दरगाह मेले को लेकर नहीं मिली अनुमति: LIU ने कमिश्नर देवीपाटन और डीआईजी को भेजी रिपोर्ट, पहलगाम आतंकी हमले का रिपोर्ट में जिक्र – Gonda News h3>
गोंडा27 मिनट पहले
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गोंडा देवीपाटन मंडल के बहराइच जिले में 15 मई से आयोजित होने वाले दरगाह मेले की अनुमति पर स्थानीय अभिसूचना इकाई (LIU) ने एक अपनी 12 पन्ने की विस्तृत रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी है। जिसमें देश की मौजूदा हालात को देखते हुए इस तरीके के मेले के आयोजन के लिए नहीं कहा गया है। दरगाह मेले के आयोजन को लेकर के बहराइच जिला प्रशासन द्वारा भी अनुमति नहीं प्रदान की गई है।
अब LIU ने देवीपाटन मंडल कमिश्नर शशि भूषण लाल सुशील और डीआईजी अमित पाठक को 12 पेज की गोपनीय रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में संभल की हिंसा, नेजा मेले की रद्द अनुमति और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया गया है।
साथ ही प्रयागराज में सैयद सालार मसूद गाजी की कब्र पर झंडा फहराने की घटना का भी उल्लेख है। सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर हर साल एक माह का मेला लगता है। इस वर्ष 15 मई से मेले की अनुमति मांगी गई थी। मेले में करीब 15 लाख हिंदू और मुस्लिम श्रद्धालु शामिल होते हैं।
विरोध प्रदर्शनों का भी जिक्र LIU ने वक्फ संशोधन बिल 2025 को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों का भी जिक्र किया है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इस बिल का विरोध कर रहा है। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में इसी बिल के विरोध में हिंसक प्रदर्शन की सूचना है।
बहराइच जिला प्रशासन ने शांति व्यवस्था को देखते हुए मेले की अनुमति नहीं दी है। अंतिम निर्णय कमिश्नर गोंडा देवीपाटन मंडल और डीआईजी गोंडा लेंगे। कमिश्नर ने गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर के डीएम को रिपोर्ट भेजी है डीआईजी ने भी चारों जिलों के एसपी को रिपोर्ट भेजी है।
एलआईयू ने अपनी रिपोर्ट में विरोध की आशंका भी की है व्यक्त बहराइच में दरगाह शरीफ से अंतर्गत गेंदा घर मैदान में लगने वाले मेले प्रदर्शनी की अनुमति शांति व्यवस्था की समस्या के कारण नहीं प्राप्त हुई थी। जिले में धारा 163 भारतीय न्याय संहिता के तहत कानूनी व्यवस्था को लेकर के कायम रखा गया है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों द्वारा पर्यटकों पर हमला करके जघन्य घटना कारित की गई है, जिसके कारण पूरे प्रदेश के जनमानस में आक्रोश है।
विभिन्न प्रकार से प्रदर्शन किया जा रहा है बहराइच के हिंदू समाज के लोगों में भी विशेष आक्रोश देखने को मिल रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कई हिंदू संगठनों द्वारा सैयद सालार मसूद गाजी को विदेशी आक्रांता मानते हुए उसकी महिमा मंडित किया जाने और उनके नाम पर मेला आयोजित किए जाने को लेकर के अंदर-अंदर विश्वास आक्रोश है, विभिन्न प्रकार से विरोध किए जाने की बात सामने आ रही है।
दरगाह पर मेला लगाने की अनुमति नहीं इसको संज्ञान में रखते हुए बहराइच प्रशासन द्वारा संयुक्त सालार मसूद गाजी की दरगाह पर मेला लगाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। स्थानीय जनमानस में मेले के निमित विभिन्न जनपदों में भीडभद्र आने की स्थिति में विरोध किए जाने और कानून व्यवस्था की विषम परिस्थिति उत्पन्न होने की संभावना बनी हुई है।
बहराइच प्रशासन द्वारा मेल लगाए जाने की अनुमति प्रदान न किए जाने की स्थिति में विभिन्न जनपदों में आने वाली भीड़भाड़ को संबंधित जनपदों में ही रोका जाना और वहां से जनपद बहराइच के लिए ना आने देंने के लिए निवारित किया जाना अत्यंत आवश्यक है। दरगाह मेल को लेकर के विभिन्न जनपदों में जहां से लोग आते हैं वहां के लोगों को भी स्थानीय स्तर पर संबंधित जिला प्रशासन द्वारा रोका जाए और मेले में ना आने को लेकर के अवगत भी कराया जाए।
ताकि बहराइच में भीड़भाव ना हो सके और शांति व्यवस्था की स्थिति कायम रहे अब इस पूरी रिपोर्ट पर कमिश्नर देवीपाटन मंडल शशि भूषण लाल सुशील और डीआईजी देवी पाटन रेंज अमित पाठक द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
