ट्राय ट्रेन एक बार फिर दौड़ती हुई आएगी नजर | Nehru Park | Patrika News h3>
नेहरू पार्क में पिछले 9 सालों से बंद ट्राय ट्रेन फिर एक बार दौड़ती हुई नजर आएगी।
इंदौर
Published: April 23, 2022 07:39:55 pm
इंदौर. नेहरू पार्क में एक बार फिर से ट्राय ट्रेन दौड़ती हुई नजर आएगी। पिछले 9 सालों से यह ट्रेन बंद पड़ी है। इस ट्रेन का पुराना ट्रैक खराब होने और इंजन में दिक्कत के कारण यह ट्रेन बंद कर दी गई थी। वहीं, इसके नए ट्रैक को बनाने का काम पूरा कर लिया गया है। जल्द ही ये ट्रेन दोबारा शुरू कर दी जाएगी।
नेहरू पार्क में बच्चों के मनोरंजन के लिए ट्राय ट्रेन चलाई जाती थी। लेकिन इसका पुराना ट्रेक कई दशक पुराना होने के कारण इसमें परेशानी आने लगी थी। इसके बाद इसे बंद कर दिया गया था। वहीं, नेहरू पार्क के जीर्णोद्धार के दौरान इसके पुराने ट्रेक के रास्ते को भी उखाड़ दिया गया था। इसके कारण ये ट्रेन नहीं चल पा रही थी। नेहरू पार्क के नए प्लान में इसके लिए नई व्यवस्था की गई थी। इसमें न सिर्फ इस ट्रेन के स्टेशन इंद्रपुरी को नए सिरे से संवारा जाना था, बल्कि ट्रेन के ट्रेक के लिए सीमेंट कांक्रीट का बेस भी बनाया जाना था। हालांकि इसमें नेहरू पार्क की बाउंड्रीवाल और अन्य निर्माण भी किए जाने थे, जिसके चलते इसका काम लेट हो रहा था। लेकिन अब ट्रेक का काम पूरा हो गया है। वहीं, अब जल्द ही इस पर ट्रेक को बिछाने का काम शुरू किया जाएगा।
पहले से छोटा, लेकिन आकर्षक होगा नया रूट
पहले ट्राय ट्रेन नेहरू स्टेडियम में लगभग 1 किलोमीटर का चक्कर काटती थी, जिसमें वो छोटी-सी गुफा के साथ ही झाडिय़ों के पत्तों के बीच में से गुजरती थी। लेकिन अब नया ट्रेक पहले से छोटा होगा। ये ट्रेक महज 700 मीटर का होगा, लेकिन इसमें गुफा की जगह पर 100 मीटर का ऐसा हिस्सा होगा जिसमें ट्रेन पानी की बौछारों के बीच से गुजरेगी। हालांकि इन पानी की बौछारों से कोई गीला नहीं होगा। वहीं, अब इस ट्रेन में सफर करना महंगा हो जाएगा। पहले जहां 10 रुपए में एक सवारी इस ट्रेन में सफर करती थी, लेकिन अब इसमें 50 रुपए का किराया लग सकता है।
स्मार्ट सिटी का कार्यालय बन गया, लेकिन नहीं हुआ नेहरू पार्क का काम
नगर निगम ने नेहरू पार्क के जीर्णोद्धार के साथ ही यहां मौजूद पुरानी लाइब्रेरी की बिङ्क्षल्डग में बदलाव करते हुए वहां पर स्मार्ट सिटी कंपनी का दफ्तर बनाने का निर्णय लिया था, जिसके लिए पार्क को नए सीरे से संवारने की योजना बनाई गई थी। इसमें स्मार्ट सिटी का गेट भी अलग करने का निर्णय लिया गया था। साथ ही पार्क में कई बदलाव किए जाने थे। इसका काम भी 2016 में शुरू हुआ था। लेकिन पार्क का काम अटक गया और स्मार्ट सिटी का काम पूरा हो गया था। बाद में इस पूरे प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी में शामिल कर लिया गया था। लेकिन उसके बाद में भी स्मार्ट सिटी कंपनी इस काम को अभी तक पूरा नहीं कर पाई है। लगभग 6 सालों से ये काम चल ही रहा है।
निगम ने जारी किया टेंडर
पहले इस ट्रेन को नगर निगम ही चलाता था, लेकिन अब बीओटी के आधार पर नगर निगम इस ट्रेन को चलाएगा। नगर निगम ने निर्णय लिया है कि यहां ट्रेक बिछाने और ट्रेन लगाने और उसे चलाने का काम इसे लगाने वाला ही करेगा। इसके लिए नगर निगम की ओर से टेंडर भी जारी कर दिया गया है।
आखिरी सवारी थी महापौर
इस ट्रेन को वैसे तो इंजन में खराबी के चलते 2013 में ही बंद कर दिया गया था। लेकिन नेहरू पार्क के जीर्णोद्धार की प्लाङ्क्षनग के दौरान इसे एक बार दोबारा 2015 में निकाला गया था। उस समय तत्कालीन महापौर मालिनी गौड़ ने इसमें सवारी की थी। उन्होंने इसकी परेशानी समझने के लिए इसमें सवारी की थी।
नया स्टेशन बनेगा
वहीं, नगर निगम ने ट्रेन के लिए नया स्टेशन बनाने का निर्णय लिया है। पहले का स्टेशन काफी छोटा था, लेकिन अब बड़ा स्टेशन बनाया जाएगा।
हमने ट्रेक के लिए कांक्रीट का बेस बनवा दिया है, साथ ही ट्रेन के संचालन के लिएटेंडर भी जारी कर दिया है। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।
– चेतन पाटील, उद्यान अधिकारी
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नेहरू पार्क में पिछले 9 सालों से बंद ट्राय ट्रेन फिर एक बार दौड़ती हुई नजर आएगी।
इंदौर
Published: April 23, 2022 07:39:55 pm
इंदौर. नेहरू पार्क में एक बार फिर से ट्राय ट्रेन दौड़ती हुई नजर आएगी। पिछले 9 सालों से यह ट्रेन बंद पड़ी है। इस ट्रेन का पुराना ट्रैक खराब होने और इंजन में दिक्कत के कारण यह ट्रेन बंद कर दी गई थी। वहीं, इसके नए ट्रैक को बनाने का काम पूरा कर लिया गया है। जल्द ही ये ट्रेन दोबारा शुरू कर दी जाएगी।
नेहरू पार्क में बच्चों के मनोरंजन के लिए ट्राय ट्रेन चलाई जाती थी। लेकिन इसका पुराना ट्रेक कई दशक पुराना होने के कारण इसमें परेशानी आने लगी थी। इसके बाद इसे बंद कर दिया गया था। वहीं, नेहरू पार्क के जीर्णोद्धार के दौरान इसके पुराने ट्रेक के रास्ते को भी उखाड़ दिया गया था। इसके कारण ये ट्रेन नहीं चल पा रही थी। नेहरू पार्क के नए प्लान में इसके लिए नई व्यवस्था की गई थी। इसमें न सिर्फ इस ट्रेन के स्टेशन इंद्रपुरी को नए सिरे से संवारा जाना था, बल्कि ट्रेन के ट्रेक के लिए सीमेंट कांक्रीट का बेस भी बनाया जाना था। हालांकि इसमें नेहरू पार्क की बाउंड्रीवाल और अन्य निर्माण भी किए जाने थे, जिसके चलते इसका काम लेट हो रहा था। लेकिन अब ट्रेक का काम पूरा हो गया है। वहीं, अब जल्द ही इस पर ट्रेक को बिछाने का काम शुरू किया जाएगा।
पहले से छोटा, लेकिन आकर्षक होगा नया रूट
पहले ट्राय ट्रेन नेहरू स्टेडियम में लगभग 1 किलोमीटर का चक्कर काटती थी, जिसमें वो छोटी-सी गुफा के साथ ही झाडिय़ों के पत्तों के बीच में से गुजरती थी। लेकिन अब नया ट्रेक पहले से छोटा होगा। ये ट्रेक महज 700 मीटर का होगा, लेकिन इसमें गुफा की जगह पर 100 मीटर का ऐसा हिस्सा होगा जिसमें ट्रेन पानी की बौछारों के बीच से गुजरेगी। हालांकि इन पानी की बौछारों से कोई गीला नहीं होगा। वहीं, अब इस ट्रेन में सफर करना महंगा हो जाएगा। पहले जहां 10 रुपए में एक सवारी इस ट्रेन में सफर करती थी, लेकिन अब इसमें 50 रुपए का किराया लग सकता है।
स्मार्ट सिटी का कार्यालय बन गया, लेकिन नहीं हुआ नेहरू पार्क का काम
नगर निगम ने नेहरू पार्क के जीर्णोद्धार के साथ ही यहां मौजूद पुरानी लाइब्रेरी की बिङ्क्षल्डग में बदलाव करते हुए वहां पर स्मार्ट सिटी कंपनी का दफ्तर बनाने का निर्णय लिया था, जिसके लिए पार्क को नए सीरे से संवारने की योजना बनाई गई थी। इसमें स्मार्ट सिटी का गेट भी अलग करने का निर्णय लिया गया था। साथ ही पार्क में कई बदलाव किए जाने थे। इसका काम भी 2016 में शुरू हुआ था। लेकिन पार्क का काम अटक गया और स्मार्ट सिटी का काम पूरा हो गया था। बाद में इस पूरे प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी में शामिल कर लिया गया था। लेकिन उसके बाद में भी स्मार्ट सिटी कंपनी इस काम को अभी तक पूरा नहीं कर पाई है। लगभग 6 सालों से ये काम चल ही रहा है।
निगम ने जारी किया टेंडर
पहले इस ट्रेन को नगर निगम ही चलाता था, लेकिन अब बीओटी के आधार पर नगर निगम इस ट्रेन को चलाएगा। नगर निगम ने निर्णय लिया है कि यहां ट्रेक बिछाने और ट्रेन लगाने और उसे चलाने का काम इसे लगाने वाला ही करेगा। इसके लिए नगर निगम की ओर से टेंडर भी जारी कर दिया गया है।
आखिरी सवारी थी महापौर
इस ट्रेन को वैसे तो इंजन में खराबी के चलते 2013 में ही बंद कर दिया गया था। लेकिन नेहरू पार्क के जीर्णोद्धार की प्लाङ्क्षनग के दौरान इसे एक बार दोबारा 2015 में निकाला गया था। उस समय तत्कालीन महापौर मालिनी गौड़ ने इसमें सवारी की थी। उन्होंने इसकी परेशानी समझने के लिए इसमें सवारी की थी।
नया स्टेशन बनेगा
वहीं, नगर निगम ने ट्रेन के लिए नया स्टेशन बनाने का निर्णय लिया है। पहले का स्टेशन काफी छोटा था, लेकिन अब बड़ा स्टेशन बनाया जाएगा।
हमने ट्रेक के लिए कांक्रीट का बेस बनवा दिया है, साथ ही ट्रेन के संचालन के लिएटेंडर भी जारी कर दिया है। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।
– चेतन पाटील, उद्यान अधिकारी
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