हॉस्पिटल में धूम्रपान को लेकर भी नियमों का खुलेआम उल्लंघन दिखाई दिया।
हादसे में महिला मरीज का चेहरा झुलस गया।
परिजन बोले- धूम्रपान करने के लिए लाइटर जलाते ही चेहरा झुलसा परिजन बासमती ने बताया कि बत्तन देवी (60) को अस्थमा की समस्या है। इसके कारण 19 मार्च को उन्हें आरबीएम हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था। पहले भी कई बार भर्ती किया जा चुका है। बत्तन देवी धूम्रपान करती है। शनिवार को वह अपने बेड पर लेटी हुई थी। उनके ऑक्सीजन पाइप लगी हुई थी, जिससे उन्हें नाक के रास्ते ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही थी।
इस दौरान बत्तन देवी बीड़ी लेकर धूम्रपान के प्रयास में जुटी थी। जैसे ही उन्होंने लाइटर जलाया तो, नली ने आग पकड़ ली। नली से आग का एक गोला निकला। जिससे बत्तन देवी का मुंह बुरी तरह जल गया। आग उनकी नाक से होते हुए गले के भीतरी हिस्से तक पहुंच गई। आसपास मौजूद लोग तुरंत बत्तन देवी के बेड पर पहुंचे और आग को बुझाया।
प्रत्यक्षदर्शी बोले- लाइटर जलाते ही आग का गोला दिखाई दिया घटना के दौरान वहां मौजूद एक मरीज के परिजन अभय कुमार ने बताया- मैं अपने मरीज के पास बैठा था। पास बेड पर बैठी एक महिला(बत्तन देवी) ने कुछ जलाने के लिए लाइटर जलाया। उनके ऑक्सीजन लगी हुई थी। ऑक्सीजन नली से गैस का गोला निकला, जिससे उनका मुंह बुरी तरह झुलस गया। मैं और आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। हमने चादर और कंबल की मदद से आग को बुझाया।
बत्तन देवी के छोटे बेटे हेमंत(22) ने बताया कि पिता रति राम असम पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद से रिटायर्ड है। एक छोटा भाई सुखदेव(16) एक बड़ी बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है।
हालत गंभीर होने पर जयपुर रेफर
हादसे के बाद महिला को फीमेल बर्न वार्ड में शिफ्ट किया गया। लेकिन हालत गंभीर होने पर महिला मरीज को जयपुर रेफर कर दिया गया। पीएमओ नगेंद्र भदौरिया का कहना है कि फिलहाल मुझे घटना के बारे में जानकारी नहीं है। पता करके ही घटना के बारे में जानकारी दे सकता हूं। हालांकि इसके बाद उन्होंने फोन नहीं उठाया।