तालिबान ने ली मशहूर अफगान कॉमेडियन खाशा ज़्वान की हत्या की जिम्मेदारी h3>
तालिबान ने अफगानिस्तान के लोकप्रिय कॉमेडियन नज़र मोहम्मद उर्फ़ खाशा ज़्वान की हत्या की जिम्मेदारी ली है। खाशा ज़्वान नाम से मशहूर नज़र मोहम्मद को थप्पड़ मारने और गाली देने वाले दो लोगों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। यह वीडियो खाशा की हत्या से ठीक पहले का है। अब तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने माना है कि खाशा की हत्या तालिबान ने की है।
न्यूज़ एजेंसी एपी की रिपोर्ट मुताबिक़ जबीहुल्ला ने कहा कि वीडियो में देखे गए दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर मुकदमा चलाया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया है कि कांधार के दक्षिणी हिस्से से आने वाला यह कॉमेडियन खाशा अफगान नेशनल पुलिस का सदस्य था। खाशा को तालिबान को टॉर्चर करने में फंसाया गया था।
अपने वादे से पीछे हट रहा तालिबान
तालिबान के प्रवक्ताओं ने कई बार कहा है कि सरकारी एजेंसियों या सरकार के साथ काम करने लोगों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। लेकिन खाशा की हत्या कर तालिबान ने इस भरोसे को कमजोर कर दिया है कि अमेरिकी सेना या सरकार के लिए काम करने वाले लोगों को वह कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
एपी की रिपोर्ट मुताबिक़ तालिबान के नियंत्रण वाले क्षेत्र में कथित तौर पर स्कूलों को जलाया जा रहा है और महिलाओं पर कई तरह के बैन लगाए जा रहे हैं। पिछली बार अफगानिस्तान में तालिबान के शासन में लड़कियों को स्कूल जाने और काम करने से रोक दिया गया था।
खाशा की हत्या ने तालिबानी शासन की याद दिलाई
अमेरिकी यूनिवर्सिटी ऑफ़ अफगानिस्तान के लेक्चरर कावे केरामी ने खाशा की हत्या को लेकर कहा है कि तालिबान के शासन में कलाकारों और असहमति जताने वालों के लिए गंभीर ख़तरा है। जब लोग इस तरह के वीडियो देखते हैं तो तालिबान शासन की पुरानी तस्वीरें ताज़ा हो जाती हैं।
हालिया दिनों में तालिबान ने अफगानिस्तान सुरक्षा बालों के साथ ही आम लोगों पर भी हमला तेज कर दिया है। तालिबान का दावा है कि अफगानिस्तान के दो तिहाई इलाके पर अब उसका नियंत्रण है। तालिबान से त्रस्त होकर कांधार प्रदेश के लोग भागकर अफगान सरकार द्वारा स्थापित शरणार्थी शिविर में शरण ले रहे हैं।
तालिबान ने अफगानिस्तान के लोकप्रिय कॉमेडियन नज़र मोहम्मद उर्फ़ खाशा ज़्वान की हत्या की जिम्मेदारी ली है। खाशा ज़्वान नाम से मशहूर नज़र मोहम्मद को थप्पड़ मारने और गाली देने वाले दो लोगों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। यह वीडियो खाशा की हत्या से ठीक पहले का है। अब तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने माना है कि खाशा की हत्या तालिबान ने की है।
न्यूज़ एजेंसी एपी की रिपोर्ट मुताबिक़ जबीहुल्ला ने कहा कि वीडियो में देखे गए दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर मुकदमा चलाया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया है कि कांधार के दक्षिणी हिस्से से आने वाला यह कॉमेडियन खाशा अफगान नेशनल पुलिस का सदस्य था। खाशा को तालिबान को टॉर्चर करने में फंसाया गया था।
अपने वादे से पीछे हट रहा तालिबान
तालिबान के प्रवक्ताओं ने कई बार कहा है कि सरकारी एजेंसियों या सरकार के साथ काम करने लोगों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। लेकिन खाशा की हत्या कर तालिबान ने इस भरोसे को कमजोर कर दिया है कि अमेरिकी सेना या सरकार के लिए काम करने वाले लोगों को वह कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
एपी की रिपोर्ट मुताबिक़ तालिबान के नियंत्रण वाले क्षेत्र में कथित तौर पर स्कूलों को जलाया जा रहा है और महिलाओं पर कई तरह के बैन लगाए जा रहे हैं। पिछली बार अफगानिस्तान में तालिबान के शासन में लड़कियों को स्कूल जाने और काम करने से रोक दिया गया था।
खाशा की हत्या ने तालिबानी शासन की याद दिलाई
अमेरिकी यूनिवर्सिटी ऑफ़ अफगानिस्तान के लेक्चरर कावे केरामी ने खाशा की हत्या को लेकर कहा है कि तालिबान के शासन में कलाकारों और असहमति जताने वालों के लिए गंभीर ख़तरा है। जब लोग इस तरह के वीडियो देखते हैं तो तालिबान शासन की पुरानी तस्वीरें ताज़ा हो जाती हैं।
हालिया दिनों में तालिबान ने अफगानिस्तान सुरक्षा बालों के साथ ही आम लोगों पर भी हमला तेज कर दिया है। तालिबान का दावा है कि अफगानिस्तान के दो तिहाई इलाके पर अब उसका नियंत्रण है। तालिबान से त्रस्त होकर कांधार प्रदेश के लोग भागकर अफगान सरकार द्वारा स्थापित शरणार्थी शिविर में शरण ले रहे हैं।