देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में कर्मचारी संघ का आंदोलन: विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी, सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल – Indore News h3>
प्रदर्शन करते कर्मचारी संघ के पदाधिकारी और सदस्य।
इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय स्ववित्त संस्थान कर्मचारी (गैर-शिक्षक) संघ अपनी मांगों को लेकर पिछले तीन दिनों से आंदोलन कर रहा है। ये आंदोलन खंडवा रोड के तक्षशिला परिसर में किया जा रहा है।
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पदाधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की कर्मचारी हितैषी नीतियों और निर्देशों के विपरीत, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार कर्मचारी-विरोधी गतिविधियों में लिप्त है।
विश्वविद्यालय प्रशासन के पूर्व बैठकों में संघ के अध्यक्ष दीपक सोलंकी और अन्य पदाधिकारियों ने राज्य शासन द्वारा जारी कर्मचारी हितों से संबंधित निर्देश प्रस्तुत किए थे, लेकिन प्रशासन ने इसे अनदेखा करते हुए दमनकारी नीति अपनाई।
विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई।
विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
रविवार को आंदोलन के चौथे दिन कर्मचारी संघ के सदस्य धरना स्थल पर एकत्रित हुए। जहां उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन के नकारात्मक व्यवहार की कड़ी निंदा करते हुए नारेबाजी की।
सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल
पदाधिकारियों ने बताया कि सोमवार से ये आंदोलन अनिश्चितकालीन हड़ताल का रूप ले लेगा। जिसमें कर्मचारी पूर्णकालिक हड़ताल पर चले जाएंगे। व्यवस्था बिगड़ने की पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों की मदद करते पदाधिकारी।
कर्मचारियों ने हेल्प डेस्क लगाकर NEET अभ्यर्थियों की मदद की
रविवार को विश्वविद्यालय के विभिन्न संस्थानों में NEET परीक्षा का आयोजन किया गया। बाहर से आए अभ्यर्थियों की परेशानी को देखते हुए आंदोलन कर रहे कर्मचारियों ने हेल्प डेस्क लगाई और अभ्यर्थियों की मदद की।
इस आंदोलन में देवता के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मण शिंदे, समाजसेवी अजय चोरड़िया और ट्रेड यूनियन इंदौर-पीथमपुर इकाई के महासचिव रुद्रपाल यादव भी पहुंचे और कर्मचारियों का हौसला बढ़ाया।
वहीं, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दीपक सोलंकी, महासचिव गजेंद्र परमार, उपाध्यक्ष मुकेश गुप्ता, सुरेंद्र मिश्रा, जितेंद्र भाटिया, सचिव सोहेल परवेज, संतोष मौर्य और मनीष कुमार शर्मा ने आंदोलन का संचालन किया।