ड्राइवर, स्वीपर, माली और चौकीदार के 15 पद, इंटरव्यू देने 11 हजार युवा आए… इनमें बीटेक, एलएलबी और PHD तक के अभ्यर्थी h3>
हाइलाइट्स
- एमपी के ग्वालियर जिला न्यायालय में 15 पद वैकेंसी
- 11 हजार युवा देने आए माली, स्वीपर और चौकीदार के लिए इंटरव्यू
- अभ्यर्थियों में पीएचडी, एलएलबी और बीटेक डिग्रीधारी लोग शामिल
- अभ्यर्थियों की भीड़ देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती
ग्वालियर
एमपी में बेरोजगारी (Gwalior Unemployed Youth) की स्थिति क्या है, इसका अंदाजा ग्वालियर के जिला न्यायालय के बाहर लगी युवाओं की भीड़ को देखकर लगाया जा सकता है। यहां चपरासी, ड्राइवर, वॉचमैन, माली और स्वीपर के पदों पर भर्ती हो रही है। 15 पदों पर हाई कोर्ट ने विज्ञापन निकाला था। इन पदों पर 11 हजार युवाओं ने आवेदन किए हैं। अधिकतर युवा ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, एलएलबी, सिविल जज की तैयारी करने वाले, बीटेक, एमबीए ओर पीएचडी तक के हैं।
साक्षात्कार के लिए जिला कोर्ट के बाहर सुबह 7 बजे से कतार लग गई। यह कतार संजय कॉम्पलेक्स तक थी। लड़कों के साथ लड़कियों ने भी आवेदन किए हैं। दो दिनों तक इन पदों की भर्ती के लिए साक्षात्कार होने हैं। दरअसल, जिला एवं सत्र न्यायालय में पांच पद ड्राइवर, पांच वॉचमैन, दो माली, एक स्वीपर, दो चपरासी के पदों पर भर्ती होनी है। इन पदों पर आवेदन करने वाले को 400 रुपये फीस का निर्धारण किया गया था। हाई कोर्ट ने ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। ग्वालियर के जिला न्यायालय के पदों पर भर्ती के लिए 11 हजार आवेदन आए हैं।
इनकी भर्ती साक्षात्कार के माध्यम से होनी है। आवेदनों की संख्या को देखते हुए शनिवार और रविवार का दिन साक्षात्कार के लिए निर्धारित किया है। आवेदनों की संख्या को देखते हुए जजों के 17 बोर्ड बनाए गए हैं, जो दस्तावेजों की जांच कर साक्षात्कार करेंगे। साक्षात्कार पूरा होने के बाद अंतिम सूची निकाली जाएगी। जिला कोर्ट के बाहर साक्षात्कार के लिए युवाओं की भीड़ लग गई।
कांग्रेस के दांव में उलझ गई शिवराज सरकार… मजबूरी में टालने पड़े पंचायत चुनाव?
इस भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया। इस बार पिछली बार की तुलना में कम आवेदन आए हैं, क्योंकि पूरे प्रदेश में भर्ती हो रही है। इस कारण दूसरे जिलों के उम्मीदवार नहीं आ सके हैं। लेकिन हैरत की बात ये है कि चपरासी, ड्राइवर, वॉचमैन, माली और स्वीपर के पदों के लिए पोस्ट ग्रेजुएट, एलएलबी, सिविल जज की तैयारी करने वाले, बीटेक, एमबीए ओर पीएचडी तक के बेरोजगार युवकों ने अप्लाई किया है।
उमध्यप्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News
हाइलाइट्स
- एमपी के ग्वालियर जिला न्यायालय में 15 पद वैकेंसी
- 11 हजार युवा देने आए माली, स्वीपर और चौकीदार के लिए इंटरव्यू
- अभ्यर्थियों में पीएचडी, एलएलबी और बीटेक डिग्रीधारी लोग शामिल
- अभ्यर्थियों की भीड़ देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती
एमपी में बेरोजगारी (Gwalior Unemployed Youth) की स्थिति क्या है, इसका अंदाजा ग्वालियर के जिला न्यायालय के बाहर लगी युवाओं की भीड़ को देखकर लगाया जा सकता है। यहां चपरासी, ड्राइवर, वॉचमैन, माली और स्वीपर के पदों पर भर्ती हो रही है। 15 पदों पर हाई कोर्ट ने विज्ञापन निकाला था। इन पदों पर 11 हजार युवाओं ने आवेदन किए हैं। अधिकतर युवा ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, एलएलबी, सिविल जज की तैयारी करने वाले, बीटेक, एमबीए ओर पीएचडी तक के हैं।
साक्षात्कार के लिए जिला कोर्ट के बाहर सुबह 7 बजे से कतार लग गई। यह कतार संजय कॉम्पलेक्स तक थी। लड़कों के साथ लड़कियों ने भी आवेदन किए हैं। दो दिनों तक इन पदों की भर्ती के लिए साक्षात्कार होने हैं। दरअसल, जिला एवं सत्र न्यायालय में पांच पद ड्राइवर, पांच वॉचमैन, दो माली, एक स्वीपर, दो चपरासी के पदों पर भर्ती होनी है। इन पदों पर आवेदन करने वाले को 400 रुपये फीस का निर्धारण किया गया था। हाई कोर्ट ने ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। ग्वालियर के जिला न्यायालय के पदों पर भर्ती के लिए 11 हजार आवेदन आए हैं।
इनकी भर्ती साक्षात्कार के माध्यम से होनी है। आवेदनों की संख्या को देखते हुए शनिवार और रविवार का दिन साक्षात्कार के लिए निर्धारित किया है। आवेदनों की संख्या को देखते हुए जजों के 17 बोर्ड बनाए गए हैं, जो दस्तावेजों की जांच कर साक्षात्कार करेंगे। साक्षात्कार पूरा होने के बाद अंतिम सूची निकाली जाएगी। जिला कोर्ट के बाहर साक्षात्कार के लिए युवाओं की भीड़ लग गई।
कांग्रेस के दांव में उलझ गई शिवराज सरकार… मजबूरी में टालने पड़े पंचायत चुनाव?
इस भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया। इस बार पिछली बार की तुलना में कम आवेदन आए हैं, क्योंकि पूरे प्रदेश में भर्ती हो रही है। इस कारण दूसरे जिलों के उम्मीदवार नहीं आ सके हैं। लेकिन हैरत की बात ये है कि चपरासी, ड्राइवर, वॉचमैन, माली और स्वीपर के पदों के लिए पोस्ट ग्रेजुएट, एलएलबी, सिविल जज की तैयारी करने वाले, बीटेक, एमबीए ओर पीएचडी तक के बेरोजगार युवकों ने अप्लाई किया है।