…तो 22 को दिल्‍ली मेयर के चुनाव में नहीं आएगी बाधा! ‘सुप्रीम’ आदेश के बाद भी सियासी गरमी जारी

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…तो 22 को दिल्‍ली मेयर के चुनाव में नहीं आएगी बाधा! ‘सुप्रीम’ आदेश के बाद भी सियासी गरमी जारी

…तो 22 को दिल्‍ली मेयर के चुनाव में नहीं आएगी बाधा! ‘सुप्रीम’ आदेश के बाद भी सियासी गरमी जारी

नई दिल्ली: एमसीडी अफसरों का कहना है कि बुधवार 22 फरवरी को मेयर के चुनाव होने वाले हैं। इसकी तैयारियां सोमवार से शुरू की जाएंगी। बैलेट पेपर्स नए सिरे से छपवाना पड़ेगा। इस बार पूरी उम्मीद है चुनाव में किसी तरह की रुकावटें नहीं आएंगी, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने सभी की भूमिका स्पष्ट कर दी है। किसी बात को लेकर अब विवाद की गुंजाइश नहीं है। चुनाव में आम आदमी पार्टी के कुल 134 पार्षद, 13 विधायक और 3 सांसद भाग लेंगे। बीजेपी पार्षदों की कुल संख्या 104, सांसदों की संख्या 7 और 1 विधायक हैं, जो मेयर चुनाव में वोट दे सकते हैं। पार्षद, विधायक और सांसदों को मिलाकर आम आदमी पार्टी के पास कुल 150 वोटर्स हैं। बीजेपी के 112 वोटर्स हैं। मामले में दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने 22 फरवरी को होने वाले मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव का स्वागत किया है। कपूर ने कहा, आशा करता हूं कि आम आदमी पार्टी इस बार चुनाव में किसी तरह का अवरोध पैदा नहीं करेगी। ऐसी जानकारी है कि आम आदमी पार्टी मेयर चुनाव के बाद सदन की कार्यवाही बाधित कर सकती है। ऐसा इसलिए कि उन्हें स्थायी समिति चेयरमैन चुनाव में हार का डर है।

प्रवीण शंकर कपूर ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि यह आश्वासन दिया जाए कि उनकी पार्टी 22 फरवरी को होने वाले मेयर चुनाव में किसी तरह की रुकावट पैदा नहीं करेगी और उसी दिन 12 जोन में वॉर्ड कमिटियों के गठन की अधिसूचना भी जारी कर देगी। इसके अलावा आम आदमी पार्टी यह भी स्पष्ट करे कि वॉर्ड कमिटियों से स्थायी समिति के चुनाव में मनोनीत पार्षदों को वोट देने का अधिकार पहले की तरह बरकरार रहेगा।

केजरीवाल ने लगाया LG पर साजिश रचने का आरोप
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दस्तावेजों के जरिए एलजी के खिलाफ बड़ा खुलासा करने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि एलजी विनय कुमार सक्सेना ने एमसीडी मेयर चुनाव के मामले में दिल्ली सरकार को सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखने से रोकने की बड़ी साजिश रची थी। उन्होंने शहरी विकास विभाग के सचिव पर दबाव डालकर दिल्ली सरकार के मंत्री की तरफ से प्रस्तावित वकील गौतम नारायण की जगह तुषार मेहता को वकील बनवा दिया था। तुषार मेहता सुप्रीम कोर्ट में एलजी के भी वकील थे। इस तरह एलजी ने साजिश के तहत तुषार मेहता को ही दिल्ली सरकार और एलजी दोनों का वकील बनवाकर सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली सरकार को अपना पक्ष रखने से जबरन रोक दिया। जबकि सुप्रीम कोर्ट में दोनों अलग-अलग पार्टी थे।

वहीं, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि कोर्ट में मेरा वकील मेरा, तुम्हारा वकील भी मेरा। मेरा पक्ष मेरा, तुम्हारा पक्ष भी मेरा। अफसरों को धमकाकर एमसीडी मामले में सच छिपाने के लिए एलजी ने दिल्ली सरकार के खिलाफ इस हद तक की साजिश रच दी। एलजी साहब खुद को कोर्ट, कानून और न्याय से ऊपर समझते हैं।

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