तेज हवा के साथ आए अंधड़ से करीब 150 पोल, 35 ट्रांसफार्मर व बिजली के तार टूटे – Sikar News

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तेज हवा के साथ आए अंधड़ से करीब 150 पोल, 35 ट्रांसफार्मर व बिजली के तार टूटे – Sikar News

तेज हवा के साथ आए अंधड़ से करीब 150 पोल, 35 ट्रांसफार्मर व बिजली के तार टूटे – Sikar News

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फसल कटाई के समय बुधवार देर रात 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आए अंधड़ से बड़े पैमाने पर फसलों में खराबा हुआ है। दैनिक NEWS4SOCIALकी टीम ग्राउंड पर पहुंची तो चौकाने वाले आंकड़े सामने आए। 40 प्रतिशत से ज्यादा फसलों की कटाई कर किसान खेतों में सूखने के लिए छोड़ रखे थे जो अंधड़ की वजह से खेतों में बिखर गईं। इससे पकी फसलों के दाने जमीन पर बिखर गई। एक लाख हैक्टेयर से अधिक एरिया में फसले उड़ गई िजससे करीब 30 से 40 प्रतिशत नुकसान हुआ है। नुकसान के बाद गुरुवार को दिनभर किसान खेतों में बिखरी फसलों को समेटने में जुटे रहे।

अंधड़ से बिजली विभाग को 70 लाख से ज्यादा का नुकसान हो गया। सबसे ज्यादा नुकसान, जिले के धोद, पिपराली, लक्षमणगढ़ व खंडेला, श्रीमाधोपुर ब्लॉक के गांवों माना जा रहा है। बिजली लाइनों में फाल्ट आने से सीकर शहर सहित जिलेभर में कई स्थानों पर गुरुवार दोपहर तक बिजली आपूर्ति बाधित रही।

कृषि विभाग के अनुसार जिले में इस बार करीब 3 लाख हैक्टेयर में रबी की फसलों की बुवाई हुई थी। उसमें से 1 लाख हैक्टेयर फसलों की कटाई हो चुकी है। वहीं करीब दो लाख हैक्टेयर फसलों की कटाई चल रही है। कृषि िवभाग के अनुसार गुरुवार को जिलेभर में अंधड़ के साथ करीब एक लाख हैक्टेयर कटी हुई फसलों में खराबा होने का अनुमान है। तारपुरा के किसान लक्ष्मणराम ने बताया कि सबसे ज्यादा खराबा गेहूं व जौ की फसल में हुआ है। जिन खेतों में कटी हुई फसलें सूखने के लिए रखी हुई थीं। उनमें 30 से 40 प्रतिशत तक खराबा हुआ है।

^ अंधड़ से रबी की कटी हुई फसलों में हुए खराबे की जानकारी कृषि विभाग की फिल्ड टीम से जुटाई जा रही है। इस संबंध में जिले के सभी प्रभारी अधिकारियों को आदेश जारी किए जा चुके हैं। जिन किसानों को नुकसान हुआ है। वे तत्काल बीमा कंपनी को सूचित कर क्लेम का दावा कर सकते हैं।

-रामनिवास पालीवाल, अतिरिक्त निदेशक, कृषि, सीकर

प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमित किसान खेतों में कटी हुई फसलों में खराबा होने पर बीमा कंपनी को 14 दिन तक क्लेम कर सकते है। इसमें चक्रवात, चक्रवाती बारिश, ओलावृष्टि आदि को आपदा शामिल किया गया। प्रभावित बीमित फसल में आपदा से नुकसान के बाद किसान 72 घण्टे में कृषि रक्षक पोर्टल एवं हेल्पलाइन 14447 नंबर, Crop Insurance App अथवा लिखित में संबंधित बैंक व कृषि विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी को लिखित में देकर भी क्लेम का दावा कर सकता है।

अंधड़ की चपेट में आने से जिले में बिजली सप्लाई सिस्टम भी गड़गड़ा गया। बिजली निगम की रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार देर रात तक जिलेभर में अंधड़ की चपेट में आने से 150 से ज्यादा बिजली पोल व 10 से ज्यादा ट्रांसफार्मर तथा करीब 8 किमी एरिया में में बिजली के तार टूट गए। इससे बुधवार रात से ही सीकर शहर सहित जिलेभर में कई स्थानों पर गुरुवार दोपहर तक बिजली कटौती रही। लंबी कटौती रहने से लोग गर्मी से परेशान रहे। वहीं लोगों को पेयजल समस्या का भी सामाना करना पड़ा। अंधड़ में खराब हुई बिजली लाइनों को ठीक करने में गुरुवार देर शाम तक बिजली निगम की फिल्ड टीम जुटी रही।

निगम की रिपोर्ट के अनुसार अंधड़ के चलते जिले में 70 लाख से ज्यादा का खराबा माना जा रहा है। हवा में उड़ गया चारा : फसल कटाई के साथ ही इस वक्त 20 प्रतिशत से ज्यादा किसानों द्वारा खेतों में गेहूं, जौ व चना आदि फसलों को थ्रेसिंग करवाने के बाद चारा खेतों में खुला ही रखा है। 50 से 60 किमी रफ्तार के साथ चली हवा से ज्यादा खलिहानों में रखा हुआ 40 प्रतिशत तक चारा उड़ गया। उपज के साथ ही चारा खराब हुआ है। पिपराली के किसान भंवरलाल ने बताया कि उसके खेत में 10 बीघा फसल का चारा थ्रेसिंग के बाद खेतों में खुला रखा था उसमें से 60 प्रतिशत चारा ही बचा है। बाकी उड़ गया।

200 से ज्यादा पेड़ उखड़े, रास्ते भी अवरुद्ध : अंधड़ से बड़ी संख्या में पेड़ भी उखड़ गए। पेड़ टूटकर रास्तों में गिरने से कई स्थानों पर गुरुवार दोपहर तक रास्ता जाम रहा। रघुनाथगढ़ के रतन सिंह ने बताया रघुनाथगढ़ से निर्बाण की ढाणी के रास्तें में अलग-अलग दो स्थानों पर बुधवार देर शाम हवा के साथ पेड़ टूट कर गए थे। जिनकी वजह से गुरुवार दोपहर तक रास्ते बंद रहे। लोगों को दो किमी मार्ग बदलकर निकलना पड़ा।

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