ट्रॉली बैग में ऐसे खाने बनवाए कि बेंगलूरु एयरपोर्ट (airport) पर स्कैनर नहीं पकड़ सके हेरोइन (heroin) | Prepare in trolley bags in such a way that the scanner cannot catch | Patrika News h3>
इटारसी में इसलिए उतरीं
– पुलिस चेकिंग की जानकारी लगने से युवतियां भोपाल के बजाए इटारसी में रूकीं
– वॉट्सऐप कॉल के जरिये तस्करों के संपर्क में थीं इंदौर. जिम्बाब्वे से मादक पदार्थ (हेरोइन) लाने के मामले में पकड़ी गई युवतियों ने बड़े खुलासे किए हैं। हेरोइन लाने के लिए ट्रॉली बैग मेें विशेष हिस्से बनाए गए थे। युवतियां जिम्बाब्वे से बेंगलूरु एयरपोर्ट पर उतरीं, लेकिन स्कैनिंग में पकड़ी नहीं गईं। पता चला है कि इनके साथ 4-5 अन्य युवतियां भी बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ लेकर जिम्बाब्वे से आई हैं, लेकिन उनका पता नहीं चला। एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) की टीम इनकी तलाश में जुटी है। युवतियों से बरामद हेरोइन दिल्ली पहुंचने के बाद देशभर में सप्लाई होती।
एनसीबी ने इटारसी की होटल से मिजोरम की तीन युवतियों लालमल जोनी, लालवेनहिनी, रामसंगदुई को मादक पदार्थ के साथ पकड़ा है। ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर ब्रजेंद्र चौधरी के मुताबिक, तीनों को 3 दिन के लिए रिमांड पर लिया है। दिल्ली एनसीबी को जिम्बाब्वे से मादक पदार्थ की तस्करी के संबंध में सूचना मिली थी। पता चला था कि तीन युवतियां ट्रेन से बेंगलूरु से दिल्ली जा रही हैं। भोपाल में तलाशी हुई, लेकिन वे नहीं मिलीं। इटारसी में उतरने की सूचना पर टीमों ने होटलों की जांच की तो पकड़ में आईं। ब्यूरो को सूचना थी कि करीब 10 युवतियां अलग-अलग रास्ते से जिम्बाब्वे से लाया गया मादक पदार्थ लेकर दिल्ली आने वाली हैं। दिल्ली में एक संदेही को पकड़ा तो काफी जानकारी मिली। इसके आधार पर सर्च ऑपरेशन चलाया।
कोई सब्जी बेचती तो किसी ने ब्यूटी पार्लर में किया काम ब्यूरो के अ धिकारियों का कहना है कि पकड़ी गई युवतियां शादीशुदा है, इनमें से दो का तलाक हो चुका है। एक सब्जी बेचने का, दूसरी घरों में काम करने का तथा तीसरी ब्यूटी पार्लर में काम करने की जानकारी दे रही हैं। थोड़ी अंग्रेजी बोल लेती हैं। बातचीत के लिए भाषा के जानकार की मदद ली जा रही है। इन्हें जिम्बाब्वे से मादक पदार्थ लाने के 2-2 लाख दिए जाने थे। वे टूरिस्ट वीजा पर जिम्बाब्वे गईं और करीब एक सप्ताह वहां रही। लौटते समय तीनों को एक-एक ट्रॉली बैग दिया गया, जो इन्हें दिल्ली में किसी को देना था। प्रत्येक ट्रॉली बैग में 7-7 किली हेरोइन छिपाई थी। तीनों का कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि ट्रॉली बैग में क्या है?
