धान खरीद : समय सीमा समाप्त, 4233 किसान रह गये वंचित
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धान खरीद : समय सीमा समाप्त, 4233 किसान रह गये वंचित
अब कम कीमत पर व्यापारियों के यहां धान बेचने की मजबूरी
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शेखपुरा धान – पैक्स के गोदाम का निरीक्षण करते डीसीओ
शेखपुरा, हिन्दुस्तान संवाददाता।
सरकारी दर पर धान खरीद की समय सीमा समाप्त हो गई है। लक्ष्य कम रहने के कारण इस बार रजिस्ट्रेशन कराने वाले 4233 किसान पैक्सों में धान नहीं बेच पाये है। ऐसे किसानों का हाल यह है कि न तो पैक्स ने धान लिया और न ही अब व्यापारी उचित मूल्य में खरीदने को तैयार है।
धान खरीद लेने का आश्वासन पैक्स अध्यक्ष देते रहे और अब कोटा फूल हो जाने का हवाला देकर इनकार कर रहे है। इसी चक्रव्यूह में फंसे हुसैनाबाद के किसान ब्रह्मदेव प्रसाद, चोरवर के सुली यादव व अन्य ने कहा कि लक्ष्य पूरा हो जाने का हवाला देकर पैक्स धान नहीं ले रहा है। व्यापारी पांच सौ से 450 रुपया मन (40 केजी) से ज्यादा देने को तैयार नहीं हैं। किसानों का कहना है कि अब हाल यह है कि पूंजी निकालना भी मुश्किल लग रहा है। जबकि, कई किसान अब धान का चावल तैयार कर उसे बेचने की तैयारी कर रहे हैं। ताकि, अधिक दाम मिल सके। कई किसानों ने आरोप लगाया कि पैक्स अध्यक्ष सिर्फ अपने चहेते से ही धान की खरीद की है। बाकी लक्ष्य बिचैलियों से धान लेकर पूरा कर लिया गया है। हालांकि, जिला सहकारिता पदाधिकारी संतोष कुमार ने बिचैलियों से धान की खरीद को गलत बताया है।
लक्ष्य का 99.9 फीसद खरीद
इस दफा लक्ष्य का 99.9 फीसद धान की खरीद की गई है। डीसीओ ने बताया कि 15 फरवरी तक जिला में 17117.7 टन धान की खरीद की गई है। जबकि, लक्ष्य 17121 टन था। जिला धान की खरीद में पूरे राज्य में नौवें स्थान पर है। धान बेचने के लिए कुल 7427 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। परंतु, लक्ष्य कम रहने के कारण 3194 किसानों से ही धान की खरीद की गई। अबतक 2935 किसानों को 27 करोड़ 72 लाख 60650 रुपया भुगतान किया जा चुका है।
एक मिल रहने के कारण चावल तैयार करने में देरी
इस साल पैक्सों को एसएफसी को उसना चावल देने का आदेश दिया गया था। जिला में हथियावां में एकलौता उसना चावल का मिल है। इसलिए सभी पैक्सों को इसी मिल से टैग किया गया है। एसएफसी के गोदाम में चावल पहुंचाने की रफ्तार काफी धीमी है। अबतक मात्र 2837 टन चावल जमा किया गया है। । डीसीओ ने बताया कि धान की खरीद समाप्त होने के बाद अब पैक्सों का भौतिक सत्यापन के लिए डीएम को लिखा जा रहा है।
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