दोस्त को शराब पिलाकर अपने मोबाइल में डालता उसका सिम, फिर Paytm से खाली करने लगा खाता… हैरान करने वाली करतूत

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दोस्त को शराब पिलाकर अपने मोबाइल में डालता उसका सिम, फिर Paytm से खाली करने लगा खाता… हैरान करने वाली करतूत

दोस्त को शराब पिलाकर अपने मोबाइल में डालता उसका सिम, फिर Paytm से खाली करने लगा खाता… हैरान करने वाली करतूत

गुरुग्राम: शराब पिलाकर दोस्त को नशा होने के बाद एक व्यक्ति उसके मोबाइल की सिम निकालकर अपने मोबाइल में डाल लेता। पहली बार उसने दोस्त की सिम से अपने मोबाइल में पेटीएम अकाउंट बनाकर दोस्त के खाते के डेबिट कार्ड की डिटेल डालकर एक्टिवेट कर लिया फिर दोस्त के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के खाते से वह ऑनलाइन पेमेंट गेटवे के जरिये अक्सर ट्रांजैक्शन कर रुपये ट्रांसफर कर लेता। करीब 3 महीने के दौरान उसने खाते से 1 लाख 36 हजार रुपये निकाल लिए। पुलिस ने शिकायतकर्ता रामफल यादव के आरोपी दोस्त ताराचंद को अरेस्ट कर लिया है।

साइबर क्राइम थाना मानेसर में ये एफआईआर 3 जनवरी 2023 को ठगी व आईटी एक्ट की धाराओं में दर्ज हुई थी। सेक्टर-84 की सोसायटी में रहने वाले रामफल यादव ने पुलिस को शिकायत दी कि उसके सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के खाते से 1 लाख 36 हजार रुपये कट गए हैं।

साइबर क्राइम पुलिस ने शुरू की जांच

रामफल ने कहा कि उन्होंने न तो कभी ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा ली और न ही वो स्मार्टफोन प्रयोग करते हैं। फिर भी ये रुपये खाते से कैसे कट गए पता ही नहीं चला। साइबर क्राइम थाना मानेसर की टीम ने मामले में जांच शुरू की। बैंक को नोटिस देकर खाते की डिटेल मांगी गई। बैंक से डिटेल मिली तो पता चला कि पेटीएम पर खाते से ये रुपये ट्रांसफर किए गए हैं।

धीरे-धीरे निकाली रकम

पेटीएम कंपनी से संपर्क कर डिटेल मांगी तो पता चला कि रामफल के नाम पर ही ये पेटीएम अकाउंट रजिस्टर्ड है। जिसमें उसका नंबर व खाते की डिटेल डाली गई है। जांच के दौरान पता चला कि करीब 3 महीने के दौरान ये रुपये कभी 5 हजार तो कभी 7 हजार रुपये कर खाते से निकाले गए हैं। शिकायतकर्ता से पूछा गया कि अपना डेबिट कार्ड या सिम किसी को दी हो लेकिन उसने इंकार किया।

आरोपी ने कबूल की वारदात

जांच में पता चला कि शिकायतकर्ता अक्सर अपने दोस्त ताराचंद के साथ बैठकर शराब पीता है। पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि रामनगर कॉलोनी में रहने वाले ताराचंद के मोबाइल पर पेटीएम अकाउंट रामफल का प्रयोग हो रहा था। साइबर क्राइम थाना मानेसर एसएचओ इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने बताया कि आरोपी ताराचंद को अरेस्ट कर लिया है। उसने पूछताछ में कबूल किया कि दोस्त को नशा होने पर उसने मोबाइल से सिम निकाल अपने मोबाइल में डाली।

इसलिए नहीं आता था फोन पर मेसेज

दोस्त के डेबिट कार्ड से डिटेल लेकर उसने पेटीएम चालू किया और रुपये ट्रांसफर कर लिए। वे अक्सर शराब साथ पीते थे। हर बार तो इसी तरह रुपये ट्रांसफर करने लगा। सिम आरोपी के मोबाइल में होती थी, इसलिए शिकायतकर्ता के मोबाइल पर ट्रांजेक्शन के बाद बैंक से रुपये कटने का मेसेज भी नहीं आता था।

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