जगराओं में ग्रामीणों का एक साल से धरना जारी: गैस फैक्ट्री का जमकर विरोध, पानी और हवा प्रदूषित, सरकार को कोसा – Jagraon News h3>
जगराओं में विशाल उत्पीड़न विरोधी सम्मेलन नारेबाजी करते ग्रामीण।
लुधियाना जिले के जगराओं के गांव अखाड़ा में कैंसर फैलाने वाली गैस फैक्ट्री के खिलाफ चल रहे संघर्ष को एक साल पूरा हो गया है। इस मौके पर विशाल उत्पीड़न विरोधी सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में पंजाब के विभिन्न जिलों से हजारों किसान, मजदूर और महिलाए
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फैक्ट्रियों के विरुद्ध प्रस्ताव पारित
भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा के नेतृत्व में 30 अप्रैल 2023 से यह आंदोलन जारी है। ग्रामीणों का कहना है कि फैक्ट्री से निकलने वाली गैस पानी और हवा को प्रदूषित कर रही है। इससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। गांव की पंचायतों ने इन फैक्ट्रियों के विरुद्ध प्रस्ताव पारित किए हैं।
रेड जोन में लगाई जा रही फैक्ट्री
गांव अखाड़ा के साथ-साथ भूदड़ी, मशकाबाद समेत कई गांवों में ऐसी फैक्ट्रियां स्थापित की जा रही हैं। प्रदर्शनकारियों के अनुसार ये फैक्ट्रियां आबादी वाले क्षेत्र में रेड जोन में लगाई जा रही हैं। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अभी तक इन फैक्ट्रियों की श्रेणी निर्धारित नहीं कर पाया है। 26 अप्रैल को सुबह 4 बजे पुलिस ने गांव को घेर लिया। प्रदर्शन स्थल पर बने शेड को जेसीबी से तोड़ दिया गया। मौजूद लोगों के साथ धक्का-मुक्की की गई।
विशाल उत्पीड़न विरोधी सम्मेलन में मौजूद महिलाएं।
जमीन में बहाने की छूट मिल जाएगी
भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा के अध्यक्ष मनजीत सिंह धनेर, उपाध्यक्ष अमनदीप सिंह समेत कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया। हालांकि शाम 5 बजे तक प्रदर्शनकारियों ने फिर से मोर्चा संभाल लिया। नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार जबरन फैक्ट्रियां लगाना चाहती है। हाल ही में सरकार ने जल शोधन अधिनियम पारित किया है। इससे इन फैक्ट्रियों को जहरीला पानी नालों, नहरों और जमीन में बहाने की छूट मिल जाएगी।
संघर्ष को जीत तक ले जाने का संकल्प
इसे पंजाबियों का नरसंहार बताया गया। कहा गया कि लोग अपने जीने के अधिकार के लिए आखिरी सांस तक लड़ेंगे। यूनियन ने संघर्ष को शांतिपूर्वक जीत तक ले जाने का संकल्प लिया। सम्मेलन में भोगपुर में गैस प्लांट का विरोध कर रहे 150 नेताओं और कार्यकर्ताओं पर दर्ज पर्चों की निंदा की गई।
धरने में ये रहे शामिल
सम्मेलन में मनजीत सिंह धनेर, हरनेक सिंह महिमा, अमनदीप सिंह, कुलवंत सिंह किशनगढ़, कंवलजीत खन्ना, सुखदेव भूदड़ी, जगतार सिंह, कुलवंत सिंह, हरजिंदर कौर, अमृतपाल कौर, सुखदीप कौर अखाड़ा, अवनीत कौर, सुरजीत दोधर, जगराज सिंह, मक्खन सिंह, लखवीर सिंह, हरभजन सिंह, गुरनाम सिंह, जसदेव सिंह गुरतेज सिंह अखाड़ा, सुखजीत सिंह, तरसेम सिंह बासुवाल, मनिंदर सिंह नन्नू समेत सभी कमेटी सदस्य भी शामिल हुए।