ड्रग फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ 41 पेज का चालान पेश: भोपाल में आरोपियों की मुलाकात से लेकर ड्रग बनाने और खपाने तक की कहानी लिखी – Bhopal News

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ड्रग फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ 41 पेज का चालान पेश:  भोपाल में आरोपियों की मुलाकात से लेकर ड्रग बनाने और खपाने तक की कहानी लिखी – Bhopal News

ड्रग फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ 41 पेज का चालान पेश: भोपाल में आरोपियों की मुलाकात से लेकर ड्रग बनाने और खपाने तक की कहानी लिखी – Bhopal News

भोपाल में अवैध एमडी ड्रग संचालित करने वालों के खिलाफ एनसीबी की टीम ने बुधवार को चालान पेश किया। 41 पेज के इस चालान में आरोपियों के बयानों के आधार पर उनकी मुलाकात से लेकर ड्रग फैक्ट्री शुरू करने और माल बेचने तक की पूरी कहानी लिखी गई है। बता दें कि 5 अ

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यहां से एमडी बनाने का 8.48 क्विंटल सामान जब्त किया गया था। जिसकी कुल कीमत 1834 करोड़ रुपए है। पुलिस ने छापा मारी के दौरान स्पॉट से सान्याल प्रकाश बाने और अमित चतुर्वेदी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद हरीश अंजना और प्रेमसुख पाटीदार को बारी-बारी मंदसौर से गिरफ्तार किया था।

आरोपी के बयान से हुए अहम खुलासे

मुख्य आरोपी सान्याल प्रकाश बाने (फैक्ट्री संचालक) पिता प्रकाश नारायन बाने, निवासी प्रभु अटलांटिस, ए विंग, 803, गंगापुर रोड, नासिक, महाराष्ट्र को एनडीपीएस एक्ट की धारा 67 का नोटिस जारी कर स्वैच्छिक बयान दर्ज किया गया। सान्याल ने अपने बयान में प्रारंभिक जीवन, परिवार, पढ़ाई एवं अपने काम-धंधे के बारे में बताया। सान्याल ने बताया कि मुंबई की आर्थर रोड जेल में उसकी मुलाकात चाचू नाम के व्यक्ति से हुई थी, जो उसके साथ ही जेल में बंद था। जेल से बाहर आने के बाद चाचू ने उसकी मुलाकात हरीश आंजना एवं शोएब खान पठान से करवाई थी।

एनसीबी की कार्रवाई के दौरान ड्रग फैक्ट्री में एमडी तैयार किया जा रहा था।

सान्याल पहले से बनाना जानता था एमडी

सान्याल को मेफा ड्रोन मादक पदार्थ बनाने की पूरी प्रोसेस की जानकारी थी। चाचू के अनुसार हरीश एवं शोएब मेफा ड्रोन मादक पदार्थ बनवाना चाहते थे। इसीलिए चाचू ने सान्याल को हरीश और शोएब से मिलवाया था। हरीश एवं शोएब ने सान्याल से पीथमपुर में सैंपल के तौर पर अवैध मेफा ड्रोन बनवाई थी। इसके बाद हरीश और शोएब ने बगरोदा भोपाल में अवैध मेफा ड्रोन के बनाने के लिए फैक्ट्री शुरू की।

शोएब लाला और हरीश आंजना ने की थी केमिकल और मनीन की व्यवस्था

फैक्ट्री में मेफा ड्रोन बनाने से संबंधित सभी केमिकल व उपकरण की व्यवस्था हरीश और शोएब ने की थी। उक्त फैक्ट्री में पहली बार सान्याल के पहुंचने पर उसकी मुलाकात अमित चतुर्वेदी से हुई थी। हरीश और शोएब ने बताया था कि यह व्यक्ति अवैध मेफा ड्रोन फैक्ट्री का मेनेजर है।

40-50 लाख रुपए कैश दिए थे

एनसीबी अधिकारी द्वारा पूछताछ के दौरान सान्याल की आय के स्त्रोत के बारे पूछा गया। उसने बताया कि फैक्ट्री में अवैध मेफा ड्रोन बनाने के एवज में हरीश और शोएब ने लगभग 40-50 लाख रुपए नगद दिए थे। एनसीबी द्वारा जब्त अवैध मेफा ड्रोन (निर्मित एवं निर्माणाधीन) सान्याल ने शोएब खान पठान, हरीश आंजना एवं अमित चतुर्वेदी के साथ मिलकर बनाया था।

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