डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में शुरू हुई पेट की एंडोस्कोपी, अब आसानी से हो सकेंगे कठिन ऑपरेशन | Difficult operations can be done easily endoscopy started | Patrika News h3>
झांसीPublished: Oct 24, 2023 09:29:41 am
जिला अस्पताल में शुरू हुई पेट की एंडोस्कोपी, जटिल ऑपरेशन हुए आसान। अभी तक नाक, कान और गला के मरीजों को ही मिल पा रही थी एंडोस्कोपी की सुविधा। लिवर और गॉल ब्लैडर के ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही एंडोस्कोपी मशीन।
इस तस्वीर को सोशल मीडिया से लिया गया है।
जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। डिजिटल एक्स-रे से लेकर सीटी स्कैन सेवा का लाभ मरीजों को मिलने लगा है। अब एंडोस्कोपी सुविधा भी शुरू हो गई है। इससे मरीजों को अल्ट्रासाउंड से कई गुना बेहतर लाभ मिल रहा है। एंडोस्कोपी से जिला अस्पताल में अब तक गॉल ब्लैडर से लेकर किडनी स्टोन तक के एक दर्जन से अधिक सफल ऑपरेशन हो चुके हैं। एंडोस्कोपी तकनीक अल्ट्रासाउंड के मुकाबले कई गुना अधिक उपयोगी और शत-प्रतिशत परिणाम देती है। अल्ट्रासाउंड में जहां मरीज की स्किन के ऊपर से शरीर के अंदरूनी भागों में गांठ, जख्म या अन्य जटिलताएं देखी जाती हैं, वहीं एंडोस्कोपी को कैमरे द्वारा मुंह के रास्ते पेट में भेजा जाता है, जिससे शरीर के अंदरूनी भागों की एकदम सटीक इमेज प्राप्त होती है।
झांसीPublished: Oct 24, 2023 09:29:41 am
जिला अस्पताल में शुरू हुई पेट की एंडोस्कोपी, जटिल ऑपरेशन हुए आसान। अभी तक नाक, कान और गला के मरीजों को ही मिल पा रही थी एंडोस्कोपी की सुविधा। लिवर और गॉल ब्लैडर के ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही एंडोस्कोपी मशीन।
इस तस्वीर को सोशल मीडिया से लिया गया है।
जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। डिजिटल एक्स-रे से लेकर सीटी स्कैन सेवा का लाभ मरीजों को मिलने लगा है। अब एंडोस्कोपी सुविधा भी शुरू हो गई है। इससे मरीजों को अल्ट्रासाउंड से कई गुना बेहतर लाभ मिल रहा है। एंडोस्कोपी से जिला अस्पताल में अब तक गॉल ब्लैडर से लेकर किडनी स्टोन तक के एक दर्जन से अधिक सफल ऑपरेशन हो चुके हैं। एंडोस्कोपी तकनीक अल्ट्रासाउंड के मुकाबले कई गुना अधिक उपयोगी और शत-प्रतिशत परिणाम देती है। अल्ट्रासाउंड में जहां मरीज की स्किन के ऊपर से शरीर के अंदरूनी भागों में गांठ, जख्म या अन्य जटिलताएं देखी जाती हैं, वहीं एंडोस्कोपी को कैमरे द्वारा मुंह के रास्ते पेट में भेजा जाता है, जिससे शरीर के अंदरूनी भागों की एकदम सटीक इमेज प्राप्त होती है।