जिला पंचायत पद के प्रत्याशी का अपहरण… नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के आरोपों पर आईजी ने दिए जांच के आदेश h3>
टीकमगढ़ : मध्य प्रदेश नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह (govind singh share video) के वीडियो संदेश के बाद सागर आईजी अनुराग जांच के आदेश दिए हैं। डॉ गोविंद सिंह ने आरोप लगाया था कि जिला पंचायत पद के प्रत्याशी पंकु अहिरवार का अपहरण किया गया है। साथ ही नामांकन फॉर्म वापस लेने के लिए दबाव बनाया गया था। उनका यह आरोप राहुल सिंह के ऊपर था। राहुल सिंह पूर्व सीएम उमा भारती के भतीजे हैं। हालांकि नेता प्रतिपक्ष के आरोपों को राहुल सिंह ने नकार दिया था। उन्होंने कहा था कि झूठे षड्यंत्र के तहत मेरे ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं।
वहीं, सागर आईजी ने इस मामले की जांच के आदेश राजपत्रित अधिकारी को दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी पुलिसकर्मी या पुलिस अधिकारी की संलग्नता पाई जाती है तो उसे सीधा बर्खास्त किया जाएगा। दरअसल, बुधवार की सुबह नेता प्रतिपक्ष की तरफ से एक वीडियो संदेश जारी किया गया था। इसमें खरगापुर विधानसभा से विधायक और उमा भारती के भतीजे राहुल सिंह और खरगापुर पुलिस पर जिला पंचायत वार्ड नंबर 8 के प्रत्याशी को धमकाने का आरोप लगाया था।
साथ ही उन्होंने कहा था कि उसके ऊपर चुनाव से नाम वापस लेने के लिए भी दबाव बनाया जा रहा है। इसके बाद टीकमगढ़ पहुंचे सागर आईजी अनुराग ने इस मामले में तुरंत जांच के आदेश दिए। वहीं, विधायक राहुल सिंह ने नेता प्रतिपक्ष के आरोपों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि वार्ड नंबर 8 से 8 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं और वह चाहते हैं कि निष्पक्ष मतदान हो।
गौरतलब है कि एमपी में तीन चरणों में पंचायत और दो चरणों में निकाय चुनाव होने हैं। ऐसे में दोनों दल के लोग चुनावी तैयारी में जुटे हैं। कांग्रेस के कई नेता पहले भी प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठा चुके हैं। अब टीकमगढ़ मामले में लोगों को जांच रिपोर्ट का इंतजार है। उसके बाद ही पता चल पाएगा कि नेता प्रतिपक्ष के आरोपों में कितना दम है।
वहीं, सागर आईजी ने इस मामले की जांच के आदेश राजपत्रित अधिकारी को दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी पुलिसकर्मी या पुलिस अधिकारी की संलग्नता पाई जाती है तो उसे सीधा बर्खास्त किया जाएगा। दरअसल, बुधवार की सुबह नेता प्रतिपक्ष की तरफ से एक वीडियो संदेश जारी किया गया था। इसमें खरगापुर विधानसभा से विधायक और उमा भारती के भतीजे राहुल सिंह और खरगापुर पुलिस पर जिला पंचायत वार्ड नंबर 8 के प्रत्याशी को धमकाने का आरोप लगाया था।
साथ ही उन्होंने कहा था कि उसके ऊपर चुनाव से नाम वापस लेने के लिए भी दबाव बनाया जा रहा है। इसके बाद टीकमगढ़ पहुंचे सागर आईजी अनुराग ने इस मामले में तुरंत जांच के आदेश दिए। वहीं, विधायक राहुल सिंह ने नेता प्रतिपक्ष के आरोपों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि वार्ड नंबर 8 से 8 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं और वह चाहते हैं कि निष्पक्ष मतदान हो।
गौरतलब है कि एमपी में तीन चरणों में पंचायत और दो चरणों में निकाय चुनाव होने हैं। ऐसे में दोनों दल के लोग चुनावी तैयारी में जुटे हैं। कांग्रेस के कई नेता पहले भी प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठा चुके हैं। अब टीकमगढ़ मामले में लोगों को जांच रिपोर्ट का इंतजार है। उसके बाद ही पता चल पाएगा कि नेता प्रतिपक्ष के आरोपों में कितना दम है।