तुलसी का अणु, खत्म करेगा स्तन कैंसर का परमाणु | Tulshi plant help in fighting with breast cancer | Patrika News

153
तुलसी का अणु, खत्म करेगा स्तन कैंसर का परमाणु | Tulshi plant help in fighting with breast cancer | Patrika News

तुलसी का अणु, खत्म करेगा स्तन कैंसर का परमाणु | Tulshi plant help in fighting with breast cancer | Patrika News

राजस्थान में कैंसर मरीजों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। तुलसी पौधे में एक ऐसा तत्व पाया गया है जो न केवल कैंसर कोशिका तक पहुंच प्रकिया रोक देगा बल्कि उसे धीरे धीरे खत्म भी कर देगा। गौरतलब है कि भारत में हर साल 20 लाख और राजस्थान में एक लाख कैंसर रोगी हर साल जुड़ रहे हैं। सबसे ज्यादा ही 40% मरीज प्रदेश की राजधानी जयपुर से ही आ रहे हैं।

जयपुर

Published: April 25, 2022 04:37:57 pm

मैं तुलसी तेरे आंगन की…। यह केवल अब गीत नहीं बल्कि कैंसर से बचने के लिए सबसे उम्दा उपाय भी है। राजस्थान में कैंसर मरीजों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। तुलसी पौधे में एक ऐसा तत्व पाया गया है जो न केवल कैंसर कोशिका तक पहुंच प्रकिया रोक देगा बल्कि उसे धीरे धीरे खत्म भी कर देगा। गौरतलब है कि भारत में हर साल 20 लाख और राजस्थान में एक लाख कैंसर रोगी हर साल जुड़ रहे हैं। सबसे ज्यादा ही 40% मरीज प्रदेश की राजधानी जयपुर से ही आ रहे हैं। कैंसर जागरूकता की कमी के चलते इन रोगियों की पहचान,इलाज और जान बचाना और मुश्किल होता जा रहा है। शहर में बदली हुए दिनचर्या सबसे ज्यादा परेशानी पैदा कर रही है।

कैंसर से बचाएगी तुलसी तमिलनाडू के तिरूचि में हुए एक शोध में तुलसी को कैंसर रोधी पाया गया है। भारतीय शोधार्थी की इस खेज को पेंटेंट दिया है। सेंट जोसेफ कॉलेज के डॉ सेंथिल कुमार के मार्ग दर्शन में शोधार्थी आशा मोनिको ने इस अणु की पहचान की है। भारतीय चिकित्सा में रचे बसे तुलसी के पौधे में एक चमत्काारिक तत्व की पहचान हुई है।

स्तन कैंसर पर प्रभावी रहा तुलसी अणु वनस्पति विभाग के डॉ सेंथिल कुमार ने बताया कि उन्होंने तुलसी के पौधे से एक बेहद प्रभावी अणु की पहचान कर उसके निकाला। इसके बाद उसे स्तान कैंसर कोशिका तक पहुंचाया गया। इस शोध के दौरान पाया गया कि अणु ने स्तन कैंसर कोशिका के विकास को रोक दिया। यह देश के लिए बहुत बड़ी सफलता है।

सुलभ और सस्ती होगी तुलसी दवा
शोधार्थी आशा मोनिका ने शोध की जानकारी देते हुए बताया किया कि वह तमिलनाडु में ही उगाए गए तुलसी के पौधों से अणु एकत्र करके उनका और विश्लेषण कर रही हैं। कई बार यही अणु कई अन्य जगहों से लेने पर परिणाम और भी बेहतर देते हैं। आशा है कि इससे कैंसर की सस्ती दवा उत्पादन में मदद मिलेगी।

राजस्थान में सबसे ज्यादा ओरल कैंसर राजस्थान में कैंसर तेजी से अपने पैर पसार रहा है। इनमें सबसे ज्यादा करीब 50% मरीज ओरल कैंसर (मुंह, गले और खाने की नली), लंग्स, ब्रेस्ट और बच्चेदानी के कैंसर से जुड़े मामले होते हैं। कैंसर की चपेट में आने वालों में पुरुषों से ज्यादा महिला मरीज हैं।

स्तन कैंसर सबसे सामान्य
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक स्तन कैंसर अब सबसे सामानय कैंसर बन गया है। यह महिला और पुरूषों दोनों में ही हो रहा है। 20 साल पहले तक फेफड़े का कैंसर सबसे आम था, लेकिन अब यह दूसरे पायदान पर है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के कैंसर एक्सपर्ट आन्द्रे इलबावी कहते हैं 2020 में स्तन कैंसर के दुनिया में 23 लाख मामले सामने आए जो कुल मामलों का 12 फीसदी है। सबसे ज्यादा महिलाओं में स्तन कैंसर पाया जा रहा है। तीसरे पायदान पर कोलोरेक्टल कैंसर है

newsletter

Anand Mani Tripathi

आनंद मणि त्रिपाठी राजस्थान पत्रिका में राजनीति, अपराध, विदेश, रक्षा एवं सामरिक मामलों के पत्रकार हैं। पत्रकारिता के तीनों माध्यम प्रिंट, टीवी और आनलाइन में गहरा और अपनी तेज तर्रार रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं। पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में जन्म हुआ। प्रारंभिक शिक्षा उत्तर प्रदेश के कानपुर और बस्ती में हुई। माध्यमिक शिक्षा नवोदय विद्यालय बस्ती, फैजाबाद और पूर्वोत्तर त्रिपुरा के धलाई जिले में हुई। अयोध्या के साकेत महाविद्यालय से स्नातक और 2009 में जेआईआईएमसी,दिल्ली से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया।
हरियाणा से पत्रकारिता आरंभ की। शिक्षा, विज्ञान, मौसम, रेलवे, प्रशासन, कृषि विभाग और मंत्रालय की रिपोर्टिंग की। इंवेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग से शिक्षा और रेलवे विभाग के कई भ्रष्टाचार का खुलासा किया। रक्षा मंत्रालय के रक्षा संवाददाता पाठयक्रम-2016 पूरा किया। इसके बाद रक्षा मामलों की पत्रकारिता शुरू कर दी। चीन, पाकिस्तान और कश्मीर मामलों पर तीक्ष्ण नजर रहती है।
लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या 2017, राइफलमैन औरंगजेब की हत्या 2018, जम्मू—कश्मीर में बदले 2018 में बदले राजनीतिक समीकरण, पुलवामा हमला 2019, कश्मीर से 370 का हटना, गलवान घाटी मुठभेड़ 2020 को बेहद करीब से जम्मू और कश्मीर में रहकर ही कवर किया। कोरोना काल 2020 में भी लददाख से नेपाल तक की यात्रा चीन के बदलते समीकरण को लेकर की।
इसके साथ ही लोकसभा चुनाव 2019 में जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब की रिपोर्टिंग की। 9 नवंबर 2019 को श्रीराम जन्म भूमि अयोध्या मामले में आए फैसले की अयोध्या से कवर किया। 2022 उत्तरप्रदेश् चुनाव को सहारनपुर से सोनभद्र तक मोटर साइकिल के माध्यम से कवर किया। पत्रकारिता से इतर आनंद मणि त्रिपाठी को संगीत और पर्यटन का जबरदस्त शौक है। इन्हें किसी भी कार्य में असंभव शब्द न प्रयोग करने के लिए जाना जाता है…

अगली खबर

right-arrow



राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News