झांसी के भरारी फार्म में आधे से कम दूध दे रहीं गायें, कहीं विभाग तो नहीं कर रहा मौज | Cows are giving less than half the milk in Jhansi Bharari Farm | News 4 Social h3>
झांसीPublished: Nov 24, 2023 06:37:17 am
10 लिटर दूध देने वाली गायें भरारी में दे रहीं 4 लीटर रोज। थारपारकर प्रजाति तोड़ रही भरोसा या विभाग कर रहा मौज। बुन्देलखण्ड के लिए गाय की सबसे उपयुक्त प्रजाति मानी जाती है थारपारकर। भरारी फार्म में पाली जा रहीं 140 गायें। इस समय 60 गायें प्रतिदिन दे रहीं सिर्फ 200 लिटर दूध, जिस पर उठ रहे सवाल।
इस तस्वीर को सोशल मीडिया से लिया गया है।
मामला कुछ उलझा-उलझा-सा है, लेकिन सच है। बुन्देलखण्ड के लिए गाय की सबसे भरोसेमन्द प्रजाति कही जाने वाली थारपारकर यहां दगाबाजी कर रही हैं। 10 लीटर दूध देने की क्षमता वाली यह गायें सरकार के भरारी फॉर्म में सभी सुविधाएं मिलने के बाद एवरेज में सिर्फ 4 लीटर दूध ही दे रही हैं। फॉर्म में इस समय 60 गायें रोजाना महज 200 लिटर दूध का ही उत्पादन कर रही हैं। इससे सवाल खड़े हो गए हैं। यह तय करना मुश्किल हो गया है कि गायों की देखरेख में चूक हो रही है या फिर दूध का गोलमाल हो रहा है।
झांसीPublished: Nov 24, 2023 06:37:17 am
10 लिटर दूध देने वाली गायें भरारी में दे रहीं 4 लीटर रोज। थारपारकर प्रजाति तोड़ रही भरोसा या विभाग कर रहा मौज। बुन्देलखण्ड के लिए गाय की सबसे उपयुक्त प्रजाति मानी जाती है थारपारकर। भरारी फार्म में पाली जा रहीं 140 गायें। इस समय 60 गायें प्रतिदिन दे रहीं सिर्फ 200 लिटर दूध, जिस पर उठ रहे सवाल।
इस तस्वीर को सोशल मीडिया से लिया गया है।
मामला कुछ उलझा-उलझा-सा है, लेकिन सच है। बुन्देलखण्ड के लिए गाय की सबसे भरोसेमन्द प्रजाति कही जाने वाली थारपारकर यहां दगाबाजी कर रही हैं। 10 लीटर दूध देने की क्षमता वाली यह गायें सरकार के भरारी फॉर्म में सभी सुविधाएं मिलने के बाद एवरेज में सिर्फ 4 लीटर दूध ही दे रही हैं। फॉर्म में इस समय 60 गायें रोजाना महज 200 लिटर दूध का ही उत्पादन कर रही हैं। इससे सवाल खड़े हो गए हैं। यह तय करना मुश्किल हो गया है कि गायों की देखरेख में चूक हो रही है या फिर दूध का गोलमाल हो रहा है।