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गोंडा27 मिनट पहले
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गोंडा देवीपाटन मंडल के बहराइच जिले में 15 मई से आयोजित होने वाले दरगाह मेले की अनुमति पर स्थानीय अभिसूचना इकाई (LIU) ने एक अपनी 12 पन्ने की विस्तृत रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी है। जिसमें देश की मौजूदा हालात को देखते हुए इस तरीके के मेले के आयोजन के लिए नहीं कहा गया है। दरगाह मेले के आयोजन को लेकर के बहराइच जिला प्रशासन द्वारा भी अनुमति नहीं प्रदान की गई है।
अब LIU ने देवीपाटन मंडल कमिश्नर शशि भूषण लाल सुशील और डीआईजी अमित पाठक को 12 पेज की गोपनीय रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में संभल की हिंसा, नेजा मेले की रद्द अनुमति और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया गया है।
साथ ही प्रयागराज में सैयद सालार मसूद गाजी की कब्र पर झंडा फहराने की घटना का भी उल्लेख है। सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर हर साल एक माह का मेला लगता है। इस वर्ष 15 मई से मेले की अनुमति मांगी गई थी। मेले में करीब 15 लाख हिंदू और मुस्लिम श्रद्धालु शामिल होते हैं।
विरोध प्रदर्शनों का भी जिक्र LIU ने वक्फ संशोधन बिल 2025 को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों का भी जिक्र किया है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इस बिल का विरोध कर रहा है। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में इसी बिल के विरोध में हिंसक प्रदर्शन की सूचना है।
बहराइच जिला प्रशासन ने शांति व्यवस्था को देखते हुए मेले की अनुमति नहीं दी है। अंतिम निर्णय कमिश्नर गोंडा देवीपाटन मंडल और डीआईजी गोंडा लेंगे। कमिश्नर ने गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर के डीएम को रिपोर्ट भेजी है डीआईजी ने भी चारों जिलों के एसपी को रिपोर्ट भेजी है।
एलआईयू ने अपनी रिपोर्ट में विरोध की आशंका भी की है व्यक्त बहराइच में दरगाह शरीफ से अंतर्गत गेंदा घर मैदान में लगने वाले मेले प्रदर्शनी की अनुमति शांति व्यवस्था की समस्या के कारण नहीं प्राप्त हुई थी। जिले में धारा 163 भारतीय न्याय संहिता के तहत कानूनी व्यवस्था को लेकर के कायम रखा गया है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों द्वारा पर्यटकों पर हमला करके जघन्य घटना कारित की गई है, जिसके कारण पूरे प्रदेश के जनमानस में आक्रोश है।
विभिन्न प्रकार से प्रदर्शन किया जा रहा है बहराइच के हिंदू समाज के लोगों में भी विशेष आक्रोश देखने को मिल रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कई हिंदू संगठनों द्वारा सैयद सालार मसूद गाजी को विदेशी आक्रांता मानते हुए उसकी महिमा मंडित किया जाने और उनके नाम पर मेला आयोजित किए जाने को लेकर के अंदर-अंदर विश्वास आक्रोश है, विभिन्न प्रकार से विरोध किए जाने की बात सामने आ रही है।
दरगाह पर मेला लगाने की अनुमति नहीं इसको संज्ञान में रखते हुए बहराइच प्रशासन द्वारा संयुक्त सालार मसूद गाजी की दरगाह पर मेला लगाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। स्थानीय जनमानस में मेले के निमित विभिन्न जनपदों में भीडभद्र आने की स्थिति में विरोध किए जाने और कानून व्यवस्था की विषम परिस्थिति उत्पन्न होने की संभावना बनी हुई है।
बहराइच प्रशासन द्वारा मेल लगाए जाने की अनुमति प्रदान न किए जाने की स्थिति में विभिन्न जनपदों में आने वाली भीड़भाड़ को संबंधित जनपदों में ही रोका जाना और वहां से जनपद बहराइच के लिए ना आने देंने के लिए निवारित किया जाना अत्यंत आवश्यक है। दरगाह मेल को लेकर के विभिन्न जनपदों में जहां से लोग आते हैं वहां के लोगों को भी स्थानीय स्तर पर संबंधित जिला प्रशासन द्वारा रोका जाए और मेले में ना आने को लेकर के अवगत भी कराया जाए।
ताकि बहराइच में भीड़भाव ना हो सके और शांति व्यवस्था की स्थिति कायम रहे अब इस पूरी रिपोर्ट पर कमिश्नर देवीपाटन मंडल शशि भूषण लाल सुशील और डीआईजी देवी पाटन रेंज अमित पाठक द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाएगा।