जीआरपी की कमजोरी प्रदेश के प्रर्यटन पर भारी, हर वर्ष आते हैं लाखों पर्यटक, ट्रेनों में सुरक्षा के नहीं है पुख्ता इंतजाम | The weakness of GRP is heavy on the state’s tourism | Patrika News

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जीआरपी की कमजोरी प्रदेश के प्रर्यटन पर भारी, हर वर्ष आते हैं लाखों पर्यटक, ट्रेनों में सुरक्षा के नहीं है पुख्ता इंतजाम | The weakness of GRP is heavy on the state’s tourism | Patrika News

जीआरपी की कमजोरी प्रदेश के प्रर्यटन पर भारी, हर वर्ष आते हैं लाखों पर्यटक, ट्रेनों में सुरक्षा के नहीं है पुख्ता इंतजाम | The weakness of GRP is heavy on the state’s tourism | News 4 Social


राजस्थान में पर्यटन विकास को लेकर यहां की सरकार गंभीर है। पर्यटन को उद्योग की दर्जा देने की घोषणा कर दी गई है। ऐसे में देशी के साथ विदेशी पर्यटकों की भी संख्या यहां बढ़ती जा रही है। शेखावाटी की हवेलियों से लेकर झीलों की नगरी उदयपुर, पुष्कर लेकर प्रदेश के हर कोने में हर समय पर्यटकों का रैला लगा रहता है, लेकिन यहां पर पर्यटकों की सुरक्षा का ढांचा मजबूत नहीं है

जयपुर। राजस्थान में पर्यटन विकास को लेकर यहां की सरकार गंभीर है। पर्यटन को उद्योग की दर्जा देने की घोषणा कर दी गई है। ऐसे में देशी के साथ विदेशी पर्यटकों की भी संख्या यहां बढ़ती जा रही है। शेखावाटी की हवेलियों से लेकर झीलों की नगरी उदयपुर, पुष्कर लेकर प्रदेश के हर कोने में हर समय पर्यटकों का रैला लगा रहता है, लेकिन यहां पर पर्यटकों की सुरक्षा का ढांचा मजबूत नहीं है। वजह यह है कि यातायात के प्रमुख साधन ट्रेन में यात्री सुरक्षा का जिम्मा उठाने वाली जीआरपी के पास किसी तरह का अपराध होने पर ना तो जांच के लिए अधिकारी है और ना ही संशाधन। अपराधी वारदात के बाद किसी दूसरे प्रदेश में भाग जाता है तो उसका पकडऩा नामुमकिन सा लगता है। इस बात से यहां की सरकार भी अनजान नहीं है। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी रेल मंत्री को पत्र लिखकर इस पीड़ा का इजहार किया है।

मुख्यमंत्री के आग्रह पर भी नहीं बरती गई गंभीरता
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीन वर्ष पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा था कि राजस्थान में रेलवे नेटवर्क का अत्यधिक विस्तार हुआ है। राजकीय रेलवे पुलिस प्रदेश से गुजरने वाली ट्रेनों व प्लेटफार्मों पर घटित अपराधों की रोकथाम तथा यात्रा करने वाले यात्रियों को सुरक्षा का जिम्मा उठाती हैँ। जबकि तीन दशक से जीआरपी की नफरी में कोई वृद्धि नहीं हुई है। संधाधनों व नफरी की कमी के चलते अपराधों की रोकथाम और अपराधियों का पता लगाना बड़ी समस्या बन गया है।

लम्बी अंतरराष्ट्रीय व अंतरराज्जीय सीमा
राजस्थान की भौगोलिक स्थिति को देखा जाए तो लम्बी अंतरराष्ट्रीय व अंतरराज्जीय सीमा से जुड़ा होने के कारण पर्यटकों की संख्या अधिक रहती है। देश का प्रमुख पसंदीदा पर्यटक स्थल होने के कारण यहां देशी व विदेशी प्रर्यटकों का आवागमन हर समय रहता है। आवागमन का प्रमुख साधन भी ट्रेन ही है। ऐसे में इन पर्यटकों की सुरक्षा करना जीआरपी के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। जीआरपी के अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री की ओर से पत्र लिखने के बाद उनके विभाग की ओर से भी रेलवे बोर्ड को कई बार पत्र लिखने के साथ स्थिति से अवगत करवाया गया, लेकिन अभी तक जीआपी के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का कोई प्रयास नहीं किया गया।

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