जांच को आई आंच: 5 माह पहले CM, डीएलबी व कलेक्टर ने दिए थे जांच के आदेश, FIR भी नहीं – Barmer News h3>
नगर परिषद में सरकारी बजट की बंदरबांट सहित फर्जीवाड़े की एक साल में दर्जनों शिकायतें हुई। सीएम, डीएलबी व कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए, लेकिन न एफआईआर हुई और न ही रिकार्ड मिला है। इन शिकायतों की जांच के लिए सीएमओ, डीएलबी, कलेक्टर ने आदेश दिए, कमेटियां
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इन्वेस्टिगेशन:- परिषद ने उठा लिए गांवों में इंदिरा रसोई खोलने के 2 करोड़, रिकार्ड नहीं मिला
चुनाव 2023 से पहले फर्जी बिलों से करोड़ों का गबन
नगर परिषद ने बाड़मेर-बालोतरा जिले के 30 गांवों में इंदिरा रसोई की सामग्री सप्लाई करने का करीब 2 करोड़ का फर्जी भुगतान कर दिया। तत्कालीन अधिकारियों की मिलीभगत से चहेतों की 2-3 फर्मों के बिल बनाए और रुपए उठा लिए। विधानसभा चुनाव 2023 से ठीक पहले सरकार ने बाड़मेर-बालोतरा जिलों के 30 गांवों में इंदिरा रसोई खोलने के आदेश दिए थे। इन इंदिरा रसोई को खोलने के लिए सामग्री भेजने की जिम्मेदारी जिला परिषद की थी। जिला परिषद ने टेंडर से सामग्री भेजी और भुगतान भी किया। इसकी शिकायत के बाद जांच के आदेश हुए, लेकिन करीब 5 माह बीत जाने के बाद भी जांच पूरी नहीं हुई है।
हकीकत- जांच अधिकारी बाड़मेर एसडीएम वीरमाराम का कहना है कि बिल भुगतान का रिकार्ड मिला है। बड़ा मामला है, जांच कर रहे हैं।
घोटाले की जांच SOG से करवाने के सरकार ने दिए थे आदेश
वर्ष 2022 से लेकर 2024 तक सरकारी खजाने से लाइट, मूर्तियां, रंग-रोगन, सजावट, टेंट सहित अन्य सामग्री खरीदने में बड़े स्तर पर अनियमितताएं हुई। इसको लेकर पूर्व मंत्री कैलाश चौधरी की ओर से सीएमओ में शिकायत की गई। मामले की जांच के लिए सीएमओ ने 21 अगस्त 2024 को डीएलबी को लिखा। डीएलबी ने 9 सितंबर को आयुक्त को जांच के आदेश दिए। इसमें 20 मई 2022 से 15 जुलाई 2023 तक खरीददारी, नीलामी व घोटालों की जांच करनी थी।
हकीकत- अब तक रिकार्ड भी जब्त नहीं हुआ। आयुक्त ने जांच रिपोर्ट सरकार को नहीं भेजी।
फर्जी पट्टों का रिकार्ड गायब, भूमि शाखा का ताला तोड़ना पड़ा
नगर परिषद ने 2022 से 2024 तक पट्टे जारी किए गए। इन पट्टों में अधिकांश की मूल पत्रावलियां रिकार्ड में गायब है। शिकायत है कि नगर परिषद ने फर्जी पट्टे जारी किए गए, इसके लिए दलालों के मार्फत मोटी रकम ली गई। हाल ही में बी सीरीज के 550 से ज्यादा फर्जी पट्टे जारी करने का मामला सामने आया। भूमि शाखा के लिपिक गणपत विश्नोई का ट्रांसफर हुआ तो शाखा पर ताला लगा कर चला गया। चाबी तक नहीं दी गई। इसके बाद एडीएम ने मामले में वीडियोग्राफी करवाकर ताला तोड़ा और शाखा के अंदर का रिकार्ड जब्त किया है।
हकीकत- डीएलबी ने 30 जनवरी को आयुक्त को जांच के आदेश दिए। अब तक रिपोर्ट सीएमओ को नहीं भेजी गई है।
कलेक्टर टीना डाबी ने कमेटी बना कर जांच के आदेश दिए
कलेक्टर डाबी ने सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल की शिकायत पर 15 जनवरी को एसडीएम वीरमाराम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी बनाई। इसी तरह तत्कालीन आयुक्त विजय प्रताप सिंह के कार्यकाल में हुए फर्जीवाड़े की जांच के लिए 30 जनवरी को एसडीएम वीरमाराम की अध्यक्षता में 4 सदस्य कमेटी बन कर जांच के आदेश दिए। हकीकत: एसडीएम वीरमाराम ने बताया कि रिकार्ड मंगवाया है। मौका स्थल देखा है। जल्द कार्रवाई करेंगे।