दिल्ली वालो आज भी होगी झमाझम बारिश, घर से निकलने से पहले मौसम विभाग का अलर्ट पढ़ लीजिए h3>
कल भी कूल रहा मौसम
राजधानी में मंगलवार को भी ठंडी हवाएं चलती रहीं। लोगों के पंखे बंद रहे और उन्हें नहाने के लिए पानी गर्म करना पड़ा। बहुत छोटे बच्चों को लोगों ने गर्म कपड़े पहनाना शुरू कर दिया है। ठंडक का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से 11 डिग्री कम महज 28.3 डिग्री रहा। वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 19.3 डिग्री रहा। हवा में नमी का स्तर 69 से 94 प्रतिशत बना रहा।
आज भी बारिश की संभावना
बुधवार को बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट आने की संभावना है। यह 27 डिग्री तक पहुंच सकता है। न्यूनतम तापमान 19 डिग्री पर सिमटा रहेगा। हवाओं की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रह सकती है। इसके बाद 4 मई को बारिश कम हो जाएगी। तापमान 30 डिग्री से उपर पहुंचेगा। इस दिन एक दो जगहों पर बूंदाबांदी की संभावना है। इसके बाद 6 और 7 मई को भी हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। अधिकतम तापमान 8 मई तक 31 से 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 19 से 21 डिग्री तक रह सकता है।
8 मई से मौसम होगा साफ
स्काईमेट के अनुसार, पहाड़ियों और मैदानी इलाकों सहित देश के उत्तरी हिस्सों में प्री मॉनसून गतिविधियां हो रही हैं। इसकी वजह से कई हिस्सों में तापमान काफी कम हो गया है। अधिकतम तापमान 7 से 13 डिग्री तक कम हुआ है। मौसम सुहावना बना हुआ है। उम्मीद है कि पहाड़ी और मैदानी इलाकों में चार मई तक बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पहाड़ी क्षेत्रों में तेज बारिश हो सकती है। दिल्ली-एनसीआर में भी बारिश होने की संभावना है। 5 मई को बारिश पर ब्रेक लगेगी। इसके बाद 6 मई से यह वापस बढ़ेगी और सात मई तक जारी रहेगी। 8 मई से मौसम साफ होना शुरू हो जाएगा। स्काईमेट के महेश पलावत के अनुसार, मई में इस तरह का मौसम सामान्य नहीं है। उन्हें याद नहीं है कि मई में लगातार तीन दिन उन्होंने कभी इस तरह का मौसम देखा है। यह जरूर है कि शाम के समय बारिश और आंधी से कुछ समय के लिए तापमान में गिरावट आई हो, लेकिन लगातार ऐसा मौसम बने रहना आश्चर्यजनक है। यह साफ तौर पर जलवायु परिवर्तन का असर है। सिस्टम बता रहे हैं कि 10 मई से पहले तापमान 40 डिग्री से कम रहेगा। इसके बाद 10 से 20 मई तक मौसम सामान्य रहेगा। इस दौरान लू भी चल सकती है। बीच में हल्की-फुल्की बारिश या आंधी आ सकती है लेकिन यह मौसम पर इतना प्रभाव नहीं डालेगी।
बरतें सावधानी
– निचले इलाकों में पानी भर सकता हैसड़कों पर फिसलन और ट्रैफिक जाम हो सकता है।
– पेड़ों, बाग बगीचों और खड़ी फसलों कोनुकसान पहुंच सकता है।
– जर्जर और कमजोर इमारतें गिर सकती हैं।
– कच्चे घर को नुकसान पहुंच सकता है।
एडवाइजरी
– घरों में ही रहें, खिड़कियां बंद रखें, बाहर निकलने से बचें।
– ट्रैफिक एडवाइजरी का पालन करें।
– जरूरत पड़ने पर सुरक्षित ठिकाना तलाशें, पेड़ों के नीचे जाने से बचें।
– कंक्रीट के फर्श पर न लेटें।
– बिजली के उपकरण बंद रखें।
– झीलों, तालाब, जोहड़ों से बाहर रहें।