तिल तड़क्या, दिन भड़क्या; सूर्य उत्तरायण में आए अब बड़े होने लगेंगे दिन – Jaipur News

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तिल तड़क्या, दिन भड़क्या; सूर्य उत्तरायण में आए अब बड़े होने लगेंगे दिन – Jaipur News

तिल तड़क्या, दिन भड़क्या; सूर्य उत्तरायण में आए अब बड़े होने लगेंगे दिन – Jaipur News

मकर संक्रांति के साथ ही मलमास यानी खरमास की समाप्ति हो गई है और शादी-ब्याह आदि मांगलिक कार्यों का शुभारंभ हो गया है। मंगलवार को सूर्यदेव उत्तरायण में प्रवेश कर गए हैं और इसके साथ दिन धीरे-धीरे बड़े होने शुरू हो जाएंगे। जयपुर में कहावत है कि तिल तड़क्या

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ज्योतिष परिषद एवं शोध संस्थान के अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि साल 2025 में 51 विवाह मुहूर्त के योग बनेंगे, उसमें तीन सावे 10 रेखीय रहेंगे। साथ ही 8 अबूझ सावे रहेंगे। अब आगे 14 मार्च को सायंकाल सूर्य के मीन राशि मार्च में प्रवेश करने के साथ ही मीन मलमास प्रारंभ हो जाएगा, जो 14 अप्रैल तक रहेगा। ऐसे में एक माह तक विवाह आदि मांगलिक कार्यों पर फिर से विराम लग जाएगा। हालांकि 7 मार्च को होलाष्टक लग जाएंगे, जिसका प्रभाव होली तक रहेगा और इस दौरान भी विवाह आदि मांगलिक कार्य नहीं हो पाएंगे।

ये होंगे अबूझ सावे : 2 फरवरी को बसंत पंचमी, 1 मार्च को फुलेरा दोज, 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया, 12 मई को पीपल पूर्णिमा, 5 जून को गंगादशमी, 4 जुलाई को भड़ल्या नवमी, 6 जुलाई को देवशयनी एकादशी व 1 नवंबर को देव उठनी एकादशी।

सालभर मेंे ये मुहूर्त वाले सावे रहेंगे, पहला सावा कल

ज्योतिषाचार्य चंद्रमोहन दाधीच ने बताया कि 16 जनवरी को नौ रेखीय, 17 जनवरी दस रेखीय, 18 जनवरी छह रेखीय, 21 जनवरी नौ रेखीय, 22 जनवरी छह रेखीय सावा रहेगा, जबकि 7 फरवरी को सात रेखीय, 13 फरवरी सात रेखीय, 14 फरवरी सात रेखीय, 18 फरवरी छ रेखीय, 20 फरवरी आठ रेखीय, 21 फरवरी सात रेखीय, 25 फरवरी सात रेखीय। वहीं 5 व 6 मार्च को सात रेखीय सावा रहेगा। इसी तरह 14 अप्रैल को सात रेखीय, 16 अप्रैल आठ रेखीय, 18 अप्रैल छह रेखीय, 19 अप्रैल सात रेखीय, 20 अप्रैल सात रेखीय, 25 अप्रैल सात रेखीय, 29 व 30 अप्रैल को नौ रेखीय सावा रहेंगे। साथ ही 5 व 6 मई को आठ रेखीय, 7 व 8 मई को सात रेखीय, 13 को छह व 17 को सात रेखीय और 28 मई को आठ रेखीय सावा रहेगा। इसके बाद 1 जून को छह रेखीय, 2 व 4 को सात, 7 व 8 को आठ रेखीय, 9 व 10 जून को दस रेखीय। साथ ही 22 व 23 नवंबर आठ रेखीय, 25 नवंबर सात रेखीय, 30 नवंबर आठ रेखा और साल के आखिरी में यानी 4 दिसम्बर को आठ रेखीय और 11 दिसंबर को सात रेखा का सावा श्रेष्ठ रहेगा।

संक्रांति और कुंभ के मौके पर शहरवासियों ने गलता तीर्थ में स्थान किया।

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