तंबाकू से मिल रहे 100 रुपए टैक्स के बदले 800 रुपए बीमारियों पर हो रहे खर्च | 800 rupees being spent on diseases instead of 100 rupees tax from toba | Patrika News

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तंबाकू से मिल रहे 100 रुपए टैक्स के बदले 800 रुपए बीमारियों पर हो रहे खर्च | 800 rupees being spent on diseases instead of 100 rupees tax from toba | Patrika News

तंबाकू से मिल रहे 100 रुपए टैक्स के बदले 800 रुपए बीमारियों पर हो रहे खर्च | 800 rupees being spent on diseases instead of 100 rupees tax from toba | Patrika News

भारत में 13 लाख लोगों की मौत तंबाकू से होने वाली बीमारियों के कारण होती है। इन बीमारियों पर होने वाला खर्च एक लाख 77 हजार करोड़ रुपए है, जबकि सरकार को तंबाकू से प्राप्त होने वाले प्रत्येक 100 रुपए टैक्स के बदले 800 रुपए इस बीमारियों पर खर्च करना पड़ता है।

इंदौर

Published: September 16, 2022 09:33:55 pm

इंदौर. भारत में 13 लाख लोगों की मौत तंबाकू से होने वाली बीमारियों के कारण होती है। इन बीमारियों पर होने वाला खर्च एक लाख 77 हजार करोड़ रुपए है, जबकि सरकार को तंबाकू से प्राप्त होने वाले प्रत्येक 100 रुपए टैक्स के बदले 800 रुपए इस बीमारियों पर खर्च करना पड़ता है। कार्यक्रम में नई दिल्ली से विश्व स्वास्थ्य संगठन के नेशनल प्रोफेशनल ऑफिसर प्रवीण सिन्हा ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से मप्र वालेंटरी हेल्थ एसोसिएशन और वालंटरी हेल्थ एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा तंबाकू के पर्यावरणीय प्रभाव के बारे में परामर्श कार्यक्रम में कही गई। इस दौरान डीसीपी राजेश हिंगडकऱ ने कहा कि हमें नशामुक्ति के लिए हुक्का और अन्य तरह के तम्बाकू उत्पादों पर नियंत्रण के लिए अन्य तरह के कानून को भी प्रयोग किया जाएगा। स्मार्ट सिटी सीइओ ऋशभ गुप्ता व एडीएम पवन जैन ने तंबाकू नियंत्रण के लिए प्रयास बढ़ाने की बात कहीं। एमजीएम मेडिकल कालेज डीन डॉ. संजय दीक्षित ने वैज्ञानिक सोच बढ़ाने की जरुरत बताई। राज्य नोडल अधिकारी डॉ. उपेन्द्र धोते ने कहा कि तंबाकू नियंत्रण के लिए प्रदेश में तंबाकू नियंत्रण कानून के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रयास किए जाएंगे। कार्यक्रम में डायरेक्टर एनएचएम डॉ. संतोष शुक्ला, डॉ. पंकज शुक्ला, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ. अशोक डागरिया, सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या सहिम 40 जिलों से लोग शामिल उपस्थित थे।
रेस्टोंरेट की आड़ में नहीं बेच सकते हुक्का
भारत सरकार के पूर्व लीगल कंसलटेंट (तंबाकू नियंत्रण) रंजित सिंह ने बताया कि हुक्का परोसने वाले बार ज्यादातार खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के तहत पंजीकृत/लाइसेंस प्राप्त होते हैं। इस प्रकार रेस्तरां मालिकों को दी गई अनुमति भोजन की बिक्री के लिए है, इसलिए एक रेस्तरां चलाने के बहाने वहां पर हुक्का नहीं बेचा जा सकता है। अधिनियम और इसके विनियमन का उल्लंघन है। एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि हमें बच्चों युवाओं को तंबाकू आपदा से बचने के लिए अन्य कानून का भी साथ लेना पड़ेगा।

तंबाकू से मिल रहे 100 रुपए टैक्स के बदले 800 रुपए बीमारियों पर हो रहे खर्च

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