ट्रेन की तरह मैच के तत्काल टिकट… IPL में खूब चल रहा ये गंदा धंधा
पेश है बातचीत का एक अंश…
भारत या ऑस्ट्रेलिया, WTC फाइनल में कौन फेवरिट? रिकी पोंटिंग का देखें एक्सक्लूसिव इंटरव्यू
रिपोर्टर- कितने रुपये में है टिकट?
दलाल- 1800 रुपये में तुम्हें मिल जाएंगे।
रिपोर्टर- 1800 रुपये से कम नहीं होगा?
दलाल- नहीं, अभी दूसरे को 2000 हजार रुपये में दिए हैं।
रिपोर्टर- किस फ्लोर है टिकट?
दलाल- ग्राउंड फ्लोर है नीचे वाले, कितने चाहिए?
रिपोर्टर- तीन टिकट चाहिए।
दलाल- मिल जाएगा तुरंत, टेंशन क्यों ले रहे हो।
रिपोर्टर- किस गेट से जाना होगा?
दलाल- गेट नंबर 17 और 18 से।
रिपोर्टर- 1800 रुपये से कम कर दो, हमें तीन टिकट चाहिए।
दलाल- नहीं हो पाएगा।
रिपोर्टर- ठीक है 10 मिनट में आता हूं। यहीं मिलोगे?
दलाल- हां ठीक है। मेरा नंबर ले जाओ
कुछ देर बाद दलाल के दिए नंबर पर कॉल की
रिपोर्टर- हो जाएगा न टिकट?
दलाल- भाई, मैं तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं। लास्ट तीन टिकट तुम्हारे लिए बचाकर रखे हैं।
रिपोर्टर- अभी टाइम लगेगा। मेरे भैया अभी आएंगे, तभी टिकट लूंगा।
दलाल- मैं इंतजार कर रहा हूं।
चार साल बाद दिल्ली में हो रहे आईपीएल मैच का जश्न किसी मेले व त्योहार से कम नहीं था। स्टेडियम के चारों तरफ हंसते-मुस्कुराते चेहरे और अपने पसंदीदा खिलाड़ियों की टी-शर्ट पहने लोगों में गजब का जोश दिख रहा था। कोई चेहरे पर दिल्ली कैपिटल्स का लोगो बनवा रहा था, तो कोई ‘जीतेगी दिल्ली’ लिख रहा था। सबसे ज्यादा जोश छोटे बच्चों में दिखा जो अपने-अपने चहेते खिलाड़ियों की टी-शर्ट पहनने मेट्रो गेट के पास नाचते हुए दिखे। साथ ही, दिल्ली गेट और आईटीओ मेट्रो के पास लोगों की खूब भीड़ उमड़ी।
शाम 4 बजे से ही दिल्ली गेट और आईटीओ मेट्रो के गेट नंबर-4 से क्रिकेट प्रेमियों के आने का सिलसिला शुरू हुआ। दिल्ली के अलावा गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद, सोनीपत, गुड़गांव से लोग परिवार समेत कोटला स्टेडियम पहुंचे। जैसे-जैसे सूरज ढल रहा था, भीड़ बढ़ती जा रही थी। करीब 6 बजे से लोगों की एंट्री शुरू हो गई।