दिल्ली में होम आइसोलेशन में मरीजों की संख्या छह गुना बढ़ी… क्‍या बज गई है खतरे की घंटी?

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दिल्ली में होम आइसोलेशन में मरीजों की संख्या छह गुना बढ़ी… क्‍या बज गई है खतरे की घंटी?

दिल्ली में होम आइसोलेशन में मरीजों की संख्या छह गुना बढ़ी… क्‍या बज गई है खतरे की घंटी?

Delhi home isolation case increase Six-fold: दिल्‍ली में कोरोना दोबारा तेजी से फैल रहा है। आंकड़े इसकी बानगी देते हैं। 11 अप्रैल से 24 अप्रैल के बीच होम आइसोलेशन (Home Isolation) में कोरोना के मरीजों (Delhi Corona Patients) की संख्‍या 6 गुना से ज्‍यादा बढ़ी है। 11 अप्रैल को यह संख्‍या 447 थी जो 24 अप्रैल को बढ़कर 2,812 हो गई। इस दौरान अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ। यह 17 से बढ़कर 80 हो गई। आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। हालांकि, दिल्ली सरकार ने लोगों को आश्वासन दिया है कि मामलों में बढ़ोतरी के बावजूद अस्पताल में भर्ती होने की दर कम बनी हुई है।

महानगर में पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के मामलों में तेजी देखी गई है। सक्रिय केसों की संख्या 11 अप्रैल को 601 थी जो 24 अप्रैल को बढ़कर 3,975 हो गई। आंकड़ों के अनुसार, अस्पताल में भर्ती होने की दर (हॉस्पिटलाइजेशन रेट) अब तक कम रही है। यह कुल सक्रिय मामलों के तीन फीसदी से भी नीचे है।

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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दोहराते रहे हैं कि भले ही मामले बढ़े हैं, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने की दर कम है। होम आइसोलेशन में रोगियों की संख्या 13 अप्रैल को 504 थी। अगले दिन यह 574 हो गई। 15 अप्रैल को यह संख्‍या तेजी से बढ़कर 685 तक पहुंच गई। 16 अप्रैल को यह आंकड़ा 700 के पार निकल गया। फिर 17 अप्रैल को ऐसे मरीजों की संख्‍या बढ़कर 964 हो गई। 18 अप्रैल को यह संख्या 1,000 के पार पहुंच 1,188 हो गई। फिर अगले दिन 1,274 पर आ गई।

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20 अप्रैल को कम से कम 1,574 मरीज होम आइसोलेशन में स्वस्थ हो रहे थे। वहीं, अगले दिन यह संख्या 2,000 के करीब पहुंच गई। मामलों में तेजी से बढ़ोतरी के बावजूद कनटेनमेंट जोन की संख्या कमोबेश स्थिर बनी हुई है। इसमें कोई बड़ी बढ़ोतरी नहीं देखी गई है। आधिकारिक डेटा दिखाता है कि ऐसे जोनों की संख्या 11 अप्रैल को 741 से घटकर 24 अप्रैल को 656 रह गई है।

एक्‍सपर्ट्स ने मामलों में बढ़ोतरी के पीछे लोगों के व्‍यवहार को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही कहा है कि चिंता का कोई कारण नहीं है। ज्‍यादातर आबादी का वैक्‍सीनेशन हो चुका है या फिर वायरस के संपर्क में आकर लोग इम्‍युनिटी विकसित कर चुके हैं।

दिल्ली सरकार ने इस महीने की शुरुआत में मास्क लगाने की अनिवार्यता खत्‍म की थी। लेकिन, तीन सप्ताह के भीतर इसे वापस लाकर लोगों के लिए सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना जरूरी कर दिया। उल्लंघन के लिए 500 रुपये का जुर्माना लगाने का नियम लाया गया है।

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