एयरपोर्ट की सुरक्षा जांच में चूक युवतियों का कहना है कि वे बड़ी आसानी से बेंगलूरु एयरपोर्ट से बाहर आ गई थीं। स्कैनिंग में किसी को शक नहीं हुआ। इससे पहले अप्रेल में भी मुंबई में मादक पदार्थ पकड़ा गया। वह भी प्लेन के जरिए दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था। इससे साफ है कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच मेे चूक से मादक पदार्थ की तस्करी चल रही है।
आतंकी नेटवर्क के शक में एटीएस ने की पूछताछ एटीएस के दो अधिकारियों ने एनसीबी दफ्तर में युवतियों से पूछताछ की। किसी आतंकी संगठन से जुड़े होने की आशंका में उनका नेटवर्क खंगाला जा रहा है। अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही अन्य आरोपी भी गिरफ्त में होंगे।
इटारसी में इसलिए उतरीं
– पुलिस चेकिंग की जानकारी लगने से युवतियां भोपाल के बजाए इटारसी में रूकीं
– वॉट्सऐप कॉल के जरिये तस्करों के संपर्क में थीं इंदौर. जिम्बाब्वे से मादक पदार्थ (हेरोइन) लाने के मामले में पकड़ी गई युवतियों ने बड़े खुलासे किए हैं। हेरोइन लाने के लिए ट्रॉली बैग मेें विशेष हिस्से बनाए गए थे। युवतियां जिम्बाब्वे से बेंगलूरु एयरपोर्ट पर उतरीं, लेकिन स्कैनिंग में पकड़ी नहीं गईं। पता चला है कि इनके साथ 4-5 अन्य युवतियां भी बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ लेकर जिम्बाब्वे से आई हैं, लेकिन उनका पता नहीं चला। एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) की टीम इनकी तलाश में जुटी है। युवतियों से बरामद हेरोइन दिल्ली पहुंचने के बाद देशभर में सप्लाई होती।
एनसीबी ने इटारसी की होटल से मिजोरम की तीन युवतियों लालमल जोनी, लालवेनहिनी, रामसंगदुई को मादक पदार्थ के साथ पकड़ा है। ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर ब्रजेंद्र चौधरी के मुताबिक, तीनों को 3 दिन के लिए रिमांड पर लिया है। दिल्ली एनसीबी को जिम्बाब्वे से मादक पदार्थ की तस्करी के संबंध में सूचना मिली थी। पता चला था कि तीन युवतियां ट्रेन से बेंगलूरु से दिल्ली जा रही हैं। भोपाल में तलाशी हुई, लेकिन वे नहीं मिलीं। इटारसी में उतरने की सूचना पर टीमों ने होटलों की जांच की तो पकड़ में आईं। ब्यूरो को सूचना थी कि करीब 10 युवतियां अलग-अलग रास्ते से जिम्बाब्वे से लाया गया मादक पदार्थ लेकर दिल्ली आने वाली हैं। दिल्ली में एक संदेही को पकड़ा तो काफी जानकारी मिली। इसके आधार पर सर्च ऑपरेशन चलाया।
कोई सब्जी बेचती तो किसी ने ब्यूटी पार्लर में किया काम ब्यूरो के अ धिकारियों का कहना है कि पकड़ी गई युवतियां शादीशुदा है, इनमें से दो का तलाक हो चुका है। एक सब्जी बेचने का, दूसरी घरों में काम करने का तथा तीसरी ब्यूटी पार्लर में काम करने की जानकारी दे रही हैं। थोड़ी अंग्रेजी बोल लेती हैं। बातचीत के लिए भाषा के जानकार की मदद ली जा रही है। इन्हें जिम्बाब्वे से मादक पदार्थ लाने के 2-2 लाख दिए जाने थे। वे टूरिस्ट वीजा पर जिम्बाब्वे गईं और करीब एक सप्ताह वहां रही। लौटते समय तीनों को एक-एक ट्रॉली बैग दिया गया, जो इन्हें दिल्ली में किसी को देना था। प्रत्येक ट्रॉली बैग में 7-7 किली हेरोइन छिपाई थी। तीनों का कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि ट्रॉली बैग में क्या है?
एयरपोर्ट की सुरक्षा जांच में चूक युवतियों का कहना है कि वे बड़ी आसानी से बेंगलूरु एयरपोर्ट से बाहर आ गई थीं। स्कैनिंग में किसी को शक नहीं हुआ। इससे पहले अप्रेल में भी मुंबई में मादक पदार्थ पकड़ा गया। वह भी प्लेन के जरिए दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था। इससे साफ है कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच मेे चूक से मादक पदार्थ की तस्करी चल रही है।
आतंकी नेटवर्क के शक में एटीएस ने की पूछताछ एटीएस के दो अधिकारियों ने एनसीबी दफ्तर में युवतियों से पूछताछ की। किसी आतंकी संगठन से जुड़े होने की आशंका में उनका नेटवर्क खंगाला जा रहा है। अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही अन्य आरोपी भी गिरफ्त में होंगे।