दिल्ली शराब घोटाला क्या है? मनीष सिसोदिया को CBI ने क्यों अरेस्ट किया? 10 पॉइंट्स में पूरा मामला समझिए
क्या है दिल्ली का शराब ‘घोटाला’?
नवंबर 2021 में दिल्ली सरकार ने बड़े जोर-शोर से नई आबकारी नीति लॉन्च की। इससे दिल्ली में शराब काफी सस्ती हो गई और रिटेलर्स को डिस्काउंट देने की छूट भी मिली। हालांकि, बीजेपी ने आरोप लगाए कि शराब लाइसेंस बांटने में धांधली हुई। चुनिंदा डीलर्स को फायदा पहुंचाया गया। जुलाई 2022 आते-आते आंच इतनी तेज हो गई कि उपराज्यपाल ने मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांग ली। रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई जांच को एलजी ने मंजूरी दे दी। उसी केस की जांच करते हुए सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को अरेस्ट किया है।
दिल्ली शराब घोटाला केस में कौन-कौन आरोपी?
सीबीआई ने मामले में 15 लोगों और अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। सिसोदिया को आरोपी नंबर 1 बनाया। सीबीआई की FIR में शामिल आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं:
- मनीष सिसोदिया
- अरवा गोपी कृष्णा
- आनंद तिवारी
- पंकज भटनागर
- विजय नायर
- मनोज राय
- अमनदीप धल
- समीर महेंद्रू
- अमित अरोड़ा
- बडी रिटेल प्राइवेअ लिमिटेड
- दिनेश अरोड़ा
- महादेव लिकर्स
- सनी मारवाह
- अरुण रामचंद्र पिल्लई
- अर्जुन पांडेय
- अज्ञात सरकारी कर्मचारी और प्राइवेट पर्सन
प्रवर्तन निदेशालय भी दिल्ली शराब घोटाला केस की जांच कर रहा है। उसने इसी महीने मामले में चार्जशीट दायर की। ईडी की चार्जशीट में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, तेलंगाना सीएम केसीआर की बेटी के. कविता (तस्वीर में) समेत कई प्रमुख व्यक्तियों के नाम आए हैं।
मनीष सिसोदिया से क्या सवाल पूछे गए?
- क्या आपने DANICS के अधिकारी सी अरविंद को कॉल कर सीएम केजरीवाल के यहां आने को कहा था? केजरीवाल के आवास पर आपने CM अरविंद को GoM रिपोर्ट का ड्राफ्ट सौंपा था?
- क्या GoM मीटिंग में प्राइवेट संस्थाओं को थोक व्यापार देने पर कोई चर्चा हुई थी?
- क्या इस मीटिंग में यह भी चर्चा हुई थी कि प्राइवेट संस्थाओं के लिए 12 फीसदी का मार्जिन तय कर दिया जाएगा?
- इस 12 फीसदी मार्जिन में कथित तौर पर 6 फीसदी कथित रिश्वत ली गई थी? अगर हां तो कुल मिलाकर रिश्वत के रूप में कितने पैसे आए?
- आपके बिजनेसमैन अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडे से क्या रिश्ते हैं?
- नई एक्साइज पॉलिसी बनाते समय आपकी एक्साइज कमिश्नर और दो और एक्साइज अधिकारियों से क्या चर्चा हुई थी?
- क्या इस दौरान आपने कई मोबाइल फोन का उपयोग किया था जिसमें से ज्यादातर फोन दूसरे के नाम पर थे?
- क्या आपने नई एक्साइज पॉलिसी के लिए कंपिटेंट अथॉरिटी से इसकी परमिशन ली थी?
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चार्जशीट में नाम नहीं फिर अरेस्ट क्यों हुए सिसोदिया?
नवंबर 2022 में सीबीआई ने मामले में पहली चार्जशीट दायर की। हालांकि, इसमें सिसोदिया का नाम नहीं था। सीबीआई ने 26 फरवरी 2023 को सिसोदिया से करीब 8 घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जांच एजेंसी ने कहा कि सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। सूत्रों के मुताबिक, सिसोदिया से दस्तावेजी, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल सबूतों के बारे में पूछताछ हुई।
कोर्ट में पेशी के बाद सिसोदिया का क्या होगा?
मनीष सिसोदिया को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीबीआई उन्हें 2 हफ्ते की रिमांड पर लेकर पूछताछ करना चाहती है। सिसोदिया के वकील की कोशिश होगी कि उनके मुवक्किल को जमानत मिल जाए। अगर कोर्ट रिमांड देती है तो सिसोदिया को लंबी पूछताछ से गुजरना पड़ सकता है। रिमांड की स्थिति में दिल्ली सरकार के बजट 2023-24 को लेकर भी मुश्किल खड़ी हो जाएगी। सिसोदिया के पास वित्त मंत्रालय भी है। सीबीआई ने इसी वजह से पहले सिसोदिया को पूछताछ से हफ्ते भर की छूट दी थी।
आबकारी केस में अबतक क्या-क्या हुआ?
17 नवंबर 2021 : दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति लॉन्च हुई, बीजेपी ने घोटाला होने के आरोप लगाए।
1 जुलाई 2021 : नई आबकारी नीति में भ्रष्टाचार के आरोपों के संबंध में दिल्ली के उपराज्यपाल ने चीफ सेक्रेट्री से रिपोर्ट मांगी।
22 जुलाई 2022 : चीफ सेक्रेट्री के द्वारा 8 जुलाई को भेजी रिपोर्ट के आधार पर एलजी ने भ्रष्टाचार के आरोपों की सीबीआई से जांच कराने की मंजूरी दी।
28 जुलाई 2022 : विवाद बढ़ता देख दिल्ली सरकार ने नई नीति को वापस लिया। एलजी ने एक महीने का एक्सटेंशन दिया।
17 अगस्त 2022 : आबकारी मामले में सीबीआई ने 16 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, मनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर 1 बनाया।
19 अगस्त 2022 : मनीष सिसोदिया के घर और दफ्तर पर सीबीआई ने छापे मारे और कुछ दस्तावेज व उपकरण जब्त किए।
30 अगस्त 2022 : सीबीआई की टीम ने गाजियाबाद स्थित पंजाब नैशनल बैंक में सिसोदिया के बैंक लॉकर को खंगाला।
1 सितंबर 2022 : पुरानी आबकारी नीति फिर से लागू हुई।
6 सितंबर 2022 : सीबीआई के बाद ईडी ने भी नई आबकारी नीति मामले में जांच शुरू की, 35 से अधिक जगहों पर छापे मारे गए।
19 सितंबर 2022 : ईडी ने समन देकर आप विधायक और एमसीडी चुनाव प्रभारी दुर्गेश पाठक को पूछताछ के लिए बुलाया, 10 घंटे तक की पूछताछ।
27 सितंबर 2022 : आबकारी मामले में पहली गिरफ्तारी हुई। आम आदमी पार्टी के कम्यूनिकेशन और सोशल मीडिया इंचार्ज के रूप में काम कर रहे विजय नायर को सीबीआई ने गिरफ्तार किया।
28 सितंबर 2022 : मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए ईडी ने शराब कारोबारी समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया।
7 अक्टूबर 2022 : ईडी ने फिर से देशभर में 30 से अधिक जगहों पर छापेमारी की, एक शख्स के घर से 1 करोड़ रुपये बरामद किए।
17 अक्टूबर 2022 : सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाया, 8 घंटे बाद छोड़ा।
25 नवंबर 2022 : सीबीआई ने केस में पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें मनीष सिसोदिया का नाम आरोपी के रूप में नहीं था।
30 नवंबर 2022 : ईडी की एक रिपोर्ट के जरिए पहली बार इस केस में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता का नाम सामने आया। आबकारी नीति से जुड़ी दक्षिण भारत की एक कंपनी में कविता के भी शामिल होने का दावा किया गया।
11 दिसंबर 2022 : सीबीआई की टीम ने हैदराबाद में कविता से पूछताछ की।
2 फरवरी 2023 : ईडी ने आबकारी नीति मामले में चार्जशीट दाखिल की। पहली बार इस मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल का नाम भी आया।
18 फरवरी 2023 : सीबीआई ने एक बार फिर समन भेजकर सिसोदिया को 19 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया।
19 फरवरी 2023 : सिसोदिया ने बजट बनाने में व्यस्तता का हवाला देते हुए सीबीआई से कुछ दिनों की मोहलत मांगी।
20 फरवरी 2023 : सीबीआई ने सिसोदिया को एक हफ्ते की मोहलत दी, 26 फरवरी को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया।
26 फरवरी 2023 : सीबीआई ने सिसोदिया को 8 घंटे की पूछताछ के बाद अरेस्ट कर लिया।
दिल्ली शराब घोटाला: गिरफ्तारी पर किसने क्या कहा?
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के विरोध में आज आम आदमी पार्टी (आप) शक्ति प्रदर्शन कर रही है। दिल्ली में दोपहर 12 बजे दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर बीजेपी के कार्यालय पर ‘आप’ प्रदर्शन करेगी। आज पूरे देश में प्रदर्शन करके आम आदमी पार्टी ‘ब्लैक डे’ मनाएगी। अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट कर कहा कि मनीष बेकसूर हैं। उनकी गिरफ्तारी गंदी राजनीति है। सीएम ने कहा कि मनीष की गिरफ्तारी से लोगों में बहुत रोष है। लोग सब देख रहे हैं। उन्हें सब समझ आ रहा है। लोग इसका जवाब देंगे। इससे हमारे हौसले और बढ़ेंगे। हमारा संघर्ष और मजबूत होगा। सौरभ भारद्वाज, आतिशी, दिलीप पांडे, जास्मिन शाह जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।
दिल्ली बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि शराब घोटाले में यह गिरफ्तारी गहन जांच के बाद हुई है, अब यह मामला न्यायालय में जाएगा और सारे देश के साथ आम आदमी पार्टी को भी फैसला स्वीकार करना होगा। सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली आज पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसके दो-दो मंत्री जेल में हैं। मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन, दोनों अरविंद केजरीवाल की परिवर्तन की राजनीति के ध्वजवाहक थे मगर इन्होंने दिल्ली को विकास तो नहीं दिया पर भ्रष्टाचार में प्रथम स्थान दिलवा दिया। पूरी आम आदमी पार्टी मनीष सिसोदिया को शिक्षा का अग्रदूत बताती है पर आज दिल्ली का बच्चा-बच्चा और उनके अभिभावक शर्मसार हैं कि दिल्ली के शिक्षा मंत्री शराब घोटाला कर आज जेल में हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को दिल्ली वालों को बताना होगा की शराब पॉलिसी अगर सही थी तो वापस क्यों ली, थोक शराब व्यापारियों का कमिशन क्यों बढ़ाया, शराब व्यापारियों के टैक्स भुगतान माफ क्यों किए?
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा है कि सीबीआई ने यह गिरफ्तारी पहले ही कर लेनी चाहिए थी मगर देर आए दुरुस्त आए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की ही शिकायत पर सीबीआई जांच शुरू हुई और हमने ही सारे सबूत उपलब्ध कराए, जिसके आधार पर यह गिरफ्तारी हुई। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि भ्रष्टाचार मामले में अब सीएम अरविंद केजरीवाल भी गिरफ्तार होंगे क्योंकि शराब नीति बनाने के वो ही मास्टरमाइंड हैं।
दिल्ली सरकार के लिए कितना बड़ा झटका?
सिसोदिया की गिरफ्तारी से दिल्ली सरकार के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है। अगर मनीष को बेल नहीं मिलती तो दिक्कत हो जाएगी। सबसे बड़ा चैलेंज है कि बजट कौन पेश करेगा। सिसोदिया ने सारे बजट दस्तावेज तैयरा करवा लिए थे। उनकी गिरफ्तारी के बाद दिल्ली सरकार की कई योजनाएं भी लटक सकती हैं। दिल्ली के 33 में से 18 विभागों का काम सिसोदिया देख रहे थे। विस्तार से पढ़ें कि दिल्ली सरकार कैसे चलेगी
दिल्ली में अब कौन सी शराब नीति लागू?
नई आबकारी नीति पर विवाद के बाद दिल्ली सरकार ने 1 सितंबर 2022 से पुरानी आबकारी नीति को फिर से लागू कर दिया था।