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डबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे हरनौत ग्रिड और धमौली पीएसएसडबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे हरनौत ग्रिड और धमौली पीएसएसडबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे हरनौत ग्रिड और धमौली पीएसएस
Newswrap हिन्दुस्तान, बिहारशरीफMon, 23 Sep 2024 04:29 PM
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हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव : डबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे हरनौत ग्रिड और धमौली पीएसएस नूरसराय से धमौली के बीच 33 केवी नयी लाइन भी बिछेगी थरथरी व नूरसराय प्रखंडों में खत्म होगी ओवरलोडिंग की समस्या फोटो बिजली : नूरसराय का पीएसएस। बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि। जिले के नूरसराय और थरथरी प्रखंडों में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था और दुरुस्त होगी। अब गर्मी व खरीफ (धान की खेती) सीजन में बिजली की मांग बढ़ने पर भी ओवरलोडिंग और ट्रिपिंग की समस्या नहीं होगी। हरनौत के चेरन ग्रिड से धमौली पावर सब स्टेशन (पीएसएस) तक डबल सर्किट लाइन बिछायी जाएगी। जबकि, धमौली से नूरसराय पीएसएस को 33 केवी नयी लाइन से जोड़ा जाएगा। योजना धरातल पर उतरेगी तो नूरसराय के साथ थरथरी के पीएसएस टू-वे लाइन से जुड़ जाएंगे। बिना रुकावट बिजली बहाल रखने का खाका तैयार कर लिया गया। धमौली पीएसएस और चेरन ग्रिड के बीच डबल सर्किट लाइन बिछाने का प्राक्कलन बनाकर विभाग को भेज दिया गया है। राहत यह भी कि धमौली से नूरसराय तक 33 केवी नयी लाइन बिछाने की स्वीकृति मिल गयी है। एजेंसी का चयन भी कर लिया गया है। जल्द काम भी शुरू होने की उम्मीद है। डबल सर्किट लाइन की दूरी नौ किलोमीटर होगी। जबकि, धमौली पीएसएस से फोरलेन के किनारे से भागनबिगहा और बिहाटा-सरमेरा रोड से होते हुए नूरसराय तक 9.5 किलोमीटर 33 केवी लाइन बिछनी है। बढ़ जाएगी बिजली आपूर्ति की क्षमता: डबल सर्किट लाइन बन जाने पर बिजली आपूर्ति की क्षमता दोगुनी हो जाएगी। अभी बड़ी पहाड़ी ग्रिड से नूरसराय और थरथरी पीएसएस को 24 मेगावाट बिजली मिलती है। जबकि, पिकआवर में दोनों पीएसएस को मिलाकर कभी-कभी 36 मेगावाट तक बिजली की मांग बढ़ जाती है। ऐसे में खपत के अनुसार बिजली देने में परेशानी आती है। नतीजा, रोटेशन सिस्टम लागू करना पड़ता है। धमौली से नूरसराय को 33 केवी नयी लाइन से जुड़ जाने पर 24 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिलने लगेगी। यानी आपूर्ति की क्षमता 48 मेगावाट तक हो जाएगी। परिणाम, पिकआवर में भी बिजली बहाल रह सकेगी। खास यह भी दोनों प्रखंडों के पीएसएस टू-वे लाइन से जुड़ जाएंगे। नालंदा ग्रिड से करणबिगहा पीएसएस तक नयी लाइन : नूरसराय प्रखंड के उपभोक्ताओं के लिए बड़ी राहत यह भी नालंदा ग्रिड से करणबिगहा पीएसएस तक 18 किलोमीटर 33 केवी नयी लाइन बिछायी जा रही है। एजेंसी का चयन हो चुका है। तार-पोल और निर्माण सामग्रियां लायी जा रही हैं। बहुत जल्द काम भी शुरू हो जाएगा। वर्तमान में करणबिगहा को परवलपुर से बिजली दी जाती है। 5 पीएसएस की क्षमता भी बढ़ेगी : नूरसराय, थरथरी, चंडी, रहुई और नगरनौसा पावर सब स्टेशन की क्षमता भी बढ़ायी जाएगी। सभी पीएसएस में पांच-पांच एमवीए क्षमता बढ़ाने के लिए अतिरिक्त पावर ट्रांसफॉर्मर लगाये जाएंगे। ताकि, खपत के अनुसार सभी फीडरों से बिना रुकावट बिजली बहाल रखी जा सके। क्या कहते हैं अधिकारी : हरनौत-धमौली के बीच डबल सर्किट लाइन और धमौली-नूरसराय के बीच 33 केवी नयी लाइन बहाल हो जाने पर नूरसराय और थरथरी प्रखंडों में बिजली की ओवरलोडिंग और ट्रीपिंग की समस्या खत्म हो जाएगी। पिकआवर में भी बिना रुकावट बिजली बहाल रहेगी। जल्द काम शुरू होगा। रूपक कुमार, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, बिहारशरीफ (ग्रामीण)
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डबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे हरनौत ग्रिड और धमौली पीएसएसडबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे हरनौत ग्रिड और धमौली पीएसएसडबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे हरनौत ग्रिड और धमौली पीएसएस
हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव : डबल सर्किट लाइन से जुड़ेंगे हरनौत ग्रिड और धमौली पीएसएस नूरसराय से धमौली के बीच 33 केवी नयी लाइन भी बिछेगी थरथरी व नूरसराय प्रखंडों में खत्म होगी ओवरलोडिंग की समस्या फोटो बिजली : नूरसराय का पीएसएस। बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि। जिले के नूरसराय और थरथरी प्रखंडों में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था और दुरुस्त होगी। अब गर्मी व खरीफ (धान की खेती) सीजन में बिजली की मांग बढ़ने पर भी ओवरलोडिंग और ट्रिपिंग की समस्या नहीं होगी। हरनौत के चेरन ग्रिड से धमौली पावर सब स्टेशन (पीएसएस) तक डबल सर्किट लाइन बिछायी जाएगी। जबकि, धमौली से नूरसराय पीएसएस को 33 केवी नयी लाइन से जोड़ा जाएगा। योजना धरातल पर उतरेगी तो नूरसराय के साथ थरथरी के पीएसएस टू-वे लाइन से जुड़ जाएंगे। बिना रुकावट बिजली बहाल रखने का खाका तैयार कर लिया गया। धमौली पीएसएस और चेरन ग्रिड के बीच डबल सर्किट लाइन बिछाने का प्राक्कलन बनाकर विभाग को भेज दिया गया है। राहत यह भी कि धमौली से नूरसराय तक 33 केवी नयी लाइन बिछाने की स्वीकृति मिल गयी है। एजेंसी का चयन भी कर लिया गया है। जल्द काम भी शुरू होने की उम्मीद है। डबल सर्किट लाइन की दूरी नौ किलोमीटर होगी। जबकि, धमौली पीएसएस से फोरलेन के किनारे से भागनबिगहा और बिहाटा-सरमेरा रोड से होते हुए नूरसराय तक 9.5 किलोमीटर 33 केवी लाइन बिछनी है। बढ़ जाएगी बिजली आपूर्ति की क्षमता: डबल सर्किट लाइन बन जाने पर बिजली आपूर्ति की क्षमता दोगुनी हो जाएगी। अभी बड़ी पहाड़ी ग्रिड से नूरसराय और थरथरी पीएसएस को 24 मेगावाट बिजली मिलती है। जबकि, पिकआवर में दोनों पीएसएस को मिलाकर कभी-कभी 36 मेगावाट तक बिजली की मांग बढ़ जाती है। ऐसे में खपत के अनुसार बिजली देने में परेशानी आती है। नतीजा, रोटेशन सिस्टम लागू करना पड़ता है। धमौली से नूरसराय को 33 केवी नयी लाइन से जुड़ जाने पर 24 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिलने लगेगी। यानी आपूर्ति की क्षमता 48 मेगावाट तक हो जाएगी। परिणाम, पिकआवर में भी बिजली बहाल रह सकेगी। खास यह भी दोनों प्रखंडों के पीएसएस टू-वे लाइन से जुड़ जाएंगे। नालंदा ग्रिड से करणबिगहा पीएसएस तक नयी लाइन : नूरसराय प्रखंड के उपभोक्ताओं के लिए बड़ी राहत यह भी नालंदा ग्रिड से करणबिगहा पीएसएस तक 18 किलोमीटर 33 केवी नयी लाइन बिछायी जा रही है। एजेंसी का चयन हो चुका है। तार-पोल और निर्माण सामग्रियां लायी जा रही हैं। बहुत जल्द काम भी शुरू हो जाएगा। वर्तमान में करणबिगहा को परवलपुर से बिजली दी जाती है। 5 पीएसएस की क्षमता भी बढ़ेगी : नूरसराय, थरथरी, चंडी, रहुई और नगरनौसा पावर सब स्टेशन की क्षमता भी बढ़ायी जाएगी। सभी पीएसएस में पांच-पांच एमवीए क्षमता बढ़ाने के लिए अतिरिक्त पावर ट्रांसफॉर्मर लगाये जाएंगे। ताकि, खपत के अनुसार सभी फीडरों से बिना रुकावट बिजली बहाल रखी जा सके। क्या कहते हैं अधिकारी : हरनौत-धमौली के बीच डबल सर्किट लाइन और धमौली-नूरसराय के बीच 33 केवी नयी लाइन बहाल हो जाने पर नूरसराय और थरथरी प्रखंडों में बिजली की ओवरलोडिंग और ट्रीपिंग की समस्या खत्म हो जाएगी। पिकआवर में भी बिना रुकावट बिजली बहाल रहेगी। जल्द काम शुरू होगा। रूपक कुमार, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, बिहारशरीफ (ग्रामीण)