जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में दोड़े आए सीएमओ: अपने प्रतिनिधि को भेजा था; सदस्यों ने जताई आपत्ति तो सीडीओ ने फोन कर बैठक में बुलाया – Gorakhpur News h3>
गोरखपुर जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में उपस्थित जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, विधायक फतेहबहादुर सिंह व सीडीओ संजय कुमार मीना।
जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) के न आने पर जिला पंचायत सदस्यों ने हंगामा कर दिया। सीएमओ ने अपने प्रतिनिधि को बैठक में भेजा था।
.
सदस्यों ने स्पष्ट कहा कि उन्हें कोई प्रतिनिधि स्वीकार नहीं है। इसके बाद सीडीओ संजय कुमार मीना ने फोन कर सीएमओ को बुलाया। हंगामे की खबर सुनकर सीएमओ दौड़े चले आए। जिला पंचायत की बोर्ड बैठक जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह की अध्यक्षता में दोपहर 1 बजे शुरू हुई। बैठक शुरू होते ही जिला पंचायत सदस्य मायाशंकर शुक्ला ने सीएमओ के न आने पर आपत्ति दर्ज कराई।
इसपर बताया गया कि सीएमओ के प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित हैं। सदस्यों ने कहा कि उन्हें प्रतिनिधि मंजूर नहीं हैं। सदन में सदस्यों का शोर गूंजने लगा। इसके बाद सीडीओ ने फोन कर सीएमओ को आने को कहा। जिसके बाद वह वहां पहुंचे।
जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में वार्ड की समस्याओं को लेकर बात रखते जिला पंचायत सदस्य।
सदस्यों ने बताईं समस्याएं बैठक में सदस्यों ने अपने-अपने वार्डों की समस्याएं उठाईं। सड़क, बिजली व पेयजल आपूर्ति से जुड़े मुद्दे उठाए गए। सदस्यों ने कहा कि पिछली बोर्ड बैठक में लिए गए निर्णयों को लागू नहीं कराया गया है।
उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हो पायी है। सड़क के मुद्दे पर अधिकतर सदस्यों ने पीडब्ल्यूडी के कार्यों से संतुष्टि जताई। बिजली विभाग पर जताई नाराजगी सदस्यों की सर्वाधिक नाराजगी बिजली विभाग को लेकर रही। बैठक में मौजूद एक्सईएन, एसडीओ आदि ने अपने-अपने क्षेत्रों में नई पोस्टिंग का हवाला देकर समय मांगा।
इसपर सदस्यों ने कहा कि नया होना कोई तर्क नहीं है। काम सिस्टम से चलता है और बिजली विभाग की कार्यशैली देखकर लग रहा है कि कोई सिस्टम नहीं है।
मायाशंकर ने चीफ इंजीनियर से पोल बदलने को लेकर बात की लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं मिला। अधिकतर सदस्यों ने जर्जर विद्युत पोल एवं तारों का हवाला दिया।
उन्होंने अपनी बातों के समर्थन में बिजली निगम की लापरवाही से हुई दुर्घटनाओं की ओर भी ध्यान आकृष्ट कराया।
जिला पंचायत सदस्य मनोज कुमार शुक्ल ने बिजली व सड़क का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बिजली निगम के अधिकारी जल्दी समस्याओं का समाधान नहीं करते।
ट्रांसफार्मर जल जाने पर उसे बदलने में देरी होती है। सदस्यों की बातें सुनकर सीडीओ ने कहा कि जर्जर पोलों को 24 घंटे के भीतर बदला जाए।
77 करोड़ के अनुमानित बजट पर मुहर बैठक में अपर मुख्य अधिकारी वीके सिंह की ओर से बजट प्रस्तुत किया गया। वर्ष 2024-25 में 71 करोड़ रुपये के पुनरीक्षित बजट को मंजूरी दी गई।
इसी तरह वित्तीय वर्ष 2025-26 में 77 करोड़ रुपये के अनुमानित बजट पर मुहर लगाई गई। अगले साल केंद्रीय वित्त एवं राज्य वित्त मिलाकर 56 करोड़ रुपये के बजट का प्रविधान किया गया।
इसका सर्वाधिक हिस्सा सफाई व सड़क पर खर्च किया जाएगा। बैठक में कैंपियरगंज के विधायक फतेहबहादुर सिंह व अन्य उपस्थित रहे।