दिल्ली मेयर चुनावः 26 को मेयर का चुनाव, डॉ. शैली को दोबारा मिल सकता है मौका
नियमों के तहत भी नहीं कोई बाध्यता
वर्तमान मेयर डॉ. शैली ओबरॉय का 38 दिन का कार्यकाल 31 मार्च को खत्म हो चुका है। अगले एक महीने के अंदर नए मेयर का चुनाव कराना जरूरी है। ऐसे में सौरभ भारद्वाज के बयान को देखते हुए इसी हफ्ते मेयर चुनाव का शेड्यूल जारी होने की उम्मीद है। नियमों के अनुसार नई एमसीडी गठित होने के बाद मेयर का पद पहले साल किसी महिला उम्मीदवार के लिए रिजर्व होने के बाद दूसरे साल सामान्य वर्ग के किसी उम्मीदवार के लिए रिजर्व रहता है, लेकिन आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने ऐसे संकेत दिए हैं कि वर्तमान मेयर डॉ. शैली ओबरॉय को ही दूसरा मौका दिया जा सकता है। नियमों के तहत भी ऐसी कोई बाध्यता नहीं है कि उन्हें हटाकर किसी नए चेहरे को ही मेयर बनाया जाए। क्योंकि सामान्य वर्ग के उम्मीदवार के रूप में भी किसी महिला को मेयर बनाया जा सकता है।
शीर्ष नेतृत्व करेगा मेयर प्रत्याशी का फैसला
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि मेयर चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया का शेड्यूल फाइनल होते ही औपचारिक रूप से पार्टी के उम्मीदवार का नाम घोषित कर दिया जाएगा। सौरभ भारद्वाज ने भी कहा है कि मेयर का प्रत्याशी कौन होगा, इसका फैसला पार्टी का शीर्ष नेतृत्व करेगा। उन्हें अभी इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने यह जरूर माना कि अपने छोटे कार्यकाल में तमाम चुनौतियों का सामना करने के बाद भी वर्तमान मेयर ने अच्छा काम किया है।
एलजी और बीजेपी पर साधा निशाना
सौरभ ने बीजेपी और एलजी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अगर एलजी नियमों को ताक पर रखकर मनमाने तरीके से प्रोटेम स्पीकर का चयन नहीं करते और चुनाव के दौरान मनोनीत सदस्यों से वोटिंग कराने का प्रयास नहीं किया जाता, तो पिछली बार भी मेयर के चुनाव में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आती। मगर दुर्भाग्यूपर्ण तरीके से यह सब किया गया, ताकि चुनाव में अड़चन डाली जा सके। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी यह साफ किया कि मनोनीत सदस्य वोट नहीं डाल सकते।