जैसलमेर में हीटवेव का रेड अलर्ट: पारा फिर 45 डिग्री पार, मई-जून जैसी गर्मी का एहसास – Jaisalmer News h3>
जैसलमेर। दोपहर में चौराहे हुए सूने।
जैसलमेर जिले में हीटवेव चलने से गर्मी का असर लगातार बढ़ रहा है। तेज धूप और लू से लोग बेहाल नजर आए। धूप की तेजी लोगों को बार बार पानी पीने को मजबूर कर रही है। गर्म हवाओं के थपेड़े परेशान करने लगे है। लोगों में आशंका है कि जब अभी यह हाल है तो मई-जून की
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मौसम विभाग ने 16 व 17 अप्रैल को रेड अलर्ट जारी करते हुए हीटवेव की चेतावनी दी है। दो दिन रात में भी गर्म हवाएं चलेगी। उसके बाद 18 अप्रैल को हीटवेव का ओरेंज अलर्ट है। मौसम विभाग के अनुसार जिले में आगामी तीन से चार दिनों तक हीटवेव व भीषण गर्मी से राहत की संभावना नहीं है। अब हीटवेव का प्रकोप ओर तेज होगा। दिन के साथ रात में भी गर्म हवाएं झुलसाएगी।
सुबह से ही सूरज की तल्ख़ किरणें कर रही परेशान।
सुबह से ही गर्मी कर रही परेशान
मंगलवार को भी सूरज तल्ख तेवर के साथ निकला। सुबह 9 बजे से ही गर्म हवा लू बनकर लोगों को झुलसाने लगी। उसके बाद सूरज की तपिश बढ़ती गई और हवाओं की नमी कम होती गई। गर्म हवाओं के थपेड़ों से बचने के लिए लोग छांव की तलाश में दिखाई दिए। गर्मी के बढ़ते तापमान को देखते हुए लोगों ने अपनी दिनचर्या बदल दी है। इन दिनों लोग जरुरी काम होने पर ही दोपहर में बाहर निकल रहे हैं। 18 अप्रैल से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से एक बार फिर मौसम बदलने की संभावना है। इससे दिन व रात के तापमान में गिरावट आएगी। इसके बाद फिर से हीटवेव शुरू होगी।
हीटवेव से नहीं मिल रही राहत
जिले में आगामी तीन से चार दिनों तक हीटवेव व भीषण गर्मी से राहत की संभावना नहीं है। अब हीटवेव का प्रकोप ओर तेज होगा। दिन के साथ रात में भी गर्म हवाएं झुलसाएगी। मौसम विभाग ने 16 व 17 अप्रैल को रेड अलर्ट जारी करते हुए हीटवेव की चेतावनी दी है। दो दिन रात में भी गर्म हवाएं चलेगी। उसके बाद 18 अप्रैल को हीटवेव का ओरेंज अलर्ट है। इस दिन हीटवेव का प्रभाव कम रहेगा। आगामी दिनों में तापमान में 46 डिग्री के पार पहुंचने की प्रबल संभावना है। 18 अप्रैल के बाद तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है।
हेल्थ डिपार्टमेंट ने जारी की एडवाइजरी
सीएमएचओ डॉ. राजेंद्र कुमार पालीवाल ने बताया कि लू से बचाव के लिए सावधानी बरते। जहां तक संभव हो धूप में न निकले, धूप में शरीर पूर्ण तरह से ढका हो। जब भी बाहर निकले तो छाता व पानी आदि की व्यवस्था अनुरुप घर से निकले। धूप में बाहर जाते समय हमेशा सफेद या हल्के रंग के ढीले व सूती कपड़ों का उपयोग करें।
बिना भोजन किए बाहर न निकले, कान व सिर को गमछे या तोलिए से ढक कर जरुरी होने पर बाहर निकले। गर्मी में हमेशा पानी अधिक मात्रा में पीए एवं पेय पदार्थों जैसे नींबू पानी, नारियल पानी व घर में बने ताजे जूस आदि का प्रयोग करें। लू-तापघात से हाई रिस्क श्रेणी वाले लोग जैसे कुपोषित बच्चे, वृद्धजन, गर्भवती महिलाएं व शुगर, बीपी आदि के मरीज जल्दी प्रभावित होते है। इन्हें बाहर न निकलने दे व इनका विशेष ध्यान रखें।