देवेश चंद्र ठाकुर के बयान से भाजपा भी उबली; निखिल बोले- यादव की उपेक्षा से बिहार का भला नहीं हो सकता h3>
ऐप पर पढ़ें
देवेश ठाकुर के यादव-मुस्लिम पर दिए गए बयान को लेकर बिहार की सियासत में उबाल आ गया है। पहले जेडीयू में मतभेद दिखे और अब बीजेपी ने भी इशारों-इशारों में नसीहत दे डाली है। भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ० निखिल आनंद ने बिना किसी का नाम लिए बगैर कहा कि राजनीति में जातिगत दुर्भावना वाली कुंठा अभिव्यक्ति शर्मनाक और निंदनीय है। और यादवों की उपेक्षा से बिहार का भला नहीं हो सकता।
निखिल आनंद ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा सर्व समाज की पार्टी है और सभी समाज का वोट- समर्थन लेने और सभी का काम करने में विश्वास करती है। बिहार में 14 फ़ीसदी आबादी वाली यादव समाज की उपेक्षा कर और हाशिए पर धकेलने का प्रयास कर किसी भी पार्टी या बिहार का भला नहीं हो सकता है। आज केंद्र सरकार में ओबीसी समाज के 27 मंत्री हैं, वही यादव समाज के 4 मंत्री हैं जो नरेंद्र मोदी जी की सामाजिक समरसता की राजनीति के संकल्प को साबित करता है।
यह भी पढ़िए- देवेश चंद्र ठाकुर के यादव-मुस्लिम बयान पर JDU में मतभेद; त्यागी असहमत, नीरज बोले- भाषा नहीं, भाव समझें
निखिल आनंद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की नीति सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास वाली है। नरेंद्र मोदी जी के सरकार की योजनाओं का लाभ सभी समाज के लोगों तक पहुंचा है और जाति- धर्म की भावना से परे सभी समाज के लोगों ने केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ उठाया है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी चीफ लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने भी देवेशचंद्र ठाकुर के बयान पर प्रतिक्रिया दी। और पूछा- क्या वह सिर्फ राजपूत समाज के वोट से जीते हैं? वहीं, जदयू ने भी इस बयान से किनारा कर लिया है। केसी त्यागी ने ठाकुर के बयान पर असहमति जताते हुए कहा कि लोकतंत्र अभिन्नता का नाम है। जो हमसे सहमत हैं और जो हमसे सहमत नहीं हैं, हम सभी को एक दृष्टि से देखते हैं। चुनाव के अंदर यह कटुता भरा भाव जरूर होता है, लेकिन जीत जाने के बाद प्रधानमंत्री, मंत्री और सांसद भी समूचे समाज के होते हैं। उधर, अर्जुन राय ने कहा है कि सीतामढ़ी से नवनिर्वाचित सांसद देवेशचंद्र ठाकुर का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। यह लोकतंत्र व संविधान से परे है। ऐसे बयान पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
यह भी पढ़िए- लालू ने 7 टिकट दे दिया तो स्वार्थी हो गए; यादव, मुस्लिम के साथ कुशवाहा वोटर्स पर भी भड़के देवेश चंद्र ठाकुर
आपको बता दें सीतामढ़ी से लोकसभा चुनाव में जीत के बाद क्षेत्र की जनता का आभार जताने निकले देवेश चंद्र ठाकुर का दो-तीन दिन पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें में जदयू सांसद कह रहे हैं वे यादव और मुसलमानों का कोई काम नहीं करेंगे। अगर इस जाति का कोई दोस्त उनके पास आता है तो बेशक आए। चाय-नाश्ता कर वापस जाएं लेकिन मैं उनका कोई व्यक्तिगत काम नहीं करूंगा।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
ऐप पर पढ़ें
देवेश ठाकुर के यादव-मुस्लिम पर दिए गए बयान को लेकर बिहार की सियासत में उबाल आ गया है। पहले जेडीयू में मतभेद दिखे और अब बीजेपी ने भी इशारों-इशारों में नसीहत दे डाली है। भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ० निखिल आनंद ने बिना किसी का नाम लिए बगैर कहा कि राजनीति में जातिगत दुर्भावना वाली कुंठा अभिव्यक्ति शर्मनाक और निंदनीय है। और यादवों की उपेक्षा से बिहार का भला नहीं हो सकता।
निखिल आनंद ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि भाजपा सर्व समाज की पार्टी है और सभी समाज का वोट- समर्थन लेने और सभी का काम करने में विश्वास करती है। बिहार में 14 फ़ीसदी आबादी वाली यादव समाज की उपेक्षा कर और हाशिए पर धकेलने का प्रयास कर किसी भी पार्टी या बिहार का भला नहीं हो सकता है। आज केंद्र सरकार में ओबीसी समाज के 27 मंत्री हैं, वही यादव समाज के 4 मंत्री हैं जो नरेंद्र मोदी जी की सामाजिक समरसता की राजनीति के संकल्प को साबित करता है।
यह भी पढ़िए- देवेश चंद्र ठाकुर के यादव-मुस्लिम बयान पर JDU में मतभेद; त्यागी असहमत, नीरज बोले- भाषा नहीं, भाव समझें
निखिल आनंद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की नीति सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास वाली है। नरेंद्र मोदी जी के सरकार की योजनाओं का लाभ सभी समाज के लोगों तक पहुंचा है और जाति- धर्म की भावना से परे सभी समाज के लोगों ने केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ उठाया है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी चीफ लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने भी देवेशचंद्र ठाकुर के बयान पर प्रतिक्रिया दी। और पूछा- क्या वह सिर्फ राजपूत समाज के वोट से जीते हैं? वहीं, जदयू ने भी इस बयान से किनारा कर लिया है। केसी त्यागी ने ठाकुर के बयान पर असहमति जताते हुए कहा कि लोकतंत्र अभिन्नता का नाम है। जो हमसे सहमत हैं और जो हमसे सहमत नहीं हैं, हम सभी को एक दृष्टि से देखते हैं। चुनाव के अंदर यह कटुता भरा भाव जरूर होता है, लेकिन जीत जाने के बाद प्रधानमंत्री, मंत्री और सांसद भी समूचे समाज के होते हैं। उधर, अर्जुन राय ने कहा है कि सीतामढ़ी से नवनिर्वाचित सांसद देवेशचंद्र ठाकुर का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। यह लोकतंत्र व संविधान से परे है। ऐसे बयान पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
यह भी पढ़िए- लालू ने 7 टिकट दे दिया तो स्वार्थी हो गए; यादव, मुस्लिम के साथ कुशवाहा वोटर्स पर भी भड़के देवेश चंद्र ठाकुर
आपको बता दें सीतामढ़ी से लोकसभा चुनाव में जीत के बाद क्षेत्र की जनता का आभार जताने निकले देवेश चंद्र ठाकुर का दो-तीन दिन पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें में जदयू सांसद कह रहे हैं वे यादव और मुसलमानों का कोई काम नहीं करेंगे। अगर इस जाति का कोई दोस्त उनके पास आता है तो बेशक आए। चाय-नाश्ता कर वापस जाएं लेकिन मैं उनका कोई व्यक्तिगत काम नहीं करूंगा।