दिल्ली में खुलेआम चल रहा मौत का खेल! शहर में दर्जनों अवैध वैन, जानवरों की तरह भरते हैं सवारी h3>
आनंद विहार बस अड्डे के बाहर दर्जनों की संख्या में वैन वाले अवैध तरीके से खड़े थे। आनंद विहार से सीलमपुर, दिलशाद गार्डन, नंद नगरी, लोनी गोलचक्कर की सवारियों को यहां पर बैठाया जा रहा था। एक वैन में कम से कम 10 से 12 सवारियों को बैठाया गया था। यहां तक की चालक की सीट पर भी यात्री बैठे थे। जबकि वहीं पर पुलिस पोस्ट है और वहां पर हमेशा पुलिस वाले ड्यूटी पर रहते हैं। उस वक्त भी थे। लेकिन सवारियों की जान की परवाह किसी को नहीं थी। हर सवारी से 20 से 30 रुपये किराया लिया जाता है। ऑटो वालों का भी यही हाल था। वह भी हर सवारी से 20 से 30 रुपये लेते हैं। यहां तक ऑटो चालक अपनी सीट पर भी दोनों तरफ सवारियों को बैठाते हैं। अगर हादसा हो जाए तो हमेशा जान जाने का डर बना रहता है।
आनंद विहार बस अड्डे की दूसरी तरफ भी यही हाल है। यहां से मुरादाबाद, गाजियाबाद और नोएडा के लिए वैन सवारियों को लेकर जाती हैं। उसमें भी सवारियों को बिना सुरक्षा के जानवरों की तरफ बैठाया गया था। इनमें महिला, बच्चे और बुजुर्ग होते हैं। लेकिन अवैध वैन वालों को रोकने वाला कोई नहीं है।
दिलशाद गार्डन मेट्रो स्टेशन
दिलशाद गार्डन मेट्रो स्टेशन पर के पास भी यही हाल था। लाल रंग की चलने वाली वैन फटफट सेवा में क्षमता से अधिका सवारी बैठी हुईं थीं। यह नंद नगरी, जीटीबी एनक्लेव और शाहदरा की तरफ सवारियों को लेकर जा रहे थे। वहां पर भी पुलिस बूथ है। लेकिन इनके खिलाफ एक्शन लेने वाला कोई नहीं है।
शाहदरा बॉर्डर
शाहदरा बॉर्डर पर वैन के अलावा फटफट सेवा का भी यही हाल था। बॉर्डर से गाजियाबाद की तरफ जाने वाली फटफट सेवा में भी लोगों को जानवरों की तरफ बैठाया जा रहा था। हर सवारी से 20 रुपये लिए जाते हैं। लेकिन यात्रियों की सुविधा का बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जा रहा